पूर्णिया: प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली किसी से छिपी नहीं है. ये हालात तब है जब केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्वनी चौबे खुद सूबे के निवासी हैं. ताजा मामला जिले सदर अस्पताल का है. जहां अस्पताल परिसर में आवारा कुत्तों ने एक लावारिस लाश को अपना शिकार बनाया. अस्पताल परिसर में इन आवारा कुत्तों का खौफ इतना अधिक है कि कई मरिज बिना इलाज कराए ही अस्पताल से बैरंग वापस लौट जाते है.
'देर रात हुई थी मौत'
इस बाबात अस्पताल में इलाज कराने आए एक प्रत्यक्षदर्शी विनय मिश्रा ने ईटीवी से बात करते हुए बताया कि अज्ञात बिमार व्यक्ति को किसी कुछ लोगों ने विगत दिन अस्पताल इलाज के लिए भर्ती करवाया था. वह आइसोलेशन वार्ड के पास पडा हुआ था. अस्पताल प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया. जिससे उसकी देर शाम मौत हो गई थी. उसके लाश को कुछ आवरा कुत्ते नोंच खा रहे थे. मगर किसी ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया.
काफी देर बाद नींद से जागा अस्पताल प्रशासन
वहीं, इस बात की जानकारी जैसे है अस्पताल प्रशासन को लगी वो आनन-फानन में अपना कर्मी भेजकर शव को उठाकर स्ट्रेचर पर लाकर रख दिया.मामले पर अस्पताल कर्मी मिथुन बताता है कि शव को आवारा कुत्ते ने नोंच खाया है. शव को शिनाख्त के लिए बाहर रखा गया था.
अस्पताल में है कर्मियों की कमी-सीएस
इस मामले पर असप्ताल के सीएस मधुसूदन प्रसाद बताते है कि वह मरीज कहां पर था मुझे इस बात की जानकारी नही थी, मीडिया के माध्यम से मुझे मामला का पता चला. मामले पर उन्होंने अपना पल्ला झारते हुए कहा कि वह मरिज खुद से चलकर अस्पताल तो नहीं आया था. किसी सामाजिक कार्यकर्ता ने उसे यहां पर भर्ती करवाया था. इसलिए केवल अस्पताल से उम्मीद रखना अतिश्योक्ति है. हालाकि मैं इस मामले की छानबीन कर जानकारियां जुटा रहा हूं. मानवता के नाम पर यह संवेदनहीनता है. उन्होंने बताया कि हमारे अस्पताल में मरिज के अलावे कर्मी की कमी है.