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पूर्णिया: सदर अस्पताल में आवारा कुत्तों का आतंक, लावारिश लाश को नोच-नोच कर खाया

अस्पताल में इलाज कराने आए एक प्रत्यक्षदर्शी विनय मिश्रा ने ईटीवी भारत को बताया कि अज्ञात बीमार व्यक्ति को कुछ लोगों ने विगत दिन अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया था.

आवारा कुत्तों का आतंक
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Published : Nov 14, 2019, 1:22 PM IST

पूर्णिया: प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली किसी से छिपी नहीं है. ये हालात तब है जब केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्वनी चौबे खुद सूबे के निवासी हैं. ताजा मामला जिले सदर अस्पताल का है. जहां अस्पताल परिसर में आवारा कुत्तों ने एक लावारिस लाश को अपना शिकार बनाया. अस्पताल परिसर में इन आवारा कुत्तों का खौफ इतना अधिक है कि कई मरिज बिना इलाज कराए ही अस्पताल से बैरंग वापस लौट जाते है.

पूर्णिया
घटना के बाद जमा लोगों की भीड़

'देर रात हुई थी मौत'
इस बाबात अस्पताल में इलाज कराने आए एक प्रत्यक्षदर्शी विनय मिश्रा ने ईटीवी से बात करते हुए बताया कि अज्ञात बिमार व्यक्ति को किसी कुछ लोगों ने विगत दिन अस्पताल इलाज के लिए भर्ती करवाया था. वह आइसोलेशन वार्ड के पास पडा हुआ था. अस्पताल प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया. जिससे उसकी देर शाम मौत हो गई थी. उसके लाश को कुछ आवरा कुत्ते नोंच खा रहे थे. मगर किसी ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया.

ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट

काफी देर बाद नींद से जागा अस्पताल प्रशासन
वहीं, इस बात की जानकारी जैसे है अस्पताल प्रशासन को लगी वो आनन-फानन में अपना कर्मी भेजकर शव को उठाकर स्ट्रेचर पर लाकर रख दिया.मामले पर अस्पताल कर्मी मिथुन बताता है कि शव को आवारा कुत्ते ने नोंच खाया है. शव को शिनाख्त के लिए बाहर रखा गया था.

मधुसूदन प्रसाद, सीएस

अस्पताल में है कर्मियों की कमी-सीएस
इस मामले पर असप्ताल के सीएस मधुसूदन प्रसाद बताते है कि वह मरीज कहां पर था मुझे इस बात की जानकारी नही थी, मीडिया के माध्यम से मुझे मामला का पता चला. मामले पर उन्होंने अपना पल्ला झारते हुए कहा कि वह मरिज खुद से चलकर अस्पताल तो नहीं आया था. किसी सामाजिक कार्यकर्ता ने उसे यहां पर भर्ती करवाया था. इसलिए केवल अस्पताल से उम्मीद रखना अतिश्योक्ति है. हालाकि मैं इस मामले की छानबीन कर जानकारियां जुटा रहा हूं. मानवता के नाम पर यह संवेदनहीनता है. उन्होंने बताया कि हमारे अस्पताल में मरिज के अलावे कर्मी की कमी है.

अस्पताल परिसर में कुत्ते
अस्पताल परिसर में कुत्ते

पूर्णिया: प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली किसी से छिपी नहीं है. ये हालात तब है जब केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्वनी चौबे खुद सूबे के निवासी हैं. ताजा मामला जिले सदर अस्पताल का है. जहां अस्पताल परिसर में आवारा कुत्तों ने एक लावारिस लाश को अपना शिकार बनाया. अस्पताल परिसर में इन आवारा कुत्तों का खौफ इतना अधिक है कि कई मरिज बिना इलाज कराए ही अस्पताल से बैरंग वापस लौट जाते है.

पूर्णिया
घटना के बाद जमा लोगों की भीड़

'देर रात हुई थी मौत'
इस बाबात अस्पताल में इलाज कराने आए एक प्रत्यक्षदर्शी विनय मिश्रा ने ईटीवी से बात करते हुए बताया कि अज्ञात बिमार व्यक्ति को किसी कुछ लोगों ने विगत दिन अस्पताल इलाज के लिए भर्ती करवाया था. वह आइसोलेशन वार्ड के पास पडा हुआ था. अस्पताल प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया. जिससे उसकी देर शाम मौत हो गई थी. उसके लाश को कुछ आवरा कुत्ते नोंच खा रहे थे. मगर किसी ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया.

ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट

काफी देर बाद नींद से जागा अस्पताल प्रशासन
वहीं, इस बात की जानकारी जैसे है अस्पताल प्रशासन को लगी वो आनन-फानन में अपना कर्मी भेजकर शव को उठाकर स्ट्रेचर पर लाकर रख दिया.मामले पर अस्पताल कर्मी मिथुन बताता है कि शव को आवारा कुत्ते ने नोंच खाया है. शव को शिनाख्त के लिए बाहर रखा गया था.

मधुसूदन प्रसाद, सीएस

अस्पताल में है कर्मियों की कमी-सीएस
इस मामले पर असप्ताल के सीएस मधुसूदन प्रसाद बताते है कि वह मरीज कहां पर था मुझे इस बात की जानकारी नही थी, मीडिया के माध्यम से मुझे मामला का पता चला. मामले पर उन्होंने अपना पल्ला झारते हुए कहा कि वह मरिज खुद से चलकर अस्पताल तो नहीं आया था. किसी सामाजिक कार्यकर्ता ने उसे यहां पर भर्ती करवाया था. इसलिए केवल अस्पताल से उम्मीद रखना अतिश्योक्ति है. हालाकि मैं इस मामले की छानबीन कर जानकारियां जुटा रहा हूं. मानवता के नाम पर यह संवेदनहीनता है. उन्होंने बताया कि हमारे अस्पताल में मरिज के अलावे कर्मी की कमी है.

अस्पताल परिसर में कुत्ते
अस्पताल परिसर में कुत्ते
Intro:पुर्णिया में एकबार फिर अस्पताल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था की सच्चाई सामने आई है । अस्पताल में लावारिस अवस्था मे मृत पड़े मरीज को आवारा कुत्तों ने बनाया अपना शिकार ।


Body:VO---अस्पताल प्रांगण में स्ट्रेचर पर मृत पड़ा इस शव को आवारा कुत्तों ने अपना शिकार बनाया । बताया जाता है कि मृत व्यक्ति को किसी व्यक्ति ने कुछ दिन पूर्व अस्पताल में लावारिस अवस्था मे ला इलाज के लिए छोड़ गया था । उसे देखने वाला कोई नही था । अस्पताल प्रशासन भी उसके ऊपर कोई ध्यान नही दिया और उसे उसी तरह लावारिस अवस्था मे छोड़ दिया । वह अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड के पास पड़ा था । कई बात अन्य मरीजो द्वारा अस्पताल प्रशासन को लावारिस व्यक्ति की जानकारी भी दी गई । मगर किसी ने भी उसके ऊपर ध्यान नही दिया । कल देर रात उसकी मौत हो गई और अस्पताल प्रांगण में आवारा कुत्तों ने उसे अपना शिकार बना उसे आधे से अधिक शरीर को नोच खाया । इस बात की जैसे ही जानकारी अस्पताल कर्मी को मिली आनन फानन में उसके शव मो चादर से ढक स्ट्रेचर पर रख दिया । इस संधर्भ में चश्मदीद इलाज करवा रहे मरीज विनय ने बताया कि आवारा कुत्तों ने मृतिका के शरीर के आधे से अधिक हिस्सो को नोच खाया है । मृतिका के पूरे शरीर नोचे दिख रहे हैं। वही अस्पताल कर्मी मिथुन भी मानते हैं कि उसके शरीर को कुतो ने नोच खाया है ।
सबसे बड़ी बात अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था भी 24 घण्टे रहते है और अगर अस्पताल में इस मरीज की जानकारी प्रशासन को थी तो उसका ईलाज क्यो नही हो रहा था । अब जाँच के बाद ही सारी सच्चाई सामने आएगी । फ़िलहाल अस्पताल प्रशासन की सच्चाई तो सामने आ ही गई हैं ।

BYTE---विनय मिश्रा ( चश्मदीद )

BYTE---मिथुन ( अस्पताल कर्मी )


Conclusion:एकबार फिर अस्पताल प्रशासन की सच्चाई समाने आ खड़ी दिखी ।

ABHAY KUMAR SINHA

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PURNIA

नोट---सर यह विजुअल सिर्फ हम लोग के पास ही अभी हैं ।
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