पूर्णियाः जिले में आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त नाबालिगों को पुलिस फ्रेंडली बनाने के उद्देश्य से पूर्णिया में गुरुवार को बालमित्र थाना का उद्घाटन किया गया. इस बालमित्र थाना का उद्घाटन यूनिसेफ के प्रतिनिधि यास्मीन अली ने किया. वहीं, सदर थाना में खुले बिहार के इस पहले बालमित्र थाना को लेकर बच्चों में खासा उत्साह दिखाई दे रहा है.
बालमित्र थाना का उद्घाटन
दरअसल, पूर्णिया में खुले बिहार के इस पहले बालमित्र थाना की विशेषताओं पर गौर करें तो, ये सूबे के सभी थानों से बिल्कुल हटकर होगा. इस थाने की खासियत है कि यहां की दीवारों पर बच्चों की पसंद के कार्टून और चित्रकारी की गई है. थाना परिसर में अपराध में लिप्त बच्चों में सकारात्मक वातावरण पैदा करने के लिए खिलौने और खेल की दूसरी सामग्रियां सहित, सजावटी प्राकृतिक पौधे, बच्चों से जुड़ी पाठ्य सामग्रियां और साज-सज्जा की दूसरी वस्तुओं भी रखी जाएंगी.
बच्चे उज्ज्वल भविष्य की बुनियाद कर सके तैयार
यूनिसेफ के केंद्रीय प्रतिनिधि यास्मीन अली ने बताया कि इस थाने का मुख्य उद्देश्य अपराध जगत में प्रवेश करने वाले बच्चों में सकारात्मक भावना पैदा कर उनके जीवन में परिवर्तन लाना, ताकि वें आगे अपराध की दुनिया से एक उज्ज्वल भविष्य की बुनियाद तैयार कर सकें. वहीं एसपी विशाल शर्मा ने कहा कि अपराध थाना को खोलने का एक मात्र उद्देश्य बच्चों के बीच पुलिस की वर्दी, हथियार और थाना के आपराधिक माहौल से बचाकर इनके बीच भयमुक्त वातावरण पैदा करना है.
बच्चों में दिखा काफी उत्साह
वहीं, बालमित्र थाना खुलने के बाद बच्चों में खासा उत्साह दिखाई दिया. कार्यक्रम में मौजूद उत्साहित स्कूली बच्चों ने कहा कि हम पुलिस और थाना का नाम सुनते ही डर उठते थे. लेकिन यहां आकर हमारी सोच परिवर्तित हो गई.