ETV Bharat / state

पूर्णियां: 14 अगस्त की मध्यरात्रि को फहराया गया तिरंगा, 74 सालों से जारी है परंपरा - पूर्णिया का तिरंगा चौक

पूर्णिया में 14-15 अगस्त की मध्यरात्रि 12ः01 पर झंडोत्तोलन किया गया. बता दें कि यहां यह परंपरा 1947 से चली आ रही है.

पूर्णिया
पूर्णिया
author img

By

Published : Aug 15, 2021, 3:16 AM IST

पूर्णिया: स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए जहां समूचा देश 15 अगस्त (Independence Day) की सुबह का इंतजार कर रहा था. वहीं बिहार के पूर्णिया में 14 अगस्त 1947 से चली आ रही परंपरा को कायम रखते हुए लोगों ने ऐतिहासिक झंडा चौक पर मध्य रात्रि को ठीक 12:01 पर झंडोत्तोलन कर आजादी का 75वां वर्षगांठ मनाया.

यह भी पढ़ें- लाल किले पर नहीं... यहां फहराया जाता है स्वतंत्रता दिवस पर पहला झंडा, 74 सालों से चली आ रही है परंपरा

इस मौके पर लोगों ने एक दूसरे को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी. वहीं दूधिया रोशनी में भारत माता के गूंजते जयकारे और आजादी के जश्न में डूबे लोगों की खुशी देखते ही बन रही थी.

देखें वीडियो

मौका आजादी की जश्न का था. लिहाजा वर्षों से चली आ रही परंपरा को कायम रखते हुए 14-15 अगस्त की मध्यरात्रि दूधिया रोशनी में लोग ऐतिहासिक झंडा चौक पर एकत्र हुए. सन 1947 से चली आ रही परंपरा को बरकरार रखते हुए स्वतंत्रता सेनानी रामेश्वर प्रसाद सिंह के पोते विपुल प्रसाद सिंह ने ठीक 12:01 पर झंडा फहराया.

इस दौरान विपुल के परिवार के सदस्य भी इस पल के साक्षी बने. वहीं इस दौरान जुड़े अन्य लोगों के बीच सदर विधायक विजय खेमका, समाजसेवी दिलीप कुमार दीपक, फ्लैग मैन अनिल कुमार चौधरी समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे.

इस बाबत स्थानीय विधायक विजय खेमका ने कहा कि बाघा बॉर्डर के बाद पूर्णिया में सबसे पहले आजादी का जश्न मनाया जाता है. यह परंपरा 14 अगस्त 1947 से चली आ रही है. इसे बरकरार रखते हुए 14-15 अगस्त की मध्य रात्रि में ठीक 12:01 पर झंडोत्तोलन किया जाता है.

यह भी पढ़ें- दक्षिण भारत में भी हुआ था जलियांवाला बाग जैसा कांड

पूर्णिया: स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए जहां समूचा देश 15 अगस्त (Independence Day) की सुबह का इंतजार कर रहा था. वहीं बिहार के पूर्णिया में 14 अगस्त 1947 से चली आ रही परंपरा को कायम रखते हुए लोगों ने ऐतिहासिक झंडा चौक पर मध्य रात्रि को ठीक 12:01 पर झंडोत्तोलन कर आजादी का 75वां वर्षगांठ मनाया.

यह भी पढ़ें- लाल किले पर नहीं... यहां फहराया जाता है स्वतंत्रता दिवस पर पहला झंडा, 74 सालों से चली आ रही है परंपरा

इस मौके पर लोगों ने एक दूसरे को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी. वहीं दूधिया रोशनी में भारत माता के गूंजते जयकारे और आजादी के जश्न में डूबे लोगों की खुशी देखते ही बन रही थी.

देखें वीडियो

मौका आजादी की जश्न का था. लिहाजा वर्षों से चली आ रही परंपरा को कायम रखते हुए 14-15 अगस्त की मध्यरात्रि दूधिया रोशनी में लोग ऐतिहासिक झंडा चौक पर एकत्र हुए. सन 1947 से चली आ रही परंपरा को बरकरार रखते हुए स्वतंत्रता सेनानी रामेश्वर प्रसाद सिंह के पोते विपुल प्रसाद सिंह ने ठीक 12:01 पर झंडा फहराया.

इस दौरान विपुल के परिवार के सदस्य भी इस पल के साक्षी बने. वहीं इस दौरान जुड़े अन्य लोगों के बीच सदर विधायक विजय खेमका, समाजसेवी दिलीप कुमार दीपक, फ्लैग मैन अनिल कुमार चौधरी समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे.

इस बाबत स्थानीय विधायक विजय खेमका ने कहा कि बाघा बॉर्डर के बाद पूर्णिया में सबसे पहले आजादी का जश्न मनाया जाता है. यह परंपरा 14 अगस्त 1947 से चली आ रही है. इसे बरकरार रखते हुए 14-15 अगस्त की मध्य रात्रि में ठीक 12:01 पर झंडोत्तोलन किया जाता है.

यह भी पढ़ें- दक्षिण भारत में भी हुआ था जलियांवाला बाग जैसा कांड

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.