पूर्णिया: जिले में सैलाब का सितम जारी है. आफत की बाढ़ ने तीन प्रखंड बायसी ,अमौर व बैसा को पूरी तरह अपनी जद में ले लिया है. महानंदा, बकरा, कनकई, परमान जैसी नदियों के उफनते वेग ग्रामीण बस्तियों के बाद बड़ी ही तेजी से स्टेट हाइवे और जिला मुख्यालयों की ओर बढ़ रही है.
62 पंचायतों के सवा लाख लोग प्रभावित
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 62 पंचायतों के सवा लाख लोग विकराल बाढ़ से प्रभावित बताए जा रहे हैं. यहां अब तक दो की मौत हो चुकी है. सरकार से किसी तरह की मदद न मिलता देख लोग सुरक्षित स्थान पर नया बसेरा बनाने को मजबूर हो रहे हैं. ईटीवी भारत की टीम सैलाब की चपेट में आये बायसी के बाढ़ प्रभावित चोपड़ा पंचायत ,बालूगंज पंचायत, बांसबाड़ी और सिमलबाड़ी जैसे गांवों में पहुंचा और बाढ़ हकीकत सामने लेकर आई.
कट गए दर्जनों छोटे-बड़े डायवर्जन
बाढ़ के पानी के कारण देखते ही देखते दर्जनों छोटे-बड़े डायवर्जन कट गए हैं. इस कारण बाढ़ ने सैकड़ों गावों को अपनी चपेट में ले लिया है. फसलें, घरों में रखे अनाज, पशुओं का चारा बहने के साथ ही लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. गांव और हाईवे से लगी ऊंची इमारतों को छोड़कर सभी घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है.
बाढ़ की स्थिति भयावह
बाढ़ की स्थिति कितनी भयावह है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों में कमर से ऊपर तक पानी है. वहीं यह पानी अब धीरे-धीरे स्टेट हाईवे की ओर बढ़ रहा है. सरकारी मदद की आश में टकटकी लगाए लोग अब पलायन कर रहे हैं. हैरत की बात है कि गांवों में अब तक कोई स्थानीय प्रतिनिधि झांकने तक नहीं पहुंचा, जिसे लेकर ग्रामीण खासे नाराज हैं.
बायसी के बाढ़ प्रभावित पंचायत
बायसी अनुमंडल का बायसी पंचायत, चोपड़ा, ताराबाड़ी, सुगवा महानंदपुर पंचायत, पुरानागंज, बनगामा, चिरैया, तालबाड़ी, श्रीपुर मल्लाह टोली, चकला, हरियतोड़, खुटिया,चन्द्रगामा, बालूगंज जैसे पंचायतों के सैकड़ों गांव प्रभावित हैं.
बैसा के बाढ़ प्रभावित पंचायत
हरिया, काशिबाड़ी, बरडीहा, डुमरिया, मंगलपुर, झौवामानी, सिरसी, पोखड़िया, झटरभोग, अभयपुर, मठवा टोली, हिजली आसियानी, मालपाड़ा, रायवेर, रौटा, मंझोक, धुसमल पंचायत के सैकड़ों गांव प्रभावित हैं.
अमौर के बाढ़ प्रभावित पंचायत
हफनिया पंचायत ,खाड़ी महीनगांव ,रंगरैया लाल ,डहुआबाड़ी टोली ,भवानीपुर ,हरिपुर खरैया , तालबाड़ी ,ज्ञानडोभ पंचायत जैसे पंचायत प्रभावित हैं.