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पटना में मोदी राखी की धूम, बहनों ने कहा- भाईयों में चाहिए मोदी जी की झलक - patna

इस बार मोदी राखी के सामने सभी राखियां फिकी पड़ गईं हैं. पटना की महिलाओं का कहना है कि वह अपने भाईयों की कलाई पर मोदी जी वाली ही राखी बांधेगी.

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Published : Aug 13, 2019, 8:41 AM IST

पटनाः मोदी है तो मुमकिन है, नहीं तो सब नामुमकिन है. दुकान वाले भैया हमें मोदी जी वाली राखी लेनी है, मैं भी अपने भाईयों को मोदी जी की तरह बनाना और देखना चाहती हूं. क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश और महिलाओं के सम्मान में जो कदम उठाया है वो आज तक कोई नहीं उठा सका. ये कहना है पटना की महिलाओं का, जो रक्षाबंधन के मौके पर अपने भाईयों के लिए राखी खरीदने दुकानों पर पहुंची थीं. इस बार मोदी राखी के सामने सभी राखियां फिकी पड़ गई हैं. हर जगह मोदी राखी की धूम है.

Raksha Bandhan
राखी खरीदती महिलाएं

सज गईं राखियों की दुकान
रक्षाबन्धन के आते ही बाजारों में एक से बढ़कर एक राखियों की दुकान सज गई है. इस बार बाजार में राखियां तो महंगी से लेकर सस्ती तक बिक रही हैं. लेकिन मोदी की राखी की बात ही अलग है. राजधानी पटना और उससे सटे पटनासिटी के बाजारों में मोदी राखी का धूम है, क्योंकि महिलाओं और युवतियों का कहना है कि मोदी जी हैं तो सब मुमकिन है.

Raksha Bandhan
मोदी राखी

भाईयों में चाहिए मोदी जी की झलक
यहां आई महिलाओं का कहना है कि वो अपने भाइयों में मोदी जी की झलक देखना चाहती हैं. राक्षबन्धन को लेकर बाजार में एक से बढ़कर एक राखियां बिक रही हैं. लेकिन इस बार रक्षाबन्धन के मौके पर मोदी जी की राखी काफी धूम मचा रही है. जो भी महिलाएं राखी की दुकान में आ रही है वो मोदी की राखी ही खरीद रही हैं. सब राखी धरी की धरी है लेकिन मोदी राखी का स्टॉक खत्म हो गया है.

Raksha Bandhan
दुकान में सजी राखियां

क्या है रक्षा बंधन का त्योहार
यह त्योहार भाई और बहन के प्रेम के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है. रक्षा बंधन का शाब्दिक अर्थ है 'सुरक्षा का बंधन'. इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई अपनी बहन को जीवन में आने वाली हर परेशानी से बचाने का वादा करता है. बहनें राखी बांधने से पहले आप एक थाली सजाती है, जिसमें कुमकुम, रोली, राखी और दीपक रखी जाती है. इसके बाद बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक लगाकर उसके हाथ में राखी बांधकर उसे मिठाई खिलाती हैं. बदले में भाई बहन को उपहार भी देते है.

राखियां खरीदती महिलाएं

15 अगस्त को होगा रक्षाबंधन का त्योहार
मालूम हो कि रक्षाबंधन का त्योहार इस साल 15 अगस्त के दिन ही मनाया जाएगा. इस बार यह त्योहार स्वतंत्रता दिवस के साथ ही मनाया जाएगा. यानी देश और बहन दोनों की रक्षा की कसमें एक साथ खाईं जाएंगी. इस दिन बहनें अपने भाई को सुबह 05:49 से शाम के 6:01 बजे तक राखी बांध सकती हैं.

पटनाः मोदी है तो मुमकिन है, नहीं तो सब नामुमकिन है. दुकान वाले भैया हमें मोदी जी वाली राखी लेनी है, मैं भी अपने भाईयों को मोदी जी की तरह बनाना और देखना चाहती हूं. क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश और महिलाओं के सम्मान में जो कदम उठाया है वो आज तक कोई नहीं उठा सका. ये कहना है पटना की महिलाओं का, जो रक्षाबंधन के मौके पर अपने भाईयों के लिए राखी खरीदने दुकानों पर पहुंची थीं. इस बार मोदी राखी के सामने सभी राखियां फिकी पड़ गई हैं. हर जगह मोदी राखी की धूम है.

Raksha Bandhan
राखी खरीदती महिलाएं

सज गईं राखियों की दुकान
रक्षाबन्धन के आते ही बाजारों में एक से बढ़कर एक राखियों की दुकान सज गई है. इस बार बाजार में राखियां तो महंगी से लेकर सस्ती तक बिक रही हैं. लेकिन मोदी की राखी की बात ही अलग है. राजधानी पटना और उससे सटे पटनासिटी के बाजारों में मोदी राखी का धूम है, क्योंकि महिलाओं और युवतियों का कहना है कि मोदी जी हैं तो सब मुमकिन है.

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मोदी राखी

भाईयों में चाहिए मोदी जी की झलक
यहां आई महिलाओं का कहना है कि वो अपने भाइयों में मोदी जी की झलक देखना चाहती हैं. राक्षबन्धन को लेकर बाजार में एक से बढ़कर एक राखियां बिक रही हैं. लेकिन इस बार रक्षाबन्धन के मौके पर मोदी जी की राखी काफी धूम मचा रही है. जो भी महिलाएं राखी की दुकान में आ रही है वो मोदी की राखी ही खरीद रही हैं. सब राखी धरी की धरी है लेकिन मोदी राखी का स्टॉक खत्म हो गया है.

Raksha Bandhan
दुकान में सजी राखियां

क्या है रक्षा बंधन का त्योहार
यह त्योहार भाई और बहन के प्रेम के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है. रक्षा बंधन का शाब्दिक अर्थ है 'सुरक्षा का बंधन'. इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई अपनी बहन को जीवन में आने वाली हर परेशानी से बचाने का वादा करता है. बहनें राखी बांधने से पहले आप एक थाली सजाती है, जिसमें कुमकुम, रोली, राखी और दीपक रखी जाती है. इसके बाद बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक लगाकर उसके हाथ में राखी बांधकर उसे मिठाई खिलाती हैं. बदले में भाई बहन को उपहार भी देते है.

राखियां खरीदती महिलाएं

15 अगस्त को होगा रक्षाबंधन का त्योहार
मालूम हो कि रक्षाबंधन का त्योहार इस साल 15 अगस्त के दिन ही मनाया जाएगा. इस बार यह त्योहार स्वतंत्रता दिवस के साथ ही मनाया जाएगा. यानी देश और बहन दोनों की रक्षा की कसमें एक साथ खाईं जाएंगी. इस दिन बहनें अपने भाई को सुबह 05:49 से शाम के 6:01 बजे तक राखी बांध सकती हैं.

Intro:मोदी है तो मुमकिन है नही तो सब नामुमकिन है।दुकान बाले भैया हमे मोदी जी बाली राखी लेनी है,क्योंकि मैं भी अपने भाईयों को मोदी जी तरह बनाना और देखना चाहती हूँ।क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो देश और महिलाओ के सम्मान में जो कदम उठाया वो काफी सराहनीय है जो आजतक कोई नही उठा सके।इसलिय इस बार अपने भाइयों की कलाई पर मोदी राखी ही बाँधूँगी क्योंकि देश के सभी भाइयो में मोदी जी की झलक दिखती रहे है।राक्षबन्धन को लेकर बाजारों में एक से बढ़कर एक राखियाँ बिक रही है लेकिन इस वार रक्षाबन्धन के मौके पर मोदी जी की राखी काफी धूम मचा रही है।जो भी महिला राखी के3 दुकान में आये तो मोदी की राखी ही खरीद रही है।सब राखी धरा का धरा परा है लेकिन मोदी राखी का स्टॉक खत्म हो गया है।


Body:स्टोरी:-मोदी राखी की धूम।
रिपोर्ट:-पटना सिटी से अरुण कुमार।
दिनांक:-13-008-019..
एंकर:-पटना सिटी,राक्षबन्धन के आते ही बाजारों में एक से बढ़कर एक राखियों की दुकान सजधज गई है क्योंकि इसबार बाजार में राखियाँ तो एक से बढ़कर एक महंगी से लेकर सस्ती तक बिक रही है लेकिन मोदी की राखी की बात ही अलग है राजधानी पटना और उसके सटे पटना सिटी के बाजारों में मोदी राखी का धूम खूब मची है क्योंकि महिलाओ एवम बहनों को मोदी जी ने ऐसा जादू चलाया है कि सभी महिला एवं वहने जानती है की
मोदी है तो मुमकिन है नही तो सब नामुमकिन है।दुकान बाले भैया हमे मोदी जी बाली राखी लेनी है,क्योंकि मैं भी अपने भाईयों को मोदी जी तरह बनाना और देखना चाहती हूँ।क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो देश और महिलाओ के सम्मान में जो कदम उठाया वो काफी सराहनीय है जो आजतक कोई नही उठा सके।इसलिय इस बार अपने भाइयों की कलाई पर मोदी राखी ही बाँधूँगी क्योंकि देश के सभी भाइयो में मोदी जी की झलक दिखती रहे है।राक्षबन्धन को लेकर बाजारों में एक से बढ़कर एक राखियाँ बिक रही है लेकिन इस वार रक्षाबन्धन के मौके पर मोदी जी की राखी काफी धूम मचा रही है।जो भी महिला राखी के दुकान में आ रही है तो मोदी की राखी ही खरीद रही है।सब राखी धरा का धरा परा है लेकिन मोदी राखी का स्टॉक खत्म हो गया है।देखिये ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट मोदी की राखी।
बाईट(सिलपी,आरती-ग्रहक और सत्यनारायण केसरी-दुकानदार)


Conclusion:मोदी है तो मुमकिन है नही तो सब नामुमकिन है।दुकान बाले भैया हमे मोदी जी बाली राखी लेनी है,क्योंकि मैं भी अपने भाईयों को मोदी जी तरह बनाना और देखना चाहती हूँ।क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो देश और महिलाओ के सम्मान में जो कदम उठाया वो काफी सराहनीय है जो आजतक कोई नही उठा सके।इसलिय इस बार अपने भाइयों की कलाई पर मोदी राखी ही बाँधूँगी क्योंकि देश के सभी भाइयो में मोदी जी की झलक दिखती रहे है।राक्षबन्धन को लेकर बाजारों में एक से बढ़कर एक राखियाँ बिक रही है लेकिन इस वार रक्षाबन्धन के मौके पर मोदी जी की राखी काफी धूम मचा रही है।जो भी महिला राखी के3 दुकान में आये तो मोदी की राखी ही खरीद रही है।सब राखी धरा का धरा परा है लेकिन मोदी राखी का स्टॉक खत्म हो गया है।
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