रोहतास: बिहार के रोहतास मछलियों की अचानक मौत से लोग दहशत में (Five quintals of fish died in Rohtas) हैं. दिनारा के भलूनी धाम देवी स्थान के तालाब की मछलियों की अचानक मौत से लोग परेशान हो गये हैं. एक दिन में करीब पांच क्विंटल से अधिक मछलियों की मौत तालाब में हो चुकी हैं. सभी मछलियों को स्थानीय लोगों ने तालाब से निकाला है. मछलियां कैसे मर रही है? यह पता नहीं चल पा रहा है. मछलियों की मौत की खबर से लोगों की भीड़ जुट गई.
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तालाब की मछलियों के प्रति लोगों में है आस्था: स्थानीय लोगों की माने तो इस पौराणिक तालाब की मछलियों के प्रति लोगों की आस्था है. इस तालाब की मछली को लोग नहीं मारते हैं. ऐसे में जो मछलियां मर रही हैं, उसे लोग इकट्ठा कर उस पर देवी का चुनरी ओढ़ा रहे हैं. सभी मछलियों को विधि-विधान से दफनाया जाएगा. लोगों ने बताया कि ऐसी संभावना है कि इस बार चैती छठ पर इस तालाब में छठ व्रतियों की अधिक संख्या हो गई थी. तालाब में पानी काफी कम है. ऐसे में पानी प्रदूषित हो गया होगा. जिस कारण मछली मर रही है. मछलियों के मरने से स्थानीय लोगों में काफी मायूसी है.
पोखर में पानी कम होने से मर रही है मछलियां: चैती छठ पूजा व पोखर में पानी कम रहने के कारण पोखरे का पानी प्रदूषित हो गया है. यही कारण है कि पोखरे की मछलियों की मौत हो रही है. स्थानीय प्रशासन लापरवाह बनी हुई है. कोई देखने वाला नहीं है. लोगों की आस्था इस पोखर से जुड़ी हुई है. देश सहित दूसरे राज्य से लोगों को माता के दर्शन के लिए आना होता है. पोखर का पानी को समय रहते बदल दिया जाता तो मौत नहीं होती. सभी मृत मछलियों को चुनरी में लपेट दफनाया जाएगा.
"लोगों की आस्था इस पोखर से जुड़ी हुई है. देश सहित दूसरे राज्य से लोगों को माता के दर्शन के लिए आना होता है. पोखरे पानी को समय रहते बदल दिया जाता तो मौत नहीं होती. सभी मृत मछलियों को चुनरी में लपेट दफनाया जाएगा." - अजीत राय, स्थानीय