पूर्णिया: बीते 20 दिसंबर को समस्तीपुर लोको डीजल शेड के इंजीनियर द्वारा पूर्णिया रेलवे कोर्ट स्टेशन के पास रखे एक पुराने वाष्प इंजन को बेचने (Railway Engineer Sold Rail Engine In Purnea) का मामला सामने आया था. उस मामले में पूर्णिया कोर्ट रेलवे स्टेशन से जिस ट्रक (Truck Recovered In Rail Engine Scam Case) से स्टीम इंजन को काटकर ले जाया गया था, उसे पुलिस ने जब्त किया है. वहीं, इस मामले में फरार चल रहे इंजीनियर और पुलिस पदाधिकारी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
इसे भी पढ़ें भागलपुर सृजन घोटाला केस: 9 आरोपियों की संपत्ति लॉक, 34 मकान और जमीन का नहीं हो सकेगा रजिस्ट्रेशन
रेलवे पुलिस ने छापामारी के दौरान पटना के बाढ़ बख्तियारपुर से दो ट्रक बरामद किया है. इसी ट्रक से ही भाप इंजन स्क्रैप की ढुलाई हुई थी. ट्रक के संबंध में बताया जा रहा है कि दोनों ट्रक बख्तियारपुर नेशनल हाईवे के किनारे एक गांव के पास लावारिस अवस्था में टूटे-फूटे हालत में मिला है. हालांकि ड्राइवर और खलासी की भी गिरफ्तारी अब तक नहीं हो सकी है.
ये भी पढ़ें: मगध विश्वविद्यालय घोटाला: निगरानी ने 4 अधिकारियों को किया गिरफ्तार, कोर्ट में किए गए पेश
इस मामले में समस्तीपुर लोको सेड के फरार इंजीनियर राजीव रंजन झा की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. लेकिन अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. वहीं, बनमनखी आरपीएफ इंस्पेक्टर बीपी मंडल की अगवाई में दोनों ट्रक को बनमनखी रेलवे थाने ले जाया गया है. वहीं इंस्पेक्टर बीपी मंडल ने बताया कि कांड संख्या 2/2021 के तहत दर्ज की गई है अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
बता दें कि बीते 20 दिसंबर को समस्तीपुर लोको डीजल शेड के इंजीनियर द्वारा पूर्णिया रेलवे कोर्ट स्टेशन के पास रखे एक पुराने वाष्प इंजन को बेचने का मामला सामने आया था. जहां इंजीनियर ने एक पुराना इंजन स्क्रैप माफिया के हाथ बेच दिया. बाद में एक सिपाही की शिकायत पर रेलवे पुलिस की जांच में इस मामले का खुलासा हुआ.
इस मामले में इंजीनियर का नाम राजीव रंजन झा बताया जा रहा है. जिसने डीएमई का फर्जी कार्यालय आदेश जारी कर वर्षों से खड़ी छोटी लाइन के पुराने इंजन स्क्रैप माफिया के हाथ बेच दिया. मामला उजागर नहीं हो सके, इसके लिए डीजल शेड पोस्ट पर कार्यरत एक दारोगा को भी इंजीनियर ने इस काम में मिला लिया. वहीं इस मामले की जानकारी पूर्णिया कोर्ट स्टेशन पर काम कर रहे कर्मचारी और सहायक स्टेशन मास्टर ने आरपीएफ को दी. जिसके बाद जांच पड़ताल शुरू की गई और पूरे मामले का खुलासा हो गया.
मामला उजागर होने के बाद से फरार चल रहे इंजीनियर आरआर झा की गिरफ्तारी के लिए आरपीएफ की टीम लगातार छापेमारी कर रही है. उधर, डीआरएम आलोक अग्रवाल के आदेश पर इंजीनियर और हेल्पर के अलावा डीजल शेड पोस्ट पर तैनात दारोगा वीरेंद्र द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
बता दें कि पहले पूर्णिया रेलवे कोर्ट स्टेशन से गुजरने वाली छोटी लाइन पर वाष्प इंजन चलता था. कुछ वर्ष पूर्व स्टेशन का विकास हुआ और छोटी लाइन बड़ी लाइन में बदल दी गई, उसी वक्त से एक पुराना वाष्प इंजन रेलवे कोर्ट स्टेशन परिसर के पास रखा हुआ था.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP