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खबर का असर: अस्पताल में वाटर प्यूरीफायर की हुई रिपेयरिंग, लगी शीतल पेयजल मशीनें

पेयजल की समस्या को लेकर ईटीवी भारत ने खबर चलाई थी. इस पर संज्ञान लेते हुए सीएस ने अस्पताल में लगे सभी सातों नलों को ठीक करवाने के साथ ही खराब पड़े वाटर प्यूरीफायर को भी ठीक करवा दिया है और शीतल पेयजल मशीन लगवाए गए हैं.

सदर अस्पताल पूर्णियां
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Published : Jul 11, 2019, 11:58 AM IST

पूर्णिया: जिले में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. बीते 10 मई को ईटीवी भारत की पड़ताल में सदर अस्पताल में पेयजल की समस्या को पुरजोर तरीके से प्रकाश में लाया गया था. जिसपर संज्ञान लेते हुए सदर अस्पताल के सीएस ने इस समस्या को जल्द दूर करने के साथ ही शीतल पेयजल की व्यवस्था कराए जाने की बात कही थी. लिहाजा खराब पड़े नल, वाटर प्यूरीफायर की मरम्मती के साथ ही अस्पताल परिसर में दो शीतल पेयजल की मशीनें लगाई गई हैं.

जानकारी देते संवाददाता आकाश कुमार

गौरतलब है कि बीते 10 मई को ईटीवी ने सीमांचल के एम्स कहे जाने वाले सदर अस्पताल में पेयजल को लेकर एक पड़ताल की गई थी. इसमें पाया गया कि सदर अस्पताल में लगे 7 में से 6 नल और सभी वाटर प्यूरीफायर खराब थे. साथ ही आइसोलेशन विभाग का पंखा भी खराब था. वहीं, मरीज के परिजनों के द्वारा पास के होटल से पानी की बोतल खरीद कर पीते देखा गया. तब ईटीवी ने खराब पड़े नल और वाटर प्यूरीफायर और खराब पड़े पंखे के कारण बेतहासा गर्मी से जूझ रहे मरीज और उनके परिजनों की परेशानी को सामने लाया था.

सीएस ने दिया था आश्वासन
मामले पर संज्ञान लेते हुए सदर अस्पताल के सीएस मधुसूदन प्रसाद ने दो दिनों के भीतर ही पंखे लगवाने के साथ-साथ 7 में से 4 नलों की मरम्मती करवा दी. साथ ही सभी नलों और वाटर प्यूरीफायर के मरम्मती के साथ ही शीतल पेयजल मशीन लगवाने का आश्वासन भी दिया था. उस पर अमल करते हुए अस्पताल प्रबंधन ने सभी 7 नल, 3 प्यूरीफायरों की मरम्मती कराए जाने के साथ ही 2 शीतल पेयजल लगाए हैं. एक शीतल पेय जल मशीन आइसोलेशन विभाग के परिसर में लगाया गया है. वहीं, दूसरा शीतल पेय जल मशीन हृदयरोग विभाग परिसर में स्थापित किया गया है.

लोगों ने ईटीवी को कहा शुक्रिया
सदर अस्पताल में आए इस परिवर्तन से मरीजों के परिजन काफी खुश हैं. खासकर शीतल पेय जल मशीनों के लगाए जाने से मरीज के परिजनों में खासा उत्साह है. इस पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए लोगों ने ईटीवी भारत को शुक्रिया कहा है.

पूर्णिया: जिले में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. बीते 10 मई को ईटीवी भारत की पड़ताल में सदर अस्पताल में पेयजल की समस्या को पुरजोर तरीके से प्रकाश में लाया गया था. जिसपर संज्ञान लेते हुए सदर अस्पताल के सीएस ने इस समस्या को जल्द दूर करने के साथ ही शीतल पेयजल की व्यवस्था कराए जाने की बात कही थी. लिहाजा खराब पड़े नल, वाटर प्यूरीफायर की मरम्मती के साथ ही अस्पताल परिसर में दो शीतल पेयजल की मशीनें लगाई गई हैं.

जानकारी देते संवाददाता आकाश कुमार

गौरतलब है कि बीते 10 मई को ईटीवी ने सीमांचल के एम्स कहे जाने वाले सदर अस्पताल में पेयजल को लेकर एक पड़ताल की गई थी. इसमें पाया गया कि सदर अस्पताल में लगे 7 में से 6 नल और सभी वाटर प्यूरीफायर खराब थे. साथ ही आइसोलेशन विभाग का पंखा भी खराब था. वहीं, मरीज के परिजनों के द्वारा पास के होटल से पानी की बोतल खरीद कर पीते देखा गया. तब ईटीवी ने खराब पड़े नल और वाटर प्यूरीफायर और खराब पड़े पंखे के कारण बेतहासा गर्मी से जूझ रहे मरीज और उनके परिजनों की परेशानी को सामने लाया था.

सीएस ने दिया था आश्वासन
मामले पर संज्ञान लेते हुए सदर अस्पताल के सीएस मधुसूदन प्रसाद ने दो दिनों के भीतर ही पंखे लगवाने के साथ-साथ 7 में से 4 नलों की मरम्मती करवा दी. साथ ही सभी नलों और वाटर प्यूरीफायर के मरम्मती के साथ ही शीतल पेयजल मशीन लगवाने का आश्वासन भी दिया था. उस पर अमल करते हुए अस्पताल प्रबंधन ने सभी 7 नल, 3 प्यूरीफायरों की मरम्मती कराए जाने के साथ ही 2 शीतल पेयजल लगाए हैं. एक शीतल पेय जल मशीन आइसोलेशन विभाग के परिसर में लगाया गया है. वहीं, दूसरा शीतल पेय जल मशीन हृदयरोग विभाग परिसर में स्थापित किया गया है.

लोगों ने ईटीवी को कहा शुक्रिया
सदर अस्पताल में आए इस परिवर्तन से मरीजों के परिजन काफी खुश हैं. खासकर शीतल पेय जल मशीनों के लगाए जाने से मरीज के परिजनों में खासा उत्साह है. इस पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए लोगों ने ईटीवी भारत को शुक्रिया कहा है.

Intro:आकाश कुमार (पूर्णिया)
exclusive report।


ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है। बीते 10 मई को ईटीवी भारत की पड़ताल में सदर अस्पताल में वयाप्त पीने योग्य पानी की समस्या को पुरजोर तरीके से प्रकाश में लाया गया था।
जिसपर संज्ञान लेते हुए सदर अस्पताल के सीएस ने इस समस्या को दूर करने के साथ ही शीतल पेयजल की व्यवस्था कराए जाने की बात कही थी। लिहाजा खराब पड़े नल ,वाटर प्यूरीफायर की मरम्मती के साथ ही अस्पताल परिसर में दो शीतल पेयजल की मशीनें लगाई गई हैं।






Body:10 मई को किया था सदर अस्पताल का पड़ताल...

गौरतलब हो कि बीते 10 मई को ईटीवी ने सीमांचल के एम्स कहे जाने वाले सदर अस्पताल में एक पड़ताल की थी। ईटीवी की इस रिपोर्ट में खराब पड़े नल और वाटर प्यूरीफायर और खराब पड़े पंखें के कारण बेतहासा गर्मी से जूझ रहे मरीज व उनके परिजनों की परेशानी को पुरजोर तरीक़े से उठाया गया था।


पड़ताल में सामने आई थी प्यास से परेशान लोगों की तस्वीरें...


तब ईटीवी भारत के इस पड़ताल में 7 में से 6 नल व सभी 3 वाटर प्यूरीफायर आउट ऑफ वर्क पाए गए थे। इसके साथ ही आइसोलेशन विभाग में बगैर पंखे के भीषण गर्मी से परेशानहाल मरीज व उनके परिजनों की चौकाने वाली तस्वीर रिपोर्ट में दिखाई गई थी। तब ईटीवी की इस रिपोर्ट में प्यास बुझाने को पास के होटलों ,मंदिर व बिसलेरी की बोतलों का सहारा लेते लोगों की तस्वीरें कैमरे में कैद हुई थी।


ईटीवी के रिपोर्ट पर सीएस ने दिए थे दुरुस्तता के आश्वासन..

हालांकि ईटीवी भारत की इस पड़ताल पर संज्ञान लेते हुए सदर अस्पताल के सीएस मधुसूदन प्रसाद ने दो दिनों के भीतर ही पंखे लगवाने के साथ-साथ 7 में से 4 नलों की मरम्मती करवा दी थी।
इसके साथ ही ईटीवी के इस रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए सभी नलों व वाटर प्यूरीफायर के मरम्मती के साथ ही शीतल पेय जल मशीन लगवाने का आश्वासन दिया था।


लगी शीतल पेय जल मशीनें, बने बंद पड़े प्यूरीफायर व नल...


लिहाजा अस्पताल प्रबंधन ने ईटीवी को दिए आश्वासन पर अमलीजामा पहनाते हुए सभी 7 नल ,3 प्यूरीफायरों की मरम्मती कराए जाने के साथ ही 2 शीतल पेय जल लगाए हैं। एक शीतल पेय जल मशीन जहां आइसोलेशन विभाग के परिसर में लगाया गया है। वहीं दूसरा शीतल पेय जल मशीन हृदयरोग विभाग परिसर में स्थापित किया गया है।


लोगों ने ईटीवी को कहा शुक्रिया...


वहीं सभी नलों ,वाटर प्यूरीफायरों के मरम्मती के साथ ही सदर अस्पताल में शीतल पेयजल मशीन लगाए जाने से लोगों में बेहद काफी खुशी है। खासकर शीतल पेय जल मशीनों के लगाए जाने से लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। इस बाबत ईटीवी को उन पुराने मरीजों के परिजन भी मिले जो अब तक मरीज को ले रोजाना अस्पताल आना-जाना करते हैं। लिहाजा प्रतिक्रिया देते हुए ये तमाम लोग ईटीवी भारत को शुक्रिया अदा करना नहीं भूले।



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