पूर्णिया: जिले में बारिश कहर बनकर बरस रही है. भारी बारिश के बीच शहर से आई तस्वीरें ऐसी हैं मानों शहर समंदर में बदल गया हो. मंगलवार को महज चंद घंटों की बारिश में अधिकांश सड़कें झील में तब्दील हो गई. आसमान से बरसी इस आफत से सबसे बुरा हाल रिहायशी और पॉश इलाकों का है, जहां बेडरूम तक में घुटने भर पानी है. दूसरे इलाकों में भी सैकड़ों घरों में नाले का पानी प्रवेश कर गया है.
ड्रेनेज सिस्टम की नाकामी
इन सबके बावजूद जिला प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रेंग रही. नगर निगम अब भी सोया है. ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त न होने से बारिश के बाद शहर की सड़कें झील में तब्दील हो गई. लाइन बाजार गंगा दार्जिलिंग रोड, स्टेशन रोड, कोर्ट स्टेशन रोड, महिला कॉलेज रोड जैसी सड़को पर जलजमाव से राहगीरों की परेशानी बढ़ गई है.
घरों में घुसा नाले का पानी
निगम क्षेत्र के वार्डो से इससे भी भयावह तस्वीर आई है. इन इलाकों में नारकीय स्थिति पैदा हो गई है. शिव शक्तिनगर, मधुबनी, माधोपारा, रामबाग, महादलित टोला जैसे दो दर्जन वार्डों में नाली की समुचित व्यवस्था न होने से कमर तक पानी भर गया है. वार्ड 24 और 26 के माघी कॉलोनी में नाले का पानी घर में प्रवेश कर गया है. इससे अनाज, मिट्टी के चूल्हे और कपड़े समेत कई जरूरी सामान पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं. अपने ही घर में दो पल गुजारना दूभर हो गया है.