पूर्णिया: झारखंड के दुमका में भीषण सड़क हादसे में मारे गए तीन कांवरियों का शव गुरुवार की देर शाम उनके घर सपहा गांव पहुंचा. मरने वालों में जम्मू-कश्मीर बॉर्डर पर तैनात आर्मी ऑफिसर तरुण कुमार मंडल सहित दो अन्य कांवरियां शामिल थे. ये सभी बासुकीनाथ मंदिर से जलाभिषेक कर वापस लौट रहे थे तभी ये हादसा हुआ.
इस भीषण सड़क हादसे में जहां एक कांवरिये का सर धड़ से अलग हो गया, वहीं दूसरे के सर के ऊपरी हिस्से की पसलियां सड़कों पर तितर-बितर हो गई. घटना के कुछ ही क्षण बाद तीसरे ने भी दम तोड़ दिया.
चारो ओर पसरा माताम
आर्मी ऑफिसर तरुण कुमार मंडल, ऑटो चालक सुभाष मंडल और अनिल मंडल का शव पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही इनके गांव पहुंचा, चारों ओर मातम छा गया. पूरे गांव में चीखें गूंजने लगी. क्या अपना क्या पराया, हर कोई आंखों से गिरते आंसूंओं को रोक नहीं रोक सका.
अंतिम दर्शन के लिए लोगों की उमड़ी भीड़
एक ही झटके में तीन परिवारों के घरों के चिराग बुझ गये. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. महज सपहा ही नहीं, बल्कि जिस किसी को इस दर्दनाक घटना की सूचना मिली, तरुण मंडल के अंतिम दर्शन के लिए लोग उमड़ पड़े. दर्दनाक हादसे का शिकार बने सेना के जवान सहित अन्य दोनों कांवरियों को लोगों ने नम आंखों से विदाई दी.
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
आर्मी ऑफिसर के घर में पसरा मातमी नजारा हर किसी की रोंगटे खड़े कर देने वाला था. चारों ओर विलाप, दहाड़ और तड़प की गूंज थी. बेटा अभिषेक और बेटी खुशबू आंखों में आंसू लिए अपने पापा के लौट आने की गुहार लगा रहे थे. पत्नी सहित पूरा परिवार अपना होश गवां बैठा था. सुभाष मंडल और अनिल मंडल के घर पर भी मातम पसरा था.
जलाभिषेक कर लौटने के दौरान हुआ था हादसा
पूर्णिया के 9 कांवरियों के लिए वेडनसडे ब्लैक साबित हुआ. हाइवा ऑटो की सीधी टक्कर ने 3 शिवभक्तों की जान ले ली थी जबकि 6 गंभीर रूप से घायल हो गए थे. बताया जाता है कि चार रोज पहले ही आर्मी ऑफिसर तरुण छुट्टी लेकर सावन में जलाभिषेक करने को लिए गांव पहुंचे थे. जलाभिषेक कर लौटने के क्रम में दुमका जिले के हंसडीहा थानांतर्गत बनियारा गांव के पास हाइवा और कांवरियों से भरी ऑटो की सीधी टक्कर हो गई.