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इलाज के दौरान JDU नेता महमूद अशरफ के बेटे की मौत, समर्थकों ने की जमकर तोड़फोड़

नुरुल की मौत के बाद अस्पतालकर्मी एक-एक कर अस्पताल छोड़कर फरार हो गए. जिसके बाद नुरुल अशरफ के परिजनों को शक हुआ. परिजनों ने आईसीयू का दरवाजा तोड़कर देखा तो पाया कि अशरफ का मृत शरीर आईसीयू में पड़ा था.

पूर्णिया
जेडीयू नेता महबूब आलम के बेटे की मौत
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Published : Jan 29, 2020, 8:34 AM IST

पूर्णिया: जिले में मंगलवार को लाइन बाजार स्थित प्राइवेट अस्पताल में दिवंगत जेडीयू नेता महमूद अशरफ के बेटे नुरुल अशरफ की इलाज के दौरान मौत हो गई. जिसके बाद नुरुल अशरफ के समर्थकों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल काटा. साथ ही आक्रोशित समर्थकों और परिजनों ने निजी अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ भी की. वहीं, सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर पुलिस ने मामले को शांत कराया.

पूर्णिया
अस्पताल में तोड़फोड़ करते समर्थक

कर्मी अस्पताल छोड़कर हुए फरार
मिली जानकारी के अनुसार जेडीयू के दिवगंत नेता महमूद अशरफ के छोटे बेटे नुरुल अशरफ को गॉल ब्लेडर में शिकायत के बाद अस्पताल लाया गया था. वहीं, इलाज के दौरान रात 10 बजे नुरुल की इलाज के दौरान मौत हो गई. बताया जा रहा है कि नुरुल की मौत के बाद अस्पतालकर्मी एक-एक कर अस्पताल छोड़कर फरार हो गए. जिसके बाद नुरुल अशरफ के परिजनों को शक हुआ. परिजनों ने आईसीयू का दरवाजा तोड़कर देखा तो पाया कि अशरफ का मृत शरीर आईसीयू में पड़ा था.

पेश है रिपोर्ट

समर्थकों ने किया जमकर तोड़फोड़
अस्पतालकर्मियों के भागने से परिजनों और समर्थकों का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया. जिसके बाद नाराज समर्थकों ने अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की. वहीं, मामले को तूल पकड़ता देख सदर एसडीपीओ आनंद कुमार पांडेय भारी पुलिस दल के साथ लाइन बाजार स्थित निजी अस्पताल पहुंचे और किसी तरह लोगों को समझाकर उनका गुस्सा शांत कराया.

पूर्णिया: जिले में मंगलवार को लाइन बाजार स्थित प्राइवेट अस्पताल में दिवंगत जेडीयू नेता महमूद अशरफ के बेटे नुरुल अशरफ की इलाज के दौरान मौत हो गई. जिसके बाद नुरुल अशरफ के समर्थकों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल काटा. साथ ही आक्रोशित समर्थकों और परिजनों ने निजी अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ भी की. वहीं, सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर पुलिस ने मामले को शांत कराया.

पूर्णिया
अस्पताल में तोड़फोड़ करते समर्थक

कर्मी अस्पताल छोड़कर हुए फरार
मिली जानकारी के अनुसार जेडीयू के दिवगंत नेता महमूद अशरफ के छोटे बेटे नुरुल अशरफ को गॉल ब्लेडर में शिकायत के बाद अस्पताल लाया गया था. वहीं, इलाज के दौरान रात 10 बजे नुरुल की इलाज के दौरान मौत हो गई. बताया जा रहा है कि नुरुल की मौत के बाद अस्पतालकर्मी एक-एक कर अस्पताल छोड़कर फरार हो गए. जिसके बाद नुरुल अशरफ के परिजनों को शक हुआ. परिजनों ने आईसीयू का दरवाजा तोड़कर देखा तो पाया कि अशरफ का मृत शरीर आईसीयू में पड़ा था.

पेश है रिपोर्ट

समर्थकों ने किया जमकर तोड़फोड़
अस्पतालकर्मियों के भागने से परिजनों और समर्थकों का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया. जिसके बाद नाराज समर्थकों ने अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की. वहीं, मामले को तूल पकड़ता देख सदर एसडीपीओ आनंद कुमार पांडेय भारी पुलिस दल के साथ लाइन बाजार स्थित निजी अस्पताल पहुंचे और किसी तरह लोगों को समझाकर उनका गुस्सा शांत कराया.

Intro:मेडिकल हब के नाम से मशहूर जिले के लाइन बाजार में डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। डॉक्टरों की इसी लापरवाही के कारण मंगलवार रात किशनगंज लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी दिवगंत जदयू नेता महमूद अशरफ के बेटे नुरुल असरफ की जान चली गई। जिसके बाद आक्रोशित समर्थकों व परिजनों ने इस निजी अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की। फिलहाल घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। घण्टों की मशक्कत के बाद किसी तरह मामले को शांत कराया।Body:गोल ब्लाडर की शिकायत के बाद लाया गया था अस्पताल...

वहीं मृतक नुरुल अशरफ जदयू के दिवगंत नेता महमूद अशरफ का छोटा बेटा बताया जा रहा है। जिसे गोल ब्लैडर की शिकायत के बाद लाइन बाजार स्थित जिले के एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल में एडमिट कराया गया था। इसी के बाद रात तकरीबन 10:00 बजे नुरुल की इलाज के दौरान मौत हो गई। इस बार मामला सियासी था। लिहाजा नुरुल की मौत होते ही अस्पताल के डॉक्टर और कर्मी एक-एक कर अस्पताल छोड़कर फरार हो गए। जिसके बाद नुरुल असरफ के परिजनों को शक हुआ। परिजन आईसीयू का कमरा तोड़कर आआईसीयू में प्रवेश हुए। जहां अशरफ का मृत शरीर आईसीयू में पड़ा था।

नाराज समर्थकों व परिजनों ने जमकर की तोड़फोड़....

जिसके बाद वहां मौजूद परिजन आक्रोशित हो गए। जंगल में आग की तरह यह खबर समूचे जिले में फैल गई। एक-एक कर महमूद असरफ व नुरुल असरफ के समर्थकों और परिजनों का के जुटने का सिलसिला अस्पताल के बाहर शुरू हो गया। डॉक्टर और कर्मियों के अस्पताल छोड़ भागने से परिजनों व समर्थकों का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया ।नाराज परिजनों व समर्थकों ने जमकर तोड़फोड़ की लाखों के सामान को पल भर में स्वाहा कर दिया। वहीं मामले को तूल पकड़ता देख सदर एसडीपीओ आनंद कुमार पांडेय सैकड़ों जवानों के साथ लाइन बाजार स्थित निजी अस्पताल पहुंचे। किसी तरह लोगों को समझाकर उनका गुस्सा शांत कराया।


अस्पताल प्रबंधन पर परिजनों का गंभीर आरोप...

इस वक्त मृतक के परिजन ने बताया कि नुरुल अशरफ को गोल ब्लैडर की शिकायत थी। जिसके दर्द बढ़ने के बाद ही उसे बायसी स्थित उनके घर से लाइन बाजार रोड में स्थित फातमा हॉस्पिटल में लाया गया था। इस दौरान अशरफ को आईसीयू में एडमिट किया गया। तो वहीं शाम से ही परिवार वालों की अशरफ से मिलने की मना ही कर दी गई थी। परिजनों का यह भी आरोप है कि जब नुरुल असरफ के इलाज के बारे में पूछे जाने पर भी डॉक्टरों का स्पष्ट आंसर नहीं आया। जिसके बाद इन्हें शक हुआ। परिजनों ने अपने आरोप में कहा है कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण उनके बेटे की जान गई।


एसडीपीओ ने कराया मामले को शांत...

वहीं मामला तूल पकड़ता इससे पहले सदर एसडीपीओ आनंद पांडे सैकड़ों पुलिसकर्मियों के साथ निजी अस्पताल पहुंचे। किसी तरह लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। Conclusion:
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