पूर्णिया: कृषक एग्री बिजनेस कम्पनी मैनेजर व कर्मचारियाें पर डीएपी खाद व बीज की डीलरशिप दिलाने के नाम पर कटिहार व पूर्णिया के तकरीबन 100 किसानों के दो करोड़ रुपए ठगने का आरोप लगा है. इस मामले का फर्दाफाश तब हुआ जब कई किसानों ने मरंगा थाने पहुंचकर आवेदन दिया. मामले की गंभीरता को देखते हुए मरंगा पुलिस ठगी के कारोबार में शामिल शातिरों की धर-पकड़ में जुट गई है.
पीड़ित किसानों ने मरंगा थाना क्षेत्र के बीजेन्द्र पब्लिक स्कूल के समीप गुजंन यादव नामक युवक के मकान में चल रहे कृषक एग्री बिजनेस कम्पनी के मैनेजर व कर्मचारियाें पर करीब 2 करोड़ रुपए की ठगी का आरोप लगाया है.
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लालच देकर किसानों को ठगा
ठगी को लेकर धमदाहा के पीड़ित किसान राजीव लोचन झा ने बताया कि कृषक एग्री बिजनेस कम्पनी के कर्मचारी पहले किसानों को पपीता, महोगनी, आम, लीची आदि का पौधा लगाकर बराबर इसकी देखरेख करने आते थे.
कम्पनी के कर्मचारियों ने अपने शातिर मनसूबों के तहत पहले किसानों का भरोसा जीता और फिर कम रेट पर डीएपी, यूरिया व भूमि रत्न नामक फर्टिलाइजर खाद, बीज आदि सप्लाई करने की बात कही. इससे किसान जालसाजों के झांसे में आ गये.
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22 किसानों से 60 लाख की ठगी
पीड़ित किसानों ने बताया कि रविवार को पूर्णिया व कटिहार के लगभग 22 किसानों ने मिलकर मरंगा थाना में आवेदन किया है. 22 किसानों से लगभग 60 लाख रुपए से अधिक की ठगी की गई है. पीड़ित किसान राजीव लोचन ने बताया कि उन्होंने जिलास्तरीय डीलरशिप के लिए 3 किश्तों में 4 लाख रुपये का पेमेंट किया था.
ठगी के शिकार बारसोई कटिहार के किसान रवीन्द्रनाथ भगन से 3 लाख 90 हजार, धमदाहा के विनोद भगत से 5 लाख 15 हजार रुपए, बारसोई के अनवारुल हक से 2 लाख 50 हजार रुपए, धमदाहा की शशि देवी से 4 लाख रुपए, रानीपरता निवासी अचल कुमार से 2 लाख 60 हजार रुपए, रुपौली निवासी अमित कुमार से 1 लाख रुपए समेत कई किसानों को ठगा गया है.
कर्मचारियों का फोन स्विच ऑफ
पीड़ित किसानों ने बताया कि उन्होंने कृषक एग्री बिजनेस के कर्मचारियों को चेक व नकदी के रूप में भुगतान किया था. रुपए कम्पनी के खाते में डाले गये थे. जिसका उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक पूर्णिया में खाता संख्या 35291 2004000 0128 है.
उन्होंने बताया कि सभी किसानों से कहा गया था कि 15 मई 2021 तक सभी को खाद पहुंच जाएगा. जब 15 मई को खाद नहीं पहुंचा तो सभी कंपनी के दफ्तर गये. वहां ताला लटका था. कम्पनी के सभी कर्मचारी यूपी के थे. वे कर्मचारी फरार हैं और उनका फोन भी स्विच ऑफ है.