रोहतासः जिले को वैसे तो धान का कटोरा कहा जाता है. लेकिन अब यहां के किसान खेती को छोड़कर मॉडर्न खेती की ओर अपना रुख कर रहे हैं. जिससे किसानों को दोगुना मुनाफा भी हो रहा है.
धान का कटोरा
गौरतलब है कि पूरे रोहतास में नदियों का जाल बिछा हुआ है. ऐसे में यहां धान की पैदावार काफी अच्छी होती है, जिससे इसे धान के कटोरे का जिला भी कहा जाता है. लेकिन अब इस धान के कटोरे में रहने वाले किसान ट्रेडिशनल खेती को छोड़कर मॉडर्न खेती की ओर अपना रुख कर रहे हैं.
मॉडर्न खेती से दोगुना मुनाफा
सासाराम प्रखंड के रहने वाले किसान बनारसी कुमार अपने खेतों में गेंदे के फूल की खेती कर अपनी अलग पहचान बनाई है. किसान इस फूल की खेती के जरिए अपने व्यवसाय को भी एक नया आयाम दे रहे हैं. इतना ही नहीं इसी गेंदे के फूल की खेती से वे शादी का मंडप सजाने का भी काम करते हैं.
3 एकड़ भूमि में गेंदे के फूल की खेती
तकरीबन 3 एकड़ भूमि में किसान बनारसी कुमार ने गेंदे के फूल की खेती की है, जिससे वह दोगुना मुनाफा कमा रहे हैं. ऐसे में किसान बनारसी के लिए फूल की खेती सोने पे सुहागा साबित हो रही है. लेकिन इस बार ठंड काफी अधिक पड़ जाने से फुल को काफी नुकसान पहुंचा है.
ठंड की वजह से फूल की खेती को काफी नुकसान
वहीं, किसान मनोज कुमार बताते है कि गेंदे के फूल की खेती से उन्हें दोगुना मुनाफा होता. लेकिन ठंड की वजह से इस बार फूल में काफी नुकसान पहुंच गया है. लिहाजा नुकसान पहुंचने की वजह से इस बार उन्हें काफी घाटा भी हुआ है. वहीं, किसान बनारसी कुमार ने बताया कि अगर मौसम की मार ना पड़ती तो वह इस बार भी गेंदे के फूल की खेती से दोगुना मुनाफा कमाते. वहीं उन्होंने बताया कि गेंदे की मांग सावन के महीने में अधिक हो जाती है, जिससे वह गेंदे के फूल की सप्लाई बिहार के अलावा दूसरे राज्यों में भी करते है.