पूर्णिया: वर्षो से अधर में अटके पूर्णिया एयरपोर्ट के मुद्दे को लेकर सीमांचल और कोसी के सांसद एकजुट हो गए हैं. हवाईअड्डा के मुद्दे पर अपनी आवाज बुलंद करने के लिए उत्तर बिहार के 7 सांसद दलगत राजनीति से परे एकजुट होकर मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने को एकसाथ जुटे हैं. इन सांसदो की मांग है कि जल्द से जल्द एयरपोर्ट निर्माण का कार्य दोबारा से शुरू करने के लिए एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया को निर्देश दिया जाए.
जल्द से काम शुरू करवाने की मांग: पूर्णिया में एयरपोर्ट की मांग को लेकर अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को पत्र लिखकर मुलाकात का समय मांगा है. सांसद प्रदीप कुमार ने वर्षो से टालमटोल किए जा रहे पूर्णिया एयरपोर्ट के मुद्दे पर कोसी- सीमांचल के सांसदों को भी एकसाथ गोलबंद कर लिया है. इस दौरान उत्तर बिहार के सात सांसद नागरिक उड्डयन मंत्री से मिलकर एयरपोर्ट के मुद्दे पर अपनी बात मजबूती से रखेंगे.
मुलाकात के समय की मांग: लोकसभा सत्र में शामिल होने दिल्ली पहुंचते ही अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह के नेतृत्व में सभी 7 सांसदों ने नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने की बात की. सांसद के पत्र पर अगर गौर करें तब केंद्रीय मंत्री सिंधिया से मुलाकात के दौरान सांसद के साथ पूर्णिया सांसद संतोष कुशवाहा, कटिहार सांसद दुलाल चंद गोस्वामी, किशनगंज सांसद मो जावेद, मधेपुरा सांसद दिनेश चंद्र यादव, सुपौल सांसद दिलेश्वर कामत, मुजफ्फरपुर सांसद अजय निषाद भी मौजूद रहेंगे. इस बाबत सांसद प्रदीप ने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात के बाद निश्चित ही सकारात्मक कदम उठाए जाएंगे.
सांसद ने लिखा मंत्री को खत: नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लिखे पत्र में सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने लिखा है कि पूरे बिहार के पूर्णिया और सहरसा प्रमंडल का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसदों का एक समूह यह बताना चाहता है कि हम बिहार सरकार द्वारा दी गई नवीनतम प्रतिबद्धता के आलोक में पूर्णिया हवाई अड्डे के लंबे समय से विलंबित सिविल एन्क्लेव के संबंध में आपसे मिलना चाहते हैं.
एयरफोर्स से रनवे शुरू करने का अनुरोध: बताया कि 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा पूर्णिया सिविल एन्क्लेव परियोजना एक या अन्य कारणों से विलंबित है. भूमि अधिग्रहण (52.18 एकड़) से जुडे कार्य को पूरा होने के मामले में नवीनतम सकारात्मक विकास के साथ राज्य के आश्वासन के लिए लिखित में 4 लेन कनेक्टिविटी और भारतीय वायु सेना द्वारा रनवे के फिर से पूरा करने के लिए अनुरोध किया है.
तकनीकी सलाहकार रहेंगे सांसदो के साथ मौजूद: इधर, भारतीय वायुसेना की लीज वाले भूमि से उड़ान सेवाओं की शुरुआत 2016 में हुई. इसी सहमति के अनुसार यह आगे बढ़ सकती है. उस समय नियोजित रनवे के पुन्रर्सतह के कारण आगे नहीं बढ़ सकी थी. इस दौरान हवाई अड्डा से जुड़ी तकनीकी जानकारी के लिए पूर्णिया सैन्य हवाईअड्डा के ग्रुप कैप्टन विश्वजीत कुमार (सेवानिवृत्त) तकनीकी सलाहकार के रूप में सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के साथ रहेंगे.