पटना: अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा दिवस (International Day for Elimination of violence ) के मौके पर पटना जिला में धनरूआ में तीन साझा शक्ति केंद्र का उद्घाटन किया गया. यह उद्घाटन वर्चुअल रूप से ग्रामीण मंत्रालय के द्वारा किया गया. अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा दिवस को बिहार में पिंक दिवस के रूप में भी मनाया जा रहा है. ऐसे में मंत्रालय के द्वारा बिहार में 15 साझा शक्ति केंद्र का वर्चुअल उद्घाटन किया गया है.
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उत्पीड़न की शिकार महिलाओं की बनेगी आवाज: बताया जा रहा है कि शक्ति केंद्र की मदद से शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं घरेलू हिंसा या फिर उत्पीड़न की शिकार महिलाएं जो खुद अकेला अपनी आवाज नहीं उठा पाती है. उसका हक दिलाने में यह केन्द्र उसकी मदद करेगा. इसमें जीविका दीदी का अहम रोल बताया जा रहा है.
खुद को कमजोर ना समझें महिला: प्रखंड परियोजना पदाधिकारी ने बताया कि किसी भी विभाग में कोई भी महिला या कामकाजी महिलाओं को अगर किसी चीज को लेकर कोई परेशान कर रहा है तो वह शक्ति केंद्र से संपर्क कर सकती है. जिससे की संबंधित विभाग के अधिकारी से समन्वय स्थापित कर महिला की परेशानी दूर की जा सकें. वहीं प्रखंड परियोजना पदाधिकारी ने बताया कि महिलाएं खुद को कमजोर ना समझें और अपने हक के लिए आगे आएं. आपकी मदद के लिए पलुिस भी पहुंचेगी. बताया जा रहा है कि पीड़ित महिला को एक कॉल पर मदद पहुंचाया जाएगा. इस मौके पर धनरूआ में प्रखंड परियोजना पदाधिकारी कोऑर्डिनेटर समन्वयक समेत कई लोग शामिल रहें.