पटनाः बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 22 नवंबर से शुरू हो रहा है. सत्र 28 नवंबर तक चलेगा जिसमें पांच कार्य दिवस होंगे. शीतकालीन सत्र से पहले विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है. विपक्ष की ओर से सरकार को एनआरसी, भ्रष्टाचार और अपराध को लेकर घेरने की तैयारी चल रही है. वहीं सत्तापक्ष, नेता प्रतिपक्ष के सदन से लगातार गायब रहने को लेकर विपक्ष पर सवाल उठा रहा है.
पूर्व सांसद और प्रदेश आरजेडी उपाध्यक्ष तनवीर हसन ने कहा है कि विपक्ष पूरी तरह तैयार है. विपक्ष के पास कई मुद्दे हैं जिस पर सरकार जवाब देने के लिए तैयार रहे. उन्होंने कहा कि जिस तरह से बिहार में अधिकारियों के पास से अरबों की संपत्ति पकड़ी जा रही है, यह बड़ा मुद्दा है. इसके अलावा भ्रष्टाचार और क्राइम का बढ़ता ग्राफ सरकार की नाकामी साबित करने के लिए काफी है. आरजेडी नेता का कहना है कि विपक्ष जनहित मुद्दों को जोर-शोर से सदन में उठायेगा. वहीं एनआरसी के मुद्दे पर भी शीतकालीन सत्र में विपक्ष के हंगामें के आसार हैं.
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जबाव देने के लिए सरकार तैयार
दूसरी तरफ श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने विपक्ष पर जोरदार हमला किया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष अगर जिम्मेवार रहे तो सत्र में कामकाज प्रभावी रूप से होता है, कई अच्छे निर्णय होते हैं. लेकिन पिछले सत्र में नेता प्रतिपक्ष यादव लगातार गायब रहे. अगर इस सत्र से भी गायब रहेंगे तो विपक्ष की भूमिका तो खुद सवालों के घेरे में है. विजय सिन्हा ने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर जवाब देने के लिए तैयार है. हालांकि इस बार विपक्ष ने दावा किया है कि उनके नेता सदन में हाजिर रहेंगे.