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पूर्णिया: मरीजों को इंजेक्शन लगाते रसोइया का वीडियो वायरल, सिविल सर्जन बोले- होगी मामले की जांच - अस्पताल प्रबंधन

पूर्णिया में मरीजों को सुई देते एक रसोइया का वीडियो वायरल हो रहा है. सूत्रों के अनुसार यह रसोइया कई महीने से जलालगढ़ पीएचसी में मरीजों को इंजेक्शन दे रहा था.

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सिविल सर्जन
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Published : Dec 13, 2019, 12:17 PM IST

Updated : Dec 13, 2019, 12:33 PM IST

पूर्णिया: जिले में एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पीएचसी में एक रसोइया मरीजों को इंजेक्शन लगाता नजर आ रहा है. इस मामले पर सिविल सर्जन ने मामले की जांच कर जल्द से जल्द इसपर कार्रवाई करने की बात कही.

कई महीने से सुई दे रहा रसोइया
बताया जाता है कि यह वीडियो जलालगढ़ पीएचसी का है, जिसमें मरीजों को सुई लगाता युवक आउटसोर्सिंग पर बहाल यहां का रसोइया है. सूत्रों के अनुसार यह रसोइया कई महीने से यहां मरीजों को इंजेक्शन दे रहा था. इसके बदले इसे 30-50 रुपए मिल जाते थे.

रसोइया का वीडियो हुआ वायरल

जल्द होगी कार्रवाई
इस मामले पर सिविल सर्जन मधुसूदन प्रसाद ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है. किसी भी बाहरी क्लिनिक का कंपाउंडर भी सरकारी अस्पताल में आकर मरीजों का इलाज नहीं कर सकता है. यह कानूनी अपराध है. जल्द ही जांच कमिटी का गठन कर इस मामले की कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में रसोइया के साथ-साथ अस्पताल प्रबंधन पर भी कार्रवाई की जा सकती है.

यह भी पढ़ें- बिहार में बदला मौसम का मिजाज, बारिश ने बढ़ाई ठिठुरन

पूर्णिया: जिले में एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पीएचसी में एक रसोइया मरीजों को इंजेक्शन लगाता नजर आ रहा है. इस मामले पर सिविल सर्जन ने मामले की जांच कर जल्द से जल्द इसपर कार्रवाई करने की बात कही.

कई महीने से सुई दे रहा रसोइया
बताया जाता है कि यह वीडियो जलालगढ़ पीएचसी का है, जिसमें मरीजों को सुई लगाता युवक आउटसोर्सिंग पर बहाल यहां का रसोइया है. सूत्रों के अनुसार यह रसोइया कई महीने से यहां मरीजों को इंजेक्शन दे रहा था. इसके बदले इसे 30-50 रुपए मिल जाते थे.

रसोइया का वीडियो हुआ वायरल

जल्द होगी कार्रवाई
इस मामले पर सिविल सर्जन मधुसूदन प्रसाद ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है. किसी भी बाहरी क्लिनिक का कंपाउंडर भी सरकारी अस्पताल में आकर मरीजों का इलाज नहीं कर सकता है. यह कानूनी अपराध है. जल्द ही जांच कमिटी का गठन कर इस मामले की कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में रसोइया के साथ-साथ अस्पताल प्रबंधन पर भी कार्रवाई की जा सकती है.

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Intro:आकाश कुमार (पूर्णिया)
exclusive ।

सरकार चाहे लाख दावे क्यों न कर ले, बिहार का स्वास्थ्य अमला किस कदर बीमारू हो गया है। इसकी कलई एक बार फिर से खुल गई है। दरअसल जिले में एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें आउटसोर्सिंग पर बहाल स्वास्थ्य महकमे के रसोइये को एक मरीज को इंजेक्शन लगाकर इलाज करते देखा सकता है। वहीं ईटीवी भारत के हाथ लगे इस वीडियो की पुष्टि हो चुकी है। सिविल सर्जन के मुताबिक यह मामला जलालगढ़ पीएचसी की है।


Body:वहीं तस्वीरों में दिख रहा युवक आउटसोर्सिंग पर बहाल जलालगढ़ पीएचसी में बहाल रसोईया बताया जा रहा है।
गौरतलब हो कि जिले का स्वास्थ्य महकमा चिकित्सकों की भारी कमी से जूझ रहा है। जिसमें जलालगढ़ पीएचसी भी शामिल है। वहीं स्वास्थ्य महकमें के विश्वासनीय सूत्रों की मानें तो यह रसोईया बीते कई माह से यहां आने वाले सभी मरीजों को इंजेक्शन दे रहा था। इसके बदले इसे 30-50 रुपए मिल जाते थे।


वहीं ईटीवी भारत की टीम स्वास्थ्य महकमे से जुड़े इस गंभीर मुद्दे को लेकर सिविल सर्जन मधुसूदन प्रसाद के पास पहुंचा। जिसके ठीक बाद सिविल सर्जन हरकत में आए। जांच कमिटी गठित कर तत्काल प्रभाव से जांच और रिपोर्ट आते ही कार्रवाई की बात कही है।


सिविल सर्जन ने वीडियो की पुष्टि करते हुए ईटीवी भारत को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि एक रसोईया द्वारा मरीजों का इलाज करने के एवज में इंजेक्शन देना बेहद गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि किसी पीएचसी में आकर बाहरी कंपाउंडर भी किसी मरीज को इंजेक्शन नहीं दे सकता। यह कानून अपराध है।
उन्होंने कहा कि भले ही यह युवक किसी बाहरी क्लीनिक में कंपाउंडर हो। ऐसे परिस्थिति में भी वह व्यक्ति किसी सरकारी अस्पताल में आकर मरीजों का इलाज नहीं कर सकता। यह दंडनीय अपराध की श्रेणी में है।
(बाईट- सिविल सर्जन , मधुसूदन प्रसाद)

सिविल सर्जन ने ईटीवी के सवालों के जवाब में कहा कि इस मामले को ले दो सदस्यी चिकित्सकों की एक कमिटी बनाकर तत्काल प्रभाव से जांच के आदेश दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह कतई संभव नहीं कि इस बात की जानकारी पीएचसी प्रभारी व अन्य स्टाफ को नहीं होगी। लिहाजा यह पैनल पीएचसी के बाकी दूसरे अधिकारी और स्टाफ की संलिप्तता और स्वार्थलिप्सा को लेकर भी जांच करेगी। वहीं इसके लिए महज रसोईया ही नहीं बल्कि नाम सामने आने पर पीएचसी के बाकी अधिकारियों पर भी गाज गिरनी तय है।


Conclusion:
Last Updated : Dec 13, 2019, 12:33 PM IST
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