रोहतास: जिले के करगहर में किसान महासंघ ने सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया है. इस दौरान बदहाल किसानों ने आर्थिक मदद देने के लिए सरकार से गुहार लगायी है. किसानों का कहना है कि उन्हें अनाजों का सही मूल्य नहीं मिल पाता और न ही अनुदान.
अनाजों का नहीं मिलता उचित मूल्य
महासंघ के संस्थापक रामाशंकर सरकार ने कहा कि कर्ज तले दबे किसानों के उत्पादित अनाजों का उचित मूल्य नहीं मिल पाता है. इसके साथ ही किसानों को न तो खाद और न ही बीजों पर किसी तरह का अनुदान दिया जाता है. ऐसे में किसानों के सामने घाटे की स्थिति उत्पन्न हो गई है. कृषि को सुदृढ़ करने के लिए जब तक किसानों का ऋण माफ नहीं होगा, तब तक उनकी आर्थिक स्थिति में कोई सुधार नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि खरीफ फसलों में धान की रोपनी का कार्य करना है तो केंद्र और राज्य सरकारों से डीजल की कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि को कम कराना होगा.
सात सूत्रीय मांग का ज्ञापन
किसान नेता सरयु प्रसाद सिंह ने कहा कि अंचल कार्यालय में दाखिल खारिज, जमाबंदी सुधार में अधिकारी और कर्मचारी किसानों को परेशान कर रहे हैं. किसानों को पेंशन सहित सात सूत्री मांगों का एक ज्ञापन बीडीओ मोहम्मद असलम को दिया गया है. इसके साथ ही कहा गया है कि यदि किसानों के मांगों पर विचार नहीं किया गया तो एक सप्ताह के बाद महासंघ आंदोलनात्मक रूख अख्तियार करेगा.
किसानों ने दिया धरना
इस धरना की अध्यक्षता किसान नेता जगदीश प्रसाद सिंह ने किया. इस मौके पर कामेश्वर सिंह, लालू सिंह, राजेश पटिदार, राम अशीष सिंह, जयनंदन सिंह, रामाशंकर सिंह, शिवमुनि सिंह, दारोगा सिंह, सुनील उपाध्याय, लंदन सिंह शामिल थे.
रोहतास: सरकार की गलत नीतियों के कारण किसान परेशान - अनाजों का नहीं मिलता उचित मूल्य
रोहतास जिले में बुधवार को किसान महासंघ ने धरना प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि सरकार गलत नीतियां चला रही है. इन नीतियों के कारण किसानों को अनाज का उचित मूल्य नहीं मिल पाता है, जिससे किसानों के सामने आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
रोहतास: जिले के करगहर में किसान महासंघ ने सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया है. इस दौरान बदहाल किसानों ने आर्थिक मदद देने के लिए सरकार से गुहार लगायी है. किसानों का कहना है कि उन्हें अनाजों का सही मूल्य नहीं मिल पाता और न ही अनुदान.
अनाजों का नहीं मिलता उचित मूल्य
महासंघ के संस्थापक रामाशंकर सरकार ने कहा कि कर्ज तले दबे किसानों के उत्पादित अनाजों का उचित मूल्य नहीं मिल पाता है. इसके साथ ही किसानों को न तो खाद और न ही बीजों पर किसी तरह का अनुदान दिया जाता है. ऐसे में किसानों के सामने घाटे की स्थिति उत्पन्न हो गई है. कृषि को सुदृढ़ करने के लिए जब तक किसानों का ऋण माफ नहीं होगा, तब तक उनकी आर्थिक स्थिति में कोई सुधार नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि खरीफ फसलों में धान की रोपनी का कार्य करना है तो केंद्र और राज्य सरकारों से डीजल की कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि को कम कराना होगा.
सात सूत्रीय मांग का ज्ञापन
किसान नेता सरयु प्रसाद सिंह ने कहा कि अंचल कार्यालय में दाखिल खारिज, जमाबंदी सुधार में अधिकारी और कर्मचारी किसानों को परेशान कर रहे हैं. किसानों को पेंशन सहित सात सूत्री मांगों का एक ज्ञापन बीडीओ मोहम्मद असलम को दिया गया है. इसके साथ ही कहा गया है कि यदि किसानों के मांगों पर विचार नहीं किया गया तो एक सप्ताह के बाद महासंघ आंदोलनात्मक रूख अख्तियार करेगा.
किसानों ने दिया धरना
इस धरना की अध्यक्षता किसान नेता जगदीश प्रसाद सिंह ने किया. इस मौके पर कामेश्वर सिंह, लालू सिंह, राजेश पटिदार, राम अशीष सिंह, जयनंदन सिंह, रामाशंकर सिंह, शिवमुनि सिंह, दारोगा सिंह, सुनील उपाध्याय, लंदन सिंह शामिल थे.