रोहतासः छपरा शराब कांड पर राजनीति (Politics on Chhapra liquor case) अब तक शांत नहीं हुई. हर दिन पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर निसाना साधते रहते हैं. हाल में पंचायती राज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम (Panchayati Raj Minister Murari Prasad Gautam) ने भाजपा पर भड़ास निकाली. कहा कि भाजपा के लोग ही शराब का कारोबार कर रहे हैं. क्योंकि ज्यादातर व्यवसाई वर्ग के लोग भाजपा में ही हैं, जो शराब का धंधा कर रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा के समधी के यहां शराब मिलना इस बात का सबूत है.
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शराब कांड के पीछे भाजपा का हाथः दअरसल, रविवार को पंचायती राज मंत्री सासाराम में एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत के क्रम भाजपा पर निसाना साधा. मंत्री ने कहा कि छपरा शराब कांड की जांच हो रही है. लेकिन यह सवाल है कि बिहार में जब जब सदन चलती है; ठीक उसी समय बिहार में जहरीली शराब से मौत क्यों होती है?. इसके पीछे कहीं न कहीं भाजपा की साजिश है. इसमें वही लोग शामिल हैं जो अक्रामक बात कर रहे हैं.
अन्य राज्य में क्यों नहीं जाती मानवाधिकार की टीमः मंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष विजय चौधरी के रिश्तेदार के यहां भी शराब पकड़ी गयी. इससे साबित होता है कि भाजपा के लोग शराबबंदी को असफल करने के प्रयास में लगे हैं. तथा सरकार को बदनाम करने के लिए ही यह सब किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि गुजरात, उत्तर प्रदेश जैसे भाजपा शासित राज्यों में जब शराब पीने से लोगों की मौत होती है तो कोई जांच नहीं होती. जबकि बिहार की घटना के बाद मानवाधिकार की टीम भेज दी जाती है.
"गुजरात में 20 दिन पूर्व 60 से उपर लोग मरे हैं. उत्तर प्रदेश और राजस्थान में जहरीली शराब से मौत हुई. बड़ा सवाल है कि जब सदन चलता है उसी समय क्यों बिहार में शराब कांड होता है. इससे पूर्व में भी ऐसा ही हुआ था. नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा के समधी के यहां शराब मिली है. शराब का करोबार तो यही लोग कर रहे हैं." -मुरारी प्रसाद गौतम, पंचायती राज मंत्री