पूर्णिया: पूर्णिया कोर्ट रेलवे स्टेशन के समीप से लोजपा के नेता अनिल उरांव (आदिवासी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष) के अपहरण मामले में अब उनके समर्थक उग्र हो गये हैं. अपने नेता की रिहाई नहीं होने के कारण समर्थकों ने जमकर बवाल काटा. शहर की कई सड़कों को जाम कर प्रदर्शन किया. बता दें कि 48 घंटे बीत जाने के बाद भी नेता की रिहाई नहीं हो सकी. समर्थक और परिजन इन्हीं बात से आक्रोशित थे.
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दे दी गई थी फिरौती की रकम
लोजपा के नेता एवं आदिवासी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल उरांव का 48 घंटे पहले अपहरण हो गया था. अपहरणकर्ताओं द्वारा पीड़ित परिवार से 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी. इसकी जानकारी स्थानीय थाने को दी गई थी.
इसी दौरान परिजनों द्वारा अपहरणकर्ताओं को बताए गए जगह पर 10 लाख की फिरौती भी पहुंचा दी गई. लेकिन अपहरणकर्ताओं ने उरांव द्वारा उन्हें रिहा किया गया और ना ही जिला प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की कार्रवाई की गई.
सड़कों को किया जाम
अपहरण के 48 घंटे बीत जाने के बाद आदिवासी समुदाय के लोगों ने सरकार एवं पूर्णिया प्रशासन के विरोध में सड़क पर उतर कर शहर के कई मुख्य मार्गों को जाम कर दिया. इनका आरोप है कि पूर्णिया प्रशासन अपहरण के इस मामले में विफल साबित हुआ है. अनिल उरांव कटिहार जिला के मनिहारी विधानसभा के प्रत्याशी भी रह चुके हैं.