पूर्णिया: यास तूफान का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. बिहार के बाकी हिस्सों की तरह जिले में भी यास चक्रवात का उत्पात जारी है. तेज हवाओं के साथ आसमान से आफत बनकर बरस रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. जिले के कई हिस्सों से जहां फसलों के नुकसान, पेड़ों के टूटकर गिरने, फसलों की भारी क्षति और बिजली के खंभों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिल रही है. वहीं भारी बारिश के कारण शहरी और ग्रामीण इलाके ही नहीं बल्कि समाहरणालय सभागार भी बारिश के पानी में डूबा दिखा दे रहा है.
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अब तक 139 मिलीमीटर बारिश
यास चक्रवाती तूफान ने जिले में जमकर उत्पात मचाया है. सरकारी दफ्तर हो या गली-मोहल्ला हर जगह पानी ही पानी दिखाई दे रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक जिले में अब तक 139.6 मिलीमीटर वर्षापात हो चुकी है. वहीं मौसम विभाग ने 30 मई तक चक्रवाती तूफान का असर दिखाई देने का अंदेशा जताया है.
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पानी-पानी हुआ शहर
लगातार दो दिनों से हो रही भारी बारिश ने शहरी इलाकों को ही नहीं बल्कि ग्रामीण बस्तियों को भी जलमग्न कर दिया है. शास्त्री नगर, गुरुद्वारा रोड, नवरत्न और बाडीहाट जैसे इलाकों में जलजमाव की भीषण समस्या पैदा हो गई है. इन इलाकों के कई घरों में बारिश का पानी प्रवेश कर गया है. धमदाहा, रूपौली, बायसी, बैसा, डगरुआ, कसबा जैसे प्रखंडों के ग्रामीण इलाकों में गुरुवार तड़के सुबह से ही बिजली बाधित रही.
फसल, वृक्ष, बिजली के खंभे धराशाई
30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही तेज हवाओं के कारण न सिर्फ फसलों को नुकसान पहुंचा है, बल्कि कई वृक्ष धराशाई हो गए हैं. वहीं शहर और गांव के कई हिस्सों में बिजली के खंभों की क्षतिग्रस्त होने की खबर सामने आ रही है.
तापमान में 15 डिग्री की गिरावट
बुधवार से हो रही लगातार बारिश के कारण मौसम का मिजाज तेजी से बदला है. तेज हवा के झोंके और भारी बारिश के कारण तापमान में करीब 15 डिग्री की गिरावट आई है. 30- 40 किलोमीटर की रफ्तार से बह रही हवाओं के साथ ही मेघ गर्जन का सिलसिला जारी है.