पूर्णिाया: जिले में बुधवार शाम को शहर में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब प्रवासी मजदूरों से खचाखच भरी एक ट्रक जिला मुख्यालय में दौड़ती दिखाई दी. बताया जाता है कि ट्रक पर कुल 100 प्रवासी मजदूर सवार थे. वे सभी यूपी के गाजियाबाद से ट्रक पर सवार होकर बिहार के लिए निकले. पूर्णिया में तैनात पुलिसकर्मियों की नजर उनपर पड़ी. जिसके बाद पुलिस ने ट्रक का पीछा कर उसे रुकवाया.
पुलिस ने चालक और प्रवासियों से गहन पूछताछ करने के बाद सभी को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया. जहां गाजियाबाद से ट्रक पर लदकर आए सभी 100 प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग और टेस्टिंग कराई गई. वहीं स्वास्थ्य जांच के बाद सभी को वाहन कोषांग सेंटर पर जांच रिपोर्ट आने तक क्वारंटीन किया गया है.
अलग-अलग प्रखंडों के रहने वाले हैं मजदूर
जानकारी के मुताबिक सभी मजदूर जिले के अलग-अलग प्रखण्डों के निवासी बताए जा रहे हैं. वे सभी गाजियाबाद में रहकर मजदूरी किया करते थे. लेकिन, लॉकडाउन की वजह से उनका काम बंद हो गया. ट्रक ड्राइवर और प्रवासी मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन के बाद से वे गाजियाबाद में फंसे थे. तब से लगातार ट्रेन से आने का इंतजार कर रहे थे. लेकिन, टिकट नहीं मिला. ऐसे में वे ट्रक से निकल पड़े.
'गाजियाबाद में ली थी अनुमति'
मजदूरों और ड्राइवर ने बताया कि वे गाजियाबाद पुलिस से परमिशन लेकर, वहां स्वास्थ्य जांच कराकर ही गृह जिले के लिए निकले. वहीं, यूपी से आते हुए गोपालगंज सीमा पर भी ट्रक को रोककर उनकी स्वास्थ्य जांच की थी. साथ ही क्वारंटीन का ठप्पा भी हाथों पर लगाया था.
'सड़कों पर दौड़ रही थी ट्रक'
वहीं, प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि गुलाबबाग से गुजरते हुए उनकी नजर सरपट सड़कों पर दौड़ती ट्रक पर गई. जिसके बाद उन्होंने बाइक से ट्रक का पीछा करते हुए सड़क पर मौजूद पुलिस से संपर्क किया. पुलिस ने ट्रक का पीछा करते हुए रेणु उद्यान के पास ट्रक को धर दबोचा. जहां आधे घंटे तक गहन पूछताछ के बाद पुलिस इन प्रवासी मजदूरों को स्वास्थ्य जांच कराने के लिए सदर अस्पताल ले गई.
मजदूरों को किया गया क्वारंटीन
इस बाबत घटनाक्रम के चार्जिंग ऑफिसर ने बताया कि गहरी पूछताछ के बाद सभी प्रवासी मजदूरों को जांच के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां इनकी स्क्रीनिंग और टेस्टिंग होगी. इसके बाद प्रक्रियाओं के तहत जांच रिपोर्ट आने तक के लिए इन्हें क्वारंटीन में रखा जा रहा है.