पटना: साल 2016 तक चले 'जनता दरबार' (Janta Darbar) के पांच साल बाद फिर से शुरू हुए दरबार में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) लोगों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन सोमवार को जो मामले सामने आए उसमें ज्यादातर पुलिस प्रशासन की लापरवाही से जुड़े केस देखने को मिले. इस दौरान जनता दरबार में पहुंचे एक फरियादी ने बताया कि मुआवजे की मांग को लेकर 10 साल पहले उसकी मां ने सीएम से गुहार लगाई थी लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया. ऐसे में अब ये युवक सीएम को अपनी परेशानी से अवगत कराने पहुंचा है.
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जनता दरबार में पहुंचे युवक ने बताया कि चुनाव के दौरान उसके पिता की मौत हो गई थी. मुआवजे की मांग को लेकर जनता दरबार में दस साल पहले उसकी मां सीएम से गुहार लगाने आई थीं. लेकिन आज तक मुआवजा नहीं मिल सका है.
सर जब 2010 में जनता दरबार लगता था तब मम्मी आपसे मिली थी. आप बोले थे मुआवजा मिल जाएगा. हमलोग उस समय छोटे छोटे थे. सर मैं बिहार टीम से क्रिकेट खिलता हूं. अब तक मुआवजा नहीं दिया गया.- फरियादी
ये सुनने के बाद सीएम ने तुरंत संबंधित अधिकारी को फोन लगवाया और कहा 'नौजवान आए हैं पिता सरकारी नौकरी में थे चुनाव के दौरान मृत्यु हो गई थी. अब तक मुआवजा क्यों नहीं मिला, सैप जवान थे. गृह विभाग से सारी प्रक्रिया पूरी कर जल्द से जल्द मुआवजा दीजिए.
सीएम नीतीश आज गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी विभाग, खान भूतत्व विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित शिकायतें सुन रहे हैं. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के कारण मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में सीमित संख्या में लोगों को बुलाने के निर्देश दे रखे हैं और 200 के आसपास ही लोग जनता दरबार कार्यक्रम में बुलाए जा रहे हैं. जिन्हें जनता दरबार में बुलाया जा रहा है, उनका कोरोना टेस्ट करने के साथ उनका वैक्सीनेशन भी किया जएगा. जनता दरबार में आने वाले लोगों को पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होता है और फिर जिला प्रशासन की टीम उन्हें लेकर जनता दरबार पहुंचती है.
6 सितंबर को मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद के बगल में बनाए गए विशेष हॉल में ये कार्यक्रम हो रहा है. जिसमें संबंधित विभाग के मंत्री और सभी आला अधिकारी मौजूद हैं. मुख्यमंत्री ऑन द स्पॉट लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं. जनता दरबार में इस बार कोरोना गाइडलाइन का खास ध्यान रखा गया है.
हॉल के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए चेयर लगाए गए हैं. हॉल के बाहर मेडिकल टीम की भी व्यवस्था है. मुख्यमंत्री ने इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू की खराब परफॉर्मेंस के बाद फिर से जनता दरबार लगाने की घोषणा की थी. कोरोना महामारी के कारण जनता दरबार पहले शुरू नहीं हो पाया था. इसे http://cm.bihar.gov.in/live , https://www.facebook.com/iprdbihar , https://twitter.com/IPRD_Bihar और https://www.youtube.com/iprdbihar पर लाइव देखा जा सकता है.
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