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Flood In Purnea: बाढ़ की भेंट चढ़ी बैसा प्रखंड की तीन मुख्य सड़कें, कई गांव का संपर्क टूटा

पूर्णिया में बाढ़ ने अपना विकराल रूप धारण कर लिया है. जिले के बैसा प्रखंड में कनकई नदी उफान पर है. जिसके चलते प्रखंड क्षेत्र की तीन प्रमुख सड़कें टूट गई है. सड़क टूट जाने के कारण लोगों का शहर से संपर्क टूट गया है. पढ़ें पूरी खबर..

पूर्णिया में बाढ़ से टूटा सड़कों का संपर्क
पूर्णिया में बाढ़ से टूटा सड़कों का संपर्क
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Published : Jul 16, 2023, 12:38 PM IST

Updated : Jul 16, 2023, 1:23 PM IST

बाढ़ से टूटा सड़कों का संपर्क

पूर्णिया: उत्तर बिहार और सीमांचल इलाके में बारिश के कारण कई नदियां ऊफान पर है. पूर्णिया जिले के बैसा प्रखंड में नदियों ने अपना रौद्र रूप धारण कर लिया है. नदी में बाढ़ आ जाने के कारण पानी खेतों की ओर बढ़ने लगा है. जिसके चलते इलाके में तीन मुख्य सडकें ध्वस्त हो गई. जिससे आवागमन बाधित हो गया है. बैसा प्रखंड के फुलेश्वरी से हरना, रायबेर से प्रसादपुर और बरडीहा से खाता टोली जाने वाली सड़क कनकई नदी में विलीन हो गई है.

ये भी पढ़ें- Flood In Bihar: अररिया में बाढ़ का कहर, ग्रामीण और शहरी इलाकों में घुसा पानी

कई इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी: पानी के तेज बहाव के चलते इस सड़क का संपर्क कई गांव से टूट गया है. लोग को इस बात का डर सता रहा है कि अगर गांव के कोई लोग बीमार पड़ते हैं तो अस्पताल कैसे पहुंचेंगे. स्थानीय लोगों ने कहा कि अफसरशाही की वजह से सड़के भेंट चढ़ गई है. पूर्णिया के अमौर और बैसा प्रखंड में कनकई, महानंदा, दास, बकरा और परमाण नदी में उफान के कारण कई इलाके में बाढ़ आ गई है.

बाढ़ से सड़क संपर्क टूटा
बाढ़ से सड़क संपर्क टूटा

लोगों में डर का माहौल: बैसा प्रखंड में 3 सड़कें बाढ़ के पानी में कट गई है. जिसमें मुख्य रूप से फुलेश्वरी से हारना, रायबेर से प्रसादपुर और बरडीहा से खाता टोली जाने वाली ग्रामीण सड़कें हैं. गांव के कई लोगों को इस बात का डर सता रहा है कि अगर कोई बीमार पड़ जाता है तो उन्हें अस्पताल कैसे पहुंचाया जाएगा. बैसा के प्रखंड प्रमुख मोहम्मद शमीम अख्तर ने कहा कि इन सड़कों के कटने से हजारों लोगों का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क टूट गया है.

"लोगों का आवागमन ठप हो गया है. 2021 में इस इलाके में आए बाढ़ में यह सड़क कट गई थी. कई बार प्रशासन को भी इस बाबत कहा. लेकिन सड़क की मरम्मत नहीं हुई. इस बार फिर यह सड़क एक सौ मीटर कट चुकी है. जिस कारण आवागमन बाधित है. कनकई नदी में उफान के कारण इस इलाके के सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है. हर तरफ जलप्रलय की स्थिति दिख रही है. सड़कों पर पानी की तेज धारा बह रही है. जिस कारण लोगों का आना जाना भी मुश्किल है."- मो शमीम अख्तर, प्रखंड प्रमुख, बैसा

लोगों ने प्रशासन से लगाई गुहार: बाढ़ के कारण लोगों ने ऊंचे स्थलों पर शरण ले लिया है. ऐसे में लोग प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं. कुछ यही हालात अमौर प्रखंड के कई गांवों की भी है. यहां बाढ़ के कारण कई घरों में पानी घुस गया है. लोग सड़कों और उचित स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. मवेशियों के लिए भी परेशानी बढ़ गई है. कई जगह कटाव भी हो रहा है. जिससे आमजन काफी परेशान हैं. प्रशासन का दावा है कि बाढ़ निरोधक कार्य जारी है. डीएम कुंदन कुमार ने सभी अधिकारियों को समय पर बाढ़ निरोधक काम करने और लोगों को समय पर राहत पहुंचाने का निर्देश दिया है.

बाढ़ से टूटा सड़कों का संपर्क

पूर्णिया: उत्तर बिहार और सीमांचल इलाके में बारिश के कारण कई नदियां ऊफान पर है. पूर्णिया जिले के बैसा प्रखंड में नदियों ने अपना रौद्र रूप धारण कर लिया है. नदी में बाढ़ आ जाने के कारण पानी खेतों की ओर बढ़ने लगा है. जिसके चलते इलाके में तीन मुख्य सडकें ध्वस्त हो गई. जिससे आवागमन बाधित हो गया है. बैसा प्रखंड के फुलेश्वरी से हरना, रायबेर से प्रसादपुर और बरडीहा से खाता टोली जाने वाली सड़क कनकई नदी में विलीन हो गई है.

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कई इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी: पानी के तेज बहाव के चलते इस सड़क का संपर्क कई गांव से टूट गया है. लोग को इस बात का डर सता रहा है कि अगर गांव के कोई लोग बीमार पड़ते हैं तो अस्पताल कैसे पहुंचेंगे. स्थानीय लोगों ने कहा कि अफसरशाही की वजह से सड़के भेंट चढ़ गई है. पूर्णिया के अमौर और बैसा प्रखंड में कनकई, महानंदा, दास, बकरा और परमाण नदी में उफान के कारण कई इलाके में बाढ़ आ गई है.

बाढ़ से सड़क संपर्क टूटा
बाढ़ से सड़क संपर्क टूटा

लोगों में डर का माहौल: बैसा प्रखंड में 3 सड़कें बाढ़ के पानी में कट गई है. जिसमें मुख्य रूप से फुलेश्वरी से हारना, रायबेर से प्रसादपुर और बरडीहा से खाता टोली जाने वाली ग्रामीण सड़कें हैं. गांव के कई लोगों को इस बात का डर सता रहा है कि अगर कोई बीमार पड़ जाता है तो उन्हें अस्पताल कैसे पहुंचाया जाएगा. बैसा के प्रखंड प्रमुख मोहम्मद शमीम अख्तर ने कहा कि इन सड़कों के कटने से हजारों लोगों का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क टूट गया है.

"लोगों का आवागमन ठप हो गया है. 2021 में इस इलाके में आए बाढ़ में यह सड़क कट गई थी. कई बार प्रशासन को भी इस बाबत कहा. लेकिन सड़क की मरम्मत नहीं हुई. इस बार फिर यह सड़क एक सौ मीटर कट चुकी है. जिस कारण आवागमन बाधित है. कनकई नदी में उफान के कारण इस इलाके के सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है. हर तरफ जलप्रलय की स्थिति दिख रही है. सड़कों पर पानी की तेज धारा बह रही है. जिस कारण लोगों का आना जाना भी मुश्किल है."- मो शमीम अख्तर, प्रखंड प्रमुख, बैसा

लोगों ने प्रशासन से लगाई गुहार: बाढ़ के कारण लोगों ने ऊंचे स्थलों पर शरण ले लिया है. ऐसे में लोग प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं. कुछ यही हालात अमौर प्रखंड के कई गांवों की भी है. यहां बाढ़ के कारण कई घरों में पानी घुस गया है. लोग सड़कों और उचित स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. मवेशियों के लिए भी परेशानी बढ़ गई है. कई जगह कटाव भी हो रहा है. जिससे आमजन काफी परेशान हैं. प्रशासन का दावा है कि बाढ़ निरोधक कार्य जारी है. डीएम कुंदन कुमार ने सभी अधिकारियों को समय पर बाढ़ निरोधक काम करने और लोगों को समय पर राहत पहुंचाने का निर्देश दिया है.

Last Updated : Jul 16, 2023, 1:23 PM IST
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