पूर्णिया: जिले में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. बीते 10 मई को ईटीवी भारत की पड़ताल में सदर अस्पताल में पेयजल की समस्या को पुरजोर तरीके से प्रकाश में लाया गया था. जिसपर संज्ञान लेते हुए सदर अस्पताल के सीएस ने इस समस्या को जल्द दूर करने के साथ ही शीतल पेयजल की व्यवस्था कराए जाने की बात कही थी. लिहाजा खराब पड़े नल, वाटर प्यूरीफायर की मरम्मती के साथ ही अस्पताल परिसर में दो शीतल पेयजल की मशीनें लगाई गई हैं.
गौरतलब है कि बीते 10 मई को ईटीवी ने सीमांचल के एम्स कहे जाने वाले सदर अस्पताल में पेयजल को लेकर एक पड़ताल की गई थी. इसमें पाया गया कि सदर अस्पताल में लगे 7 में से 6 नल और सभी वाटर प्यूरीफायर खराब थे. साथ ही आइसोलेशन विभाग का पंखा भी खराब था. वहीं, मरीज के परिजनों के द्वारा पास के होटल से पानी की बोतल खरीद कर पीते देखा गया. तब ईटीवी ने खराब पड़े नल और वाटर प्यूरीफायर और खराब पड़े पंखे के कारण बेतहासा गर्मी से जूझ रहे मरीज और उनके परिजनों की परेशानी को सामने लाया था.
सीएस ने दिया था आश्वासन
मामले पर संज्ञान लेते हुए सदर अस्पताल के सीएस मधुसूदन प्रसाद ने दो दिनों के भीतर ही पंखे लगवाने के साथ-साथ 7 में से 4 नलों की मरम्मती करवा दी. साथ ही सभी नलों और वाटर प्यूरीफायर के मरम्मती के साथ ही शीतल पेयजल मशीन लगवाने का आश्वासन भी दिया था. उस पर अमल करते हुए अस्पताल प्रबंधन ने सभी 7 नल, 3 प्यूरीफायरों की मरम्मती कराए जाने के साथ ही 2 शीतल पेयजल लगाए हैं. एक शीतल पेय जल मशीन आइसोलेशन विभाग के परिसर में लगाया गया है. वहीं, दूसरा शीतल पेय जल मशीन हृदयरोग विभाग परिसर में स्थापित किया गया है.
लोगों ने ईटीवी को कहा शुक्रिया
सदर अस्पताल में आए इस परिवर्तन से मरीजों के परिजन काफी खुश हैं. खासकर शीतल पेय जल मशीनों के लगाए जाने से मरीज के परिजनों में खासा उत्साह है. इस पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए लोगों ने ईटीवी भारत को शुक्रिया कहा है.