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एक ही परिवार के 4 नाबालिग बच्चे हुए अनाथ, सिर से उठा मां-बाप दोनों का साया

ग्रामीण इन बच्चों को किसी सामाजिक संगठन के पास ही रखना चाहते हैं. उन्हें आए दिन शेल्टर होम में हो रही घटनाओं को लेकर डर है कि ये मासूम किसी घटना का शिकार न हो जाएं.

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Published : Jun 25, 2020, 9:58 AM IST

रोहतासः जिले में एक ही परिवार के चार नाबालिग बच्चे अनाथ हो गए हैं. मामला तिलौथू प्रखंड के कूड़ा गांव का है. इन बच्चों की परवरिश करने वाला फिलहाल कोई नहीं है. ऐसे में पिता की मौत के बाद ये बच्चे टूटे हुए छत के नीचे रात गुजारने को मजबूर हैं.

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अनाथ हुए चारों बच्चे

नाबालिग हैं चारों बच्चे
4 बच्चों में दो भाई और दो बहनें शामिल हैं. जय किशन सबसे बड़ा भाई है जिसकी उम्र 10 साल है, बड़ी बहन नंदिनी मिश्रा की उम्र 8 साल छोटी बहन स्वीटी मिश्रा की उम्र 6 साल और छोटे भाई कृष्णा मिश्रा की उम्र 4 साल है.

देखें रिपोर्ट

सिर से उठा पिता का साया
ग्रामीण देव कुमार मिश्रा ने बताया कि मां और पिता के इस दुनिया से जाने के बाद इन चारों बच्चों का आशियाना ही उजड़ गया. इन मासूमों को खुद पता नहीं कि उनके उपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. पहले मां की मौत हो गई, फिर पिता का साया भी उनके सिर से उठ गया.

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घर में बुझा चूल्हा

दुखद घटना
वहीं, प्रखंड प्रमुख कपिल सिंह ने इन सभी बच्चों को अपने अनाथ आश्रम में रखने की बात कही. उन्होंने कहा कि यह काफी दुखद घटना है. इन सभी बच्चों को वो अपने स्कूल में रखकर पूरी शिक्षा दिलाएंगे. सभी बच्चों को कानूनी प्रक्रिया पूरी कर अपने अनाथ आश्रम में रखेंगे. इसको लेकर प्रमुख ने ग्रामीणों को भी सूचित कर दिया है.

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प्रखंड प्रमुख कपिल सिंह

सामाजिक संगठन के पास रखने के पक्ष में ग्रामीण
बहरहाल ग्रामीण इन बच्चों को किसी सामाजिक संगठन के पास ही रखना चाहते हैं. उन्हें आए दिन शेल्टर होम में हो रही घटनाओं को लेकर डर है कि ये मासूम किसी घटना का शिकार न हो जाएं. मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस से इन जगहों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं.

रोहतासः जिले में एक ही परिवार के चार नाबालिग बच्चे अनाथ हो गए हैं. मामला तिलौथू प्रखंड के कूड़ा गांव का है. इन बच्चों की परवरिश करने वाला फिलहाल कोई नहीं है. ऐसे में पिता की मौत के बाद ये बच्चे टूटे हुए छत के नीचे रात गुजारने को मजबूर हैं.

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अनाथ हुए चारों बच्चे

नाबालिग हैं चारों बच्चे
4 बच्चों में दो भाई और दो बहनें शामिल हैं. जय किशन सबसे बड़ा भाई है जिसकी उम्र 10 साल है, बड़ी बहन नंदिनी मिश्रा की उम्र 8 साल छोटी बहन स्वीटी मिश्रा की उम्र 6 साल और छोटे भाई कृष्णा मिश्रा की उम्र 4 साल है.

देखें रिपोर्ट

सिर से उठा पिता का साया
ग्रामीण देव कुमार मिश्रा ने बताया कि मां और पिता के इस दुनिया से जाने के बाद इन चारों बच्चों का आशियाना ही उजड़ गया. इन मासूमों को खुद पता नहीं कि उनके उपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. पहले मां की मौत हो गई, फिर पिता का साया भी उनके सिर से उठ गया.

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घर में बुझा चूल्हा

दुखद घटना
वहीं, प्रखंड प्रमुख कपिल सिंह ने इन सभी बच्चों को अपने अनाथ आश्रम में रखने की बात कही. उन्होंने कहा कि यह काफी दुखद घटना है. इन सभी बच्चों को वो अपने स्कूल में रखकर पूरी शिक्षा दिलाएंगे. सभी बच्चों को कानूनी प्रक्रिया पूरी कर अपने अनाथ आश्रम में रखेंगे. इसको लेकर प्रमुख ने ग्रामीणों को भी सूचित कर दिया है.

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प्रखंड प्रमुख कपिल सिंह

सामाजिक संगठन के पास रखने के पक्ष में ग्रामीण
बहरहाल ग्रामीण इन बच्चों को किसी सामाजिक संगठन के पास ही रखना चाहते हैं. उन्हें आए दिन शेल्टर होम में हो रही घटनाओं को लेकर डर है कि ये मासूम किसी घटना का शिकार न हो जाएं. मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस से इन जगहों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं.

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