पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया एक व्यक्ति की अचानक सीने में दर्द उठने के बाद मौत (Youth died in Purnea ) हो गई. परिवार वालों ने बताया कि वह स्मैक पीने का आदी था. स्मैक पीने के लिए वह शरीर का खून बेच-बेचकर पैसा जुटाता था और उससे स्मैक खरीद कर पी लेता था. परिजन का कहना है कि इस कारण वह कमजोर और बीमार हो गया था. मृतक की पहचान मरंगा थाना क्षेत्र के बाईपास के रहने वाला विकास दास के रूप मे की गई.
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खून बेचकर पी जाता था स्मैकः पूर्णिया जिले की युवा पीढ़ी इन दिनों स्मैक की गिरफ्त में है. स्मैक की जरूरत पूरी करने के लिए लोग अपने शरीर का खून बेचने तक से बाज नहीं आ रहे. ऐसे ही एक मामले का खुलासा तब हुआ, जब पूर्णिया जीएमसीएच में स्मैक के शिकार युवक की मौत हो गई. मृतक की पत्नी और तीन बच्चे स्मैक के कारण अनाथ हो चुके हैं. घटना के बारे में मृतक युवक की पत्नी पूनम देवी ने बताया कि हम दूसरे के घर में झाड़ू पोछा लगाने का काम करते हैं. विकास 3 साल से स्मैक का शिकार था. जो भी पैसा कमाता था वो स्मैक पीकर खत्म कर देता था जब पैसा नहीं रहता था तो खून बेचकर स्मैक पीता था.
बाहर कमाने के दौरान लगी स्मैक की लतः पत्नी ने बताया कि वह बाहर रहकर काम करता था. वहीं उसे स्मैक की लत लगी थी. कुछ दिन पहले ही विकास अपने घर मरंगा बायपास आया था. हम घर में नहीं रहते हैं. हम दूसरे के घर में झाड़ू पोछा लगाकर जो भी पैसा लाते थे वो पैसा भी चोरी कर स्मैक पी लेता था. जब पैसा घट जाता था तो अपना शरीर का खून बेचकर शराब पी लेता था. लगातार खून बेचने के कारण विकास काफी कमजोर हो गया था. कमजोर होने के कारण शुक्रवार देर रात्रि अचानक विकास के सीने में दर्द हुआ. पैसा नहीं रहने के कारण कोई डॉक्टर से नहीं दिखा पाएं. फिर सुबह में सही हो गया.
"विकास 3 साल से स्मैक का शिकार था. जो भी पैसा कमाता था वो स्मैक पीकर खत्म कर देता था जब पैसा नहीं रहता था तो खून बेचकर स्मैक एक पीता था. वह बाहर रहकर काम करता था. वहीं उसे स्मैक की लत लगी थी. कुछ दिन पहले ही विकास अपने घर मरंगा बायपास आया था. कमजोर होने के कारण शनिवार अचानक विकास के सीने में दर्द हुआ. फिर अस्पताल में उसकी मौत हो गई" - पूनम देवी, मृतक की पत्नी
पत्नी और बच्चे रो-रोकर बेजारः पत्नी ने बताया कि लेकिन शनिवार दोपहर फिर अचानक सीने में दर्द हुआ. दर्द होने के बाद घर के आसपास एक दूसरे से चंदा इकट्ठा कर इलाज के लिए पूर्णिया जीएमसीएच जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. मृत घोषित होने के बाद पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है. पत्नी पूनम देवी ने रोते हुए कहा कि छोटे-छोटे बच्चे हैं. वह तो अपनी जिंदगी बर्बाद कर ही लिये अब इन तीनों बच्चों की देखभाल कौन करेगा.