पूर्णिया: आमतौर पर बिहार में सड़को को विकास से जोड़कर देखा जाता रहा है. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी सीएम नीतीश कुमार सियासी मंचो से सड़क को अपनी अहम उपलब्धि बताते रहे थे. चुनावी सुगबुगाहट से ठीक पहले ऐसी सड़कों का शिलान्यास तक कर दिया गया. बावजूद इसके हैरत की बात है कि वर्षों से बदहाल पड़ी ये सड़के आज भी अपने निर्माण को बाट जोहती नजर आ रही है.
कब होगी सड़कों का मरम्मत
लिहाजा इन सब के बीच ईटीवी भारत की टीम शहर के ऐसे आधा दर्जन इलाकों में पहुंची. जहां सड़क समाधान नहीं बल्कि लोगों का सिरदर्द बनी हुई है. विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान से ठीक पहले शिलान्यास होने के बावजूद आज तक वषों से बदहाल पड़ी इन सड़कों का कायाकल्प नहीं हो सका.
शहर के प्रमुख मार्गों में एक है कला भवन रोड़
शहर के सबसे प्रमुख सड़क मार्गों में से ऐसी ही एक सड़क कला भवन रोड़ है. कला संस्कृति के केंद्र कला भवन से लेकर स्टेट बैंक जोनल कार्यालय, स्टेट बैंक प्रधान कार्यालय, जज कॉलोनी, महिला व एससी/ एसटी थाना, यातायात थाना, के. हाट थाना जैसे प्रमुख लैंड मार्क इसी प्रमुख मार्ग में आते हैं. शहर के सबसे प्रमुख बाजारों में से एक मधुबनी आने-जाने वालों से लेकर समाहरणालय, कचहरी रोड़, प्रमंडलीय आयुक्त व आईजी दफ्तर, परिवहन ऑफिस और नगर निगम दफ्तर तक जाने के लिए भी लोग इसी रास्ते का प्रयोग करते हैं.
इस सड़क से रोजाना अधिकारियों और नेताओं का गुजरना लगा रहता है. जिला परिवहन विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक इस सड़क से रोजाना करीब ढाई हजार से अधिक गाड़ियां गुजरती हैं. बावजूद इसके बड़ी हैरत की बात है कि यह सड़क करीब एक दशक से अपनी बदहाली पर आंसू बहाता नजर आ रहा है. स्थानीय बताते हैं कि इस सड़क से लगे इलाके शहर के सबसे पॉश इलाकों में गिने जाते हैं. वाबजूद इसके यह सड़क आज भी अपनी मरम्मती को राह जोहता नजर आ रहा है.
मरम्मती को बाट जोह रहा समाहरणालय नगर निगम रोड़
कुछ ऐसा ही हाल शहर के समाहरणालय नगर निगम रोड़ और जेल रोड़ मार्ग की है. पूर्णिया सेंट्रल जेल से समाहरणालय को जोड़ने वाली यह सड़क शहर के एक छोड़ को दूसरे से जोड़ती है। पूर्णिया सिटी, पूर्णिया जंक्शन, गुलाबबाग, खुशकीबाग, पूर्णिया कोर्ट, पूर्णिया कॉलेज, महिला कॉलेज, मरंगा, पॉलिटेक्निक चौक, बस स्टैंड, भट्टा बाजार, आस्था मंदिर रोड़ जाने के लिए आमतौर पर लोग इसी मार्ग का इस्तेमाल करते हैं.
कब सुधरेगी इन बदहाल सड़कों की किस्मत
ये दोनों ही सड़कें शहर की सबसे भीड़-भाड़ वाली सड़को में से एक है. कई प्रमुख मार्गों से जुड़े होने के कारण इस सड़क पर हर वक्त वाहनों की आपाधापी लगी रहती है. स्थानीयों बताते हैं कि शहर के इन सड़कों के बदहाल होने से हर मौसम में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बारिश के दिनों में इन सड़कों पर वाहनों से गुजरना तो दूर पैदल चलना भी खतरे से खाली नहीं है. जलजमाव और कीचड़ की स्थिति में अक्सर ही दुर्घटनाएं होती रहती हैं. वहीं कच्ची और कंक्रीट से भरी इन सड़कों ने सर्द बढ़ने के साथ ही इनकी परेशानियों को दोगुना कर दिया है.
क्या कहते हैं अधिकारी
सड़कों की बदहाली को लेकर ईटीवी भारत से बात करते हुए नगर प्रबंधक पवन कुमार पवन ने कहा कि इन सड़कों को नगर निगम ने चिन्हित किया है. एक माह के भीतर इन सड़कों के निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा.