पटनाः मोदी है तो मुमकिन है, नहीं तो सब नामुमकिन है. दुकान वाले भैया हमें मोदी जी वाली राखी लेनी है, मैं भी अपने भाईयों को मोदी जी की तरह बनाना और देखना चाहती हूं. क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश और महिलाओं के सम्मान में जो कदम उठाया है वो आज तक कोई नहीं उठा सका. ये कहना है पटना की महिलाओं का, जो रक्षाबंधन के मौके पर अपने भाईयों के लिए राखी खरीदने दुकानों पर पहुंची थीं. इस बार मोदी राखी के सामने सभी राखियां फिकी पड़ गई हैं. हर जगह मोदी राखी की धूम है.
सज गईं राखियों की दुकान
रक्षाबन्धन के आते ही बाजारों में एक से बढ़कर एक राखियों की दुकान सज गई है. इस बार बाजार में राखियां तो महंगी से लेकर सस्ती तक बिक रही हैं. लेकिन मोदी की राखी की बात ही अलग है. राजधानी पटना और उससे सटे पटनासिटी के बाजारों में मोदी राखी का धूम है, क्योंकि महिलाओं और युवतियों का कहना है कि मोदी जी हैं तो सब मुमकिन है.
भाईयों में चाहिए मोदी जी की झलक
यहां आई महिलाओं का कहना है कि वो अपने भाइयों में मोदी जी की झलक देखना चाहती हैं. राक्षबन्धन को लेकर बाजार में एक से बढ़कर एक राखियां बिक रही हैं. लेकिन इस बार रक्षाबन्धन के मौके पर मोदी जी की राखी काफी धूम मचा रही है. जो भी महिलाएं राखी की दुकान में आ रही है वो मोदी की राखी ही खरीद रही हैं. सब राखी धरी की धरी है लेकिन मोदी राखी का स्टॉक खत्म हो गया है.
क्या है रक्षा बंधन का त्योहार
यह त्योहार भाई और बहन के प्रेम के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है. रक्षा बंधन का शाब्दिक अर्थ है 'सुरक्षा का बंधन'. इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई अपनी बहन को जीवन में आने वाली हर परेशानी से बचाने का वादा करता है. बहनें राखी बांधने से पहले आप एक थाली सजाती है, जिसमें कुमकुम, रोली, राखी और दीपक रखी जाती है. इसके बाद बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक लगाकर उसके हाथ में राखी बांधकर उसे मिठाई खिलाती हैं. बदले में भाई बहन को उपहार भी देते है.
15 अगस्त को होगा रक्षाबंधन का त्योहार
मालूम हो कि रक्षाबंधन का त्योहार इस साल 15 अगस्त के दिन ही मनाया जाएगा. इस बार यह त्योहार स्वतंत्रता दिवस के साथ ही मनाया जाएगा. यानी देश और बहन दोनों की रक्षा की कसमें एक साथ खाईं जाएंगी. इस दिन बहनें अपने भाई को सुबह 05:49 से शाम के 6:01 बजे तक राखी बांध सकती हैं.