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पूर्णिया में सर्पदंश के बाद ओझा करता रहा झाड़ फूक, अंधविश्वास में गई किशोर की जान - etv bihar news

पूर्णिया में अंधविश्वास में किशोर की जान चली गई. जिले में एक किशोर की सर्पदंश से मौत हो गई. मृतक की पहचान 15 वर्षीय राम कुमार साह के रूप में हुई है. राम कुमार घर जा इकलौता चिराग था. दरअसल सर्पदंश के बाद किशोर को अस्पताल पहुंचाने के बजाय गांव वाले ओझा के पास झाड़ फूक करने लगे जिससे राम कुमार की मौत हो गई.

अंधविश्वास में गई युवक की जान
अंधविश्वास में गई युवक की जान
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Published : Aug 30, 2022, 6:00 PM IST

पूर्णिया: आज के समय में भी लोग अंधविश्वास की जिंदगी जीते (Boy Death In Purnea) दिख रहे हैं. ऐसा ही एक मामला पूर्णिया के धमदाहा थाना क्षेत्र के सौरगाही गांव में देखने को मिला. जहां अंधविश्वास के चक्कर में घर का इकलौता चिराग बुझ (Boy Lost His Life Due To Superstition in Purnea) गया. घर में मातम पसरा हुआ है.

ये भी पढ़ें- सर्पदंश से महिला को मरा समझकर फिर भी ले गए अस्पताल, 'धरती के भगवान' ने इस तरह बचाई जान

दरअसल, राम कुमार साह नामक किशोर को ननिहाल में सांप काट लिया. सांप काटने के बाद घर वाले बच्चे को अस्पताल ले जाने के बजाय झाड़-फूंक के लिए गांव के ओझा के पास ले गए, जहां ओझा ने लगभग 1 से डेढ़ घण्टा समय झाड़-फूंक में लगा दिया, और अंत में अस्पताल ले जाने की बात बताई. जिसके बाद परिजन राम कुमार को गांव के अस्पताल लाये, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद परिजनों में कोहरमा मच गया. घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है.

'सांप काटा था. लेकिन अस्पताल जाने के बदले ओझा से इलाज कराने लगे, जिसमें किशोर की जान चली गई, मृतक का नाम राम कुमार साह है, वो 9वीं कक्षा में पढ़ता था.' - छट्ठू साह, मृतक का चाचा

अंधविश्वास में गई किशोर की जान : मिली जानकारी के अनुसार परिजन बच्चे को सांप के काटने के बाद डॉक्टर से दिखाने के बदले झाड़-फूंकने कराते रहे और बच्चे की जान चली गई. ऐसे मामले में साफ तौर पर देखने को मिल रहा है कि अभी भी लोग अंधविश्वास की जिंदगी जी रहे हैं. राम कुमार घर का इकलौता चिराग था, घटना के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. अगर समय पर राम कुमार को अस्पताल पहुचाया जाता तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

पूर्णिया: आज के समय में भी लोग अंधविश्वास की जिंदगी जीते (Boy Death In Purnea) दिख रहे हैं. ऐसा ही एक मामला पूर्णिया के धमदाहा थाना क्षेत्र के सौरगाही गांव में देखने को मिला. जहां अंधविश्वास के चक्कर में घर का इकलौता चिराग बुझ (Boy Lost His Life Due To Superstition in Purnea) गया. घर में मातम पसरा हुआ है.

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दरअसल, राम कुमार साह नामक किशोर को ननिहाल में सांप काट लिया. सांप काटने के बाद घर वाले बच्चे को अस्पताल ले जाने के बजाय झाड़-फूंक के लिए गांव के ओझा के पास ले गए, जहां ओझा ने लगभग 1 से डेढ़ घण्टा समय झाड़-फूंक में लगा दिया, और अंत में अस्पताल ले जाने की बात बताई. जिसके बाद परिजन राम कुमार को गांव के अस्पताल लाये, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद परिजनों में कोहरमा मच गया. घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है.

'सांप काटा था. लेकिन अस्पताल जाने के बदले ओझा से इलाज कराने लगे, जिसमें किशोर की जान चली गई, मृतक का नाम राम कुमार साह है, वो 9वीं कक्षा में पढ़ता था.' - छट्ठू साह, मृतक का चाचा

अंधविश्वास में गई किशोर की जान : मिली जानकारी के अनुसार परिजन बच्चे को सांप के काटने के बाद डॉक्टर से दिखाने के बदले झाड़-फूंकने कराते रहे और बच्चे की जान चली गई. ऐसे मामले में साफ तौर पर देखने को मिल रहा है कि अभी भी लोग अंधविश्वास की जिंदगी जी रहे हैं. राम कुमार घर का इकलौता चिराग था, घटना के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. अगर समय पर राम कुमार को अस्पताल पहुचाया जाता तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

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