पटना: भोले बाबा यानी कि भगवान शिव की अराधना का सर्वोत्तम दिन सोमवार माना जाता है. वैसे तो भगवान शिव को खुश करना बेहद आसान है. मगर, वो कहते हैं ना कि जो जल्द खुश हो जाता है. वो क्रोधित भी जल्द होता है. ऐसे ही हैं बाबा औघड़दानी भोले नाथ. इसलिए जरूरी है कि उनकी पूजा में कुछ अहम बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए.
देवों के देव महादेव आदि और अनंत है. शिव ही मात्र ऐसे देवता हैं, जिनकी पूजा लिंग रूप में की जाती है. इसलिए शिवलिंग में पूजा अर्चना करते समय कुछ चीजों का परहेज भी बताया गया है.
निषेध है केतकी और केवड़े का फूल
कहते हैं भगवान शिव को सफेद फूल बेहद पसंद है. इसके लिए कनेर और कमल का फूल चढ़ाया जाता है. शिव कल्याण के देवता हैं. सफेद रंग शुभ्रता का प्रतीक होता है, इसका भाव सात्विक भाव होता है. वहीं, शिव की पूजा में केतकी और केवड़े का फूल निषेध बताया गया है.
नहीं चढ़ाए हल्दी...
हल्दी का पूजा पाठ में विशेष स्थान है. ऐसी कोई भी पूजा नहीं है, जिसमें हल्दी का प्रयोग ना किया जाए. लेकिन शिवलिंग में हल्दी नहीं चढ़ाने का प्रवधान है. ऐसा इसलिए हैं क्योंकि हल्दी को स्त्री सौंदर्य प्रसाधन का मुख्य स्त्रोत माना गया है. शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पुरुषत्व का प्रतीक है, इसलिए महादेव को हल्दी नहीं चढ़ाई जाती है.
टूटे अक्षत, बिगाड़ सकते हैं किस्मत
कहते हैं भगवान शिव को खुश करने के लिए उनको कुछ भी भोग लगा सकते हैं. इसके लिए श्रद्धालु उन्हे जलाभिषेक करते हैं. साथ ही चावल भी चढ़ाते हैं. मगर इनके बीच एक बात का खासा ध्यान रखना चाहिए कि शिव को चढ़ाए जा रहे चावल यानी कि अक्षत टूटे ना हो. चावल के पूरे दाने चुनकर शिवलिंग पर चढ़ाने चाहिए.
राशि अनुसार इस मंत्र के जाप से खुश होते हैं महादेव
- मीन राशि- ओम तत्पुरूषाय विद्महे महादेवाय धीमहि। तन्नो रूद्र प्रचोदयात।।
- कुंभ राशि- ओम नमः शिवाय
- मेष राशि- ह्रीं ओम नमः शिवाय ह्रीं
- वृष राशि- ओम नमः शिवाय
- मिथुन राशि- ओम नमो भगवते रूद्राय
- कर्क राशि- ओम हौं जूं सः
- सिंह राशि- ओम त्र्यंबकं यजामहे सुगंधि पुष्टिवर्धनम, उर्वारूकमिव बन्ध्नान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
- कन्या राशि- ओम नमो भगवते रूद्राय
- तुला राशि- ओम नमः शिवाय
- वृश्चिक राशि- ह्रीं ओम नमः शिवाय ह्रीं
- धनु राशि- ओम तत्पुरूषाय विद्महे महादेवाय धीमहि। तन्नो रूद्रः प्रचोदयात।।
- मकर राशि- ओम नमः शिवाय
ये चढ़ाने के प्रवधान-
गन्ने का रस, शहद, बादाम, बेलपत्र, पीले पुष्प, पीले फल, कच्चा दूध, सरसों का तेल, तिल का तेल, नीले पुष्प, शुद्ध घी, शहद, मिश्री, चीनी , बेर, आदि चढ़ाए जा सकते हैं.