पूर्णिया: तीन दिनों से जारी आफत भरी बारिश ने पूरे जिले को डूबा दिया है. लगातार बारिश की वजह से ग्रामीण जहां सैलाब की त्रासदी से जूझ रहे हैं. वहीं शहरी इलाकों में जल प्रलय जैसी स्थिति कायम है. शहर के ज्यादातर घरों में बारिश का पानी घुस चुका है. आलम यह है कि लोगों के किचन में रखे सामान और चूल्हे तक प्रलयकारी पानी से बच नहीं सके हैं.
प्रशासन की ओर से नहीं मिली कोई सुविधा
एनएच और शहर के मुख्य सड़क को छोड़ दें तो सभी इलाकों में भारी बारिश के बाद सैलाब जैसी स्थिति कायम है. बारिश का पानी नलियों को लबालब भरते हुए किसी के आंगन, तो किसी के कमरे तक पहुंच गया है. इसके बावजूद अब तक ऐसे इलाकों में नगर निगम या प्रशासन की ओर से किसी तरह की कोई सुविधा नहीं मिल सकी है.
ये इलाके हैं सबसे ज्यादा प्रभावित
शहर के वे इलाके जो बारिश से सबसे अधिक प्रभावित हैं, उनमें मधुबनी इलाका, कला भवन रोड, नवरत्न हाता, बस स्टैंड, चित्रवानी हॉल रोड, गुलाबबाग, पूर्णिया कोर्ट स्टेशन रोड, फ्लावर मिल रोड, खीरू चौक, पूर्णिया कॉलेज रोड, कसबा जैसे बड़े और पॉश इलाके शामिल हैं. इन इलाकों मे ही शहर की मेयर से लेकर बड़े प्रशासनिक अधिकारी रहते हैं. लिहाजा बाकी इलाकों का हाल क्या होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.
क्या कहते हैं स्थानीय निवासी
इन इलाकों में कई ऐसे घर भी हैं, जहां बारिश का पानी घर के आंगन, कमरे और किचन तक में जा पहुंचा है. जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. मधुबनी इलाके में रहने वाले प्रकाश रजा बताते हैं कि पहले तो बारिश का पानी हमारे आंगन में घुसा. जिसके बाद आंगन का सारा सामान उन्होंने घर और किचन में रख दिया. लेकिन अचानक रात को पानी बेडरूम से लेकर किचन तक में प्रवेश कर गया. उन्होंने बताया कि इन सब में सबसे अधिक परेशानी बच्चों को उठानी पड़ रही है. वहीं प्रशासन की ओर से अब तक कोई यहां देखने तक नहीं पहुंचा है.