पूर्णिया: जिले के टाउन हॉल में राष्ट्रीय बांस मिशन के तहत दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया. जहां पर्यावरण एवं वन विभाग सहित कृषि विभाग के अधिकारियों ने बांस की खेती करने वाले किसानों और कारीगरों को बांस के व्यवसाय से जुड़ी तकनीकी जानकारी दी. वहीं, इस दौरान ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक अभय कुमार ने कहा कि जल्द ही वन संसाधन केंद्र में बांस ट्रीटमेंट प्लान का निर्माण कराया जाएगा. बता दें कि पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के पूर्णिया प्रमंडल इकाई की ओर से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन
राष्ट्रीय बांस मिशन के तहत दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में मौजूद अधिकारियों ने बांस की खेती करने वाले किसानों की समस्याएं जानकर उन्हें तकनीकी जानकारी दी. इसके साथ ही बांस की खेती करने वाले किसानों को बांस की बीमारियों से बचाने के लिए उपाय बताए. वहीं, इस दौरान जिले से आए किसानों को बांस से जुड़े व्यवसाय के बारे में भी कई नई जानकारी दी गई. प्रशिक्षण कार्यशाला के माध्यम से बांस की खेती और व्यवसाय को अपनाने के लिए जिले के लोगों को प्रेरित करना है.
वन संसाधन केंद्र में होगा बांस ट्रीटमेंट प्लान का निर्माण
ईटीवी भारत से खास बातचीत में क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक अभय कुमार ने कहा कि जल्द ही वन विभाग की ओर से वन संसाधन केंद्र में बांस ट्रीटमेंट प्लान का निर्माण कराया जाएगा. जहां किसानों के उत्पादित बांस का उपचार कर उसकी उम्र बढ़ाई जाएगी. उन्होंने बताया कि स्थानीय क्षेत्र के वातावरण के अनुकूल बांस की प्रजाति की उन्नत किस्म के पौधे को तैयार किया जा रहा है. जिससे सीधे तौर पर बांस उत्पादन में बढ़ोतरी होगी.
कार्यशाला में किसानों को मिला निदान
कार्यशाला के दौरान किसानों को बंबू कंपोजिट टेक्नोलॉजी, बंबू प्रेजेंटेशन तकनीक और पोटेंशियल यूज ऑफ बंबू टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी दी गई. उद्यान कृषि विभाग के निदेशक नंद किशोर, पूर्णिया अंचल के वन संरक्षक डॉक्टर एस कुमार स्वामी, भारतीय प्लाईवुड उद्योग संस्थान, प्रशिक्षण संस्थान बेंगलुरु और कोलकाता के विपिन कुमार चावला और अमिताभ सुभी ने सामूहिक तौर पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया.