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पूर्णिया: सदर अस्पताल में लगा है गंदगी का अंबार, बीमारियां फैलने का बढ़ा खतरा

सदर अस्पताल में सफाई के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है. मरीज के परिजन रवि कुमार बताते हैं कि परिसर में फैली गंदगी के कारण काफी मच्छर लगते हैं. उन्होंने बताया कि यहां बीमारियां फैलने का खतरा है.

सदर अस्पताल में गंदगी का अंबार
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Published : Nov 24, 2019, 11:30 AM IST

पूर्णिया: जिले के सदर अस्पताल में स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. यहां अस्पताल में पसरी गंदगी बीमारियों को दावत देती नजर आ रही है. इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग आंख मूंदकर बैठा हुआ है.

डेंगू विभाग के पास गंदगी का अंबार
अस्पताल का डेंगू विभाग भी गंदगी से अछूता नहीं है. यहां डेंगू विभाग के ठीक पीछे मेडिकल वेस्ट का अंबार लगा हुआ है. वहीं, आइसोलेशन वार्ड के ठीक पीछे के परिसर में लाखों की कीमत से बने शौचालय का हाल खस्ता है. यहां स्वच्छता अभियान के बड़े-बड़े स्लोगन लिखे हैं. लेकिन ठीक उसी जगह अस्पताल का सारा कचरा फेंका जा रहा है.

Purnea
अस्पताल में भर्ती मरीज

सफाई के नाम पर खानापूर्ति
सदर अस्पताल में सफाई के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है. मरीज के परिजन रवि कुमार बताते हैं कि परिसर में फैली गंदगी के कारण काफी मच्छर लगते हैं. उन्होंने बताया कि यहां बीमारियां फैलने का खतरा है. यहां एडमिट मरीज और उनके परिजनों का बदबू से जीना मुहाल है.

सदर अस्पताल में गंदगी का अंबार, बिमारियां फैलने का खतरा

'वार्ड में घुसा जहरीला सांप'
डेंगू मरीज के परिजन सुभाष यादव ने बताया कि डेंगू वार्ड के पीछ कई महीनों से मेडिकल वेस्ट जमा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि गंदगी के कारण यहां जहरीले जीव-जंतुओं ने अपनी जगह बना ली है. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो कल रात ही डेंगू विभाग में एक जहरीला सांप घुस गया था. जिसे परिजनों ने वार्ड से बाहर निकाला था.

जल्द मिलेगी निजात
सदर अस्पताल अधीक्षक मधुसूदन प्रसाद ने बताया कि सफाई होने के बावजूद मरीज और इनके परिजन वेस्ट इधर-उधर फेंकने लगते हैं. वहीं, इसके साथ ही इधर-उधर गंदगी फैले होने का एक बड़ा कारण अधिक मरीजों का वार्ड में दाखिल होना है. उन्होंने कहा कि जल्द ही इस समस्या से लोगों को निजात दिलाई जाएगी.

पूर्णिया: जिले के सदर अस्पताल में स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. यहां अस्पताल में पसरी गंदगी बीमारियों को दावत देती नजर आ रही है. इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग आंख मूंदकर बैठा हुआ है.

डेंगू विभाग के पास गंदगी का अंबार
अस्पताल का डेंगू विभाग भी गंदगी से अछूता नहीं है. यहां डेंगू विभाग के ठीक पीछे मेडिकल वेस्ट का अंबार लगा हुआ है. वहीं, आइसोलेशन वार्ड के ठीक पीछे के परिसर में लाखों की कीमत से बने शौचालय का हाल खस्ता है. यहां स्वच्छता अभियान के बड़े-बड़े स्लोगन लिखे हैं. लेकिन ठीक उसी जगह अस्पताल का सारा कचरा फेंका जा रहा है.

Purnea
अस्पताल में भर्ती मरीज

सफाई के नाम पर खानापूर्ति
सदर अस्पताल में सफाई के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है. मरीज के परिजन रवि कुमार बताते हैं कि परिसर में फैली गंदगी के कारण काफी मच्छर लगते हैं. उन्होंने बताया कि यहां बीमारियां फैलने का खतरा है. यहां एडमिट मरीज और उनके परिजनों का बदबू से जीना मुहाल है.

सदर अस्पताल में गंदगी का अंबार, बिमारियां फैलने का खतरा

'वार्ड में घुसा जहरीला सांप'
डेंगू मरीज के परिजन सुभाष यादव ने बताया कि डेंगू वार्ड के पीछ कई महीनों से मेडिकल वेस्ट जमा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि गंदगी के कारण यहां जहरीले जीव-जंतुओं ने अपनी जगह बना ली है. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो कल रात ही डेंगू विभाग में एक जहरीला सांप घुस गया था. जिसे परिजनों ने वार्ड से बाहर निकाला था.

जल्द मिलेगी निजात
सदर अस्पताल अधीक्षक मधुसूदन प्रसाद ने बताया कि सफाई होने के बावजूद मरीज और इनके परिजन वेस्ट इधर-उधर फेंकने लगते हैं. वहीं, इसके साथ ही इधर-उधर गंदगी फैले होने का एक बड़ा कारण अधिक मरीजों का वार्ड में दाखिल होना है. उन्होंने कहा कि जल्द ही इस समस्या से लोगों को निजात दिलाई जाएगी.

Intro:आकाश कुमार (पूर्णिया)

वैसे तो डॉक्टरों को धरती का भगवान । अस्पताल को मरीजों के मंदिर का तमगा हासिल है। मगर इन दिनों मरीजों का यह मंदिर जिले का सदर अस्पताल यहां आने वाले लोगों को बेहतर इलाज नहीं बल्कि सौगात में बीमारियां बांटता नजर आ रहा है। इसकी वजह है, परिसर में फैला गंदगी का अंबार। दरअसल सबसे चौकाने वाली बात यह है कि अस्पताल का ड़ेंगू विभाग ही गंदगी का सबसे बड़ा पनाहगार बन गया है। वहीं जगह-जगह बिखड़े मेडिकल वेस्ट व दूसरे वर्ज्य पदार्थ बीमारियों को सह देता नजर आ रहा है।




Body:डेंगू, मलेरिया जैसे बीमारियों को सह दे रहा डेंगू विभाग...

दरअसल वह डेंगू विभाग जो यहां आने वाले डेंगू मरीजों को अपने आस-पास सफाई-सफाई रखने की सलाह देता है। इनदिनों वह विभाग खुद डेंगू ,मलेरिया व ऐसी ही खतरनाक बीमारियों को सह देता नजर आ रहा है। डेंगू विभाग के ठीक पीछे मेडिकल वेस्टज बिखड़े पड़े हैं। वहीं जिस शौचालय को मरीजों की सहूलियत के लिए आइसोलेशन वार्ड के ठीक पीछे के परिसर में बनाया गया था। गंदगी के चादर में लिपटे लाखों के फंड से बने इस शौचालय का भी बेडागर्ग हो चुका है। दरअसल स्वच्छता को लेकर अस्पताल प्रबंधन कितना बेपरवाह है। इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि जहां स्वच्छता के बड़े-बड़े स्लोगन चिपके हैं ठीक वहीं अस्पताल का सारा कचड़ा फेंका जा रहा है।


सफाई के नाम पर हो रही खानापूर्ति....


वहीं परिसर में फैले गंदगी को ले डेंगू मरीज के परिजन रवि कुमार बतातें हैं कि परिसर की इस दुर्दशा के कारण यहां तेजी से मच्छर और दूसरे खतरनाक बीमारी जन्म ले रहे हैं। यहां एडमिट मरीज और उनके परिजनों का बदबू से जीना मुहाल है। आलम यह है कि मच्छरदानी होने के बावजूद मच्छर से मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। वहीं दिन के समय भी इस वार्ड में मच्छरों के प्रकोप है। यहां यत्र-तत्र बिखड़े गंदी के अंबार का एक बड़ा कारण सफाई के नाम पर सफाईकर्मियों द्वारा खानापूर्ति करना है।


डेंगू वार्ड में प्रवेश हुआ था जहरीला सांप...


वहीं डेंगू मरीज के परिजन सुभाष यादव कि मानें तो डेंगू वार्ड के पीछे महीनों से मेडिकल वेस्टेज जमा किया जा रहा है। वहीं प्रबंधन की लापरवाही से कचड़े का यह अंबार जहरीले सांप व बिच्छे का फेवरेट स्पॉट बन गया है। वहीं डेंगू मरीज के परिजन सुभाष व अन्य प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो कल रात ही डेंगू विभाग में एक जहरीला सांप प्रवेश कर गया था। जिसे मरीज के परिजनों के आपसी सूझबूझ से वार्ड से बाहर किया गया। बताया जाता है कि जिस वक्त सांप वार्ड में घुसा पूरे वार्ड में तत्काल अफरातफरी की स्थिति बन गई।


ये कचड़े का ढेर स्वस्थ इंसान को भी बना सकता है अपना शिकार..


वहीं सदर अस्पताल में खुले में फेंकें गए अस्पताल की दूषित वस्तुएं बेहद घातक हैं। यहां फेंकें जाने वाले मेडिकल और दूसरे वेस्ट में सिरिंच, बीमारियों से निकले वर्ज्य ,दवाइयों की शीशियां ,दूषित पट्टियां ,दूषित ब्लड के अवशेष आदि यहां खुले में फेंका जा रहा है। लिहाजा ये ऐसे वेस्ट हैं जो एक स्वस्थ इंसान को भी बेहद आसानी से अपनी जद में लेकर कई खतरनाक बीमारियां दे सकता है।


जानें क्या कहते हैं सीएस...


सदर अस्पताल अधीक्षक मधुसूदन प्रसाद की मानें तो यह स्थिति तब बनती है जब सफाई होने के बावजूद मरीज और इनके परिजन वेस्ट इधर- उधर फेंकने लगते हैं। वहीं इसके साथ ही इधर-उधर गंदगी फैले होने का एक बड़ा कारण क्षमता से अधिक मरीजों का वार्ड में दाखिल होना है। हालांकि इसे संजीदगी से लेते हुए सख्ती बरती जाएगी। जल्द ही इस समस्या से लोगों को निजात मिलेगा।



Conclusion:1मरीज के परिजन रवि कुमार
2 मरीज के परिजन सुभाष यादव
3 सदर अस्पताल अधीक्षक मधुसूदन प्रसाद
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