पूर्णियाः वेतन भुगतान में सालों से हो रहे टालमटोल से नाराज पूर्णिया विश्वविद्यालय के कर्मियों ने पीयू वीसी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. साथ ही अनिश्चितकालीन धरने पर चले गए हैं. 3 वर्षों से वेतन अवरुद्ध किए जाने से नाराज कर्मियों ने बुधवार को कड़ी धूप के बावजूद सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान हाथों में पोस्टर व बैनर लिए नाराज कर्मियों ने वीसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
2017 में हुई थी नियुक्ति मगर अब तक नहीं हुई भुगतान
दरअसल, 2017 में निकली बहाली के तहत 49 कर्मियों की नियुक्ति तो हो गई. मगर इन्हें बीते 3 सालों से वेतन नहीं मिल सका. वेतन को लेकर कई दफे आवाज बुलंद होती रही. मगर सरकार से लेकर विवि प्रशासन तक को कोई फर्क नहीं पड़ा. हालांकि एक महीने पहले ही सरकार ने सभी कर्मियों की वेतन भुगतान की राशि विवि के खाते में डाल दी. बावजूद इसके इन कर्मियों को उनके हिस्से का वेतन नहीं मिला. जिससे नाराज कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए और पीयू प्रशासन के इस लेटलतीफी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया.
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए नाराज विवि कर्मी
नाराज कर्मियों ने कहा कि 2017 में ही इनकी बहाली बीएनएमयू के तहत की गई थी. इसके बाद वे पीयू के साथ बतौर कर्मी जुड़ गए और सेवाएं भी शुरू हो गई. मगर भुगतान नहीं किया जा सका. जिसे लेकर सभी कर्मी वक्त-बेवक्त इसे लेकर अपनी आवाज उठाते रहे. मगर हर वक्त विवि प्रशासन का कोई नया बहाना होता रहा. इसे लेकर कई बार विरोध प्रदर्शन हुए और हमें आश्वासन मिलता रहा. इन सबके बावजूद देखते ही देखते 3 साल गुजर गए. मगर कर्मियों को उनके वेतन का भुगतान नहीं किया गया.
विवि मद में भेजी गई राशि मगर अब तक नहीं हुआ भुगतान
विवि कर्मियों ने पीयू वीसी पर ईगो की लड़ाई में उनके हक का वेतन रोके जाने का गंभीर आरोप लगाया. जिस पर अपनी सफाई देते हुए पीयू वीसी ने कहा कि यह बात सही है कि इनके 3 साल के वेतन अवरुद्ध हैं. इसके भुगतान को लेकर हमने भी कई दफे राज्य सरकार को पत्र लिखा था. मगर इस पर कोई खास जवाब नहीं आया. हालांकि एक माह पूर्व इनके वेतन की भुगतान की राशि विवि मद में डाली जा चुकी है. अब जल्द ही इसे निर्गत किया जाएगा.