पूर्णिया: दहेज प्रथा उन्मूलन के लिए बनाए गए कानून को प्रभावी बनाने के लिए राज्य सरकार हर स्तर पर प्रयासरत हैं. लेकिन शायद ही उसका नतीजा जमीनी स्तर पर देखने को मिला हो. आज भी दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर विवाहिताओं की चिताएं सज जाती हैं. ऐसा ही एक मामला जिले के बनगांवा से सामने आया है. जहां एक विवाहिता को ससुराल वालों ने जिंदा जला दिया.
दरअसल, बनगांवा निवासी रामदेव ने अपनी बेटी की शादी 2 वर्ष पूर्व खवासपुर अररिया जिला के अमित कुमार से की थी. ससुराल वाले लगातार मृतका रंभा देवी से दहेज में नकद रुपये और बाइक की मांग कर रहे थे. मांग पूरी नहीं होने पर जान से मारने की धमकी दे रहे थे. वहीं, गुरुवार को दहेज लोभी परिवार ने दहेज की मांग पूरी नहीं होने के कारण विवाहिता को आग के हवाले कर दिया.
इलाज के दौरान मौत
वहीं, इस घटना की जानकारी मृतका के पति अमित को दी गई. मौके पर अमित घर पहुंच कर इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल ले गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. जैसे ही इस बात की जानकारी महिला के परिजन को मिली, तो वह सदर अस्पताल पहुंचे और ससुरालवालों पर हत्या का आरोप लगाया.
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विवाहिता के परिजनों का कहना है कि दहेज नहीं देने के कारण ससुराल वालों ने मेरी बेटी को मार डाला है. वहीं, मृतका के पति का कहना है कि ससुराल वालों द्वारा लगाया गया आरोप गलत है. रंभा देवी ने खुद अपने आप को आग के हवाले किया है. इस मामले में मेरे माता-पिता दोषी नहीं है.