पटना: जल जीवन हरियाली के तहत गांव-गांव में तालाब, पोखर और कुआं का जीर्णोद्धार किया जा रहा है. ऐसा ही एक मामला धनरूआ प्रखंड के सोनमई पंचायत के वार्ड नंबर 13 का है. जहां पर कुआं जीर्णोद्धार के नाम पर सिर्फ कुआं का रंग-रोगन कर दिया गया है. लेकिन कुआं का उत्खनन नहीं किया गया है और ना ही उसे साफ-सुथरा कर पानी निकाला गया है.
ऐसे में कुआं पूरी तरह से सूखा ही है. जिसको लेकर ग्रामीणों को पानी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है. अगल-बगल के गांव से पानी लाने को विवश हैं.
ये भी पढ़ें: कैमूर: DM की पहल पर जगदंहवा डैम का हो रहा जीर्णोद्धार, बढ़ेगी जल संरक्षण की क्षमता
जीर्णोद्धार के नाम पर पैसों की निकासी
जल जीवन हरियाली के तहत कुआं, तालाब, पोखर को उत्खनन कर उसके जल के स्रोत को बचाना है. लेकिन इस प्रचंड गर्मी में सिर्फ कुआं जीर्णोद्धार के नाम पर पैसों की निकासी कर ली गई है और कुआं अभी तक सूखा हुआ है. ऐसे में जल संकट गहराता जा रहा है. लोग परेशान हैं.
ये भी पढ़ें: पोखर को अतिक्रमण मुक्त करने में समस्तीपुर नगर निगम प्रशासन पूरी तरह फेल, अधिकारी दे रहे हैं दलीलें
कर्मियों पर होगी कार्रवाई
इस पूरे मामले में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि यह कर्मचारी की लापरवाही है. जांच कर उन सभी कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी.