पटना: 12 जुलाई साल 2022 बिहार विधानसभा में कभी ना भूला पाने वाला दिन है. बिहार विधानसभा भवन के 100 साल पूरा होने पर शताब्दी वर्ष समारोह (Assembly Building Centenary Celebrations) के समापन कार्यक्रम में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पहुंचे थे. विधानसभा के इतिहास में पहली बार कोई प्रधानमंत्री विधानसभा के कार्यक्रम में शामिल हुए. ( Achievement Of Bihar Legislative Assembly) ( Bihar Assembly Achievement 2022)
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2022 बिहार विधानसभा के लिए ऐतिहासिक: ऐसे तो 2021 से ही बिहार विधानसभा भवन के 100 साल पूरा होने पर कार्यक्रम हो रहा था. 2021 में राष्ट्रपति ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया था, लेकिन कार्यक्रम का समापन समारोह इस साल आयोजित हुआ. जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए. इस कार्यक्रम के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा शताब्दी स्मृति स्तंभ का अनावरण किया. उसके बाद बिहार विधानसभा संग्रहालय और विधायक अतिथि निवास का शिलान्यास किया. प्रधानमंत्री ने शताब्दी स्मृति उद्यान का भी नामांकन किया और परिसर में कल्पतरू पौधे भी लगाए.
"यह बीजेपी के लिए और विधानसभा के लिए एक बड़ी उपलब्धि रही है. कार्यक्रम में सभी दलों ने सहयोग किया और प्रधानमंत्री ने हम लोगों को जनप्रतिनिधि के रूप में कैसे काम किया जाए उसे बताया. लोकतंत्र के पवित्र मंदिर में आजतक इतनी बड़ी सफलता नहीं मिली थी. सभी सदस्यों के बीच बड़ा संदेश गया कि कैसे विकास करना चाहिए और कैसे अपनी बातों को सदन में रखना चाहिए. "- इंजीनियर शैलेंद्र, बीजेपी विधायक
पहली बार विधानसभा के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री हुए शामिल: विधानसभा के इतिहास में पहले कोई प्रधानमंत्री बिहार विधानसभा के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले प्रधानमंत्री हुए जो बिहार विधानसभा के कार्यक्रम में शामिल हुए. जुलाई में समापन समारोह का कार्यक्रम बिहार विधानसभा में आयोजित किया गया था और तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने प्रधानमंत्री को इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया था. यह विजय सिन्हा के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि रही कि अपने कार्यकाल में देश के प्रधानमंत्री को बुलाने में वे सफल रहे हैं. प्रधानमंत्री से पहले विजय सिन्हा ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को भी शताब्दी वर्ष समारोह के मौके पर आयोजित एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में आमंत्रित किया था. जिसमें ओम बिड़ला शामिल हुए थे तो इस साल लोकसभा अध्यक्ष और फिर प्रधानमंत्री दोनों विधानसभा के कार्यक्रम में शामिल हुए.
बिहार विधानसभा में बड़े उलटफेर का भी साल: ऐसे तो बिहार विधानसभा कई राजनीतिक उलटफेर का इस साल गवाह बना. जहां नीतीश कुमार के महागठबंधन में शामिल होने के बाद एनडीए सरकार की जगह महागठबंधन की सरकार बनने का गवाह बना. इसके कारण एनडीए सरकार में जो बिहार विधानसभा के अध्यक्ष थे विजय सिन्हा नेता प्रतिपक्ष बन गये तो वहीं आरजेडी के अवध बिहारी चौधरी बिहार विधानसभा के नए अध्यक्ष चुने गए. विपक्ष में जो नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव थे नई सरकार में उपमुख्यमंत्री बन गये. हालांकि नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनने के कारण सदन के नेता भी बने रहे.