पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar Contest Lok Sabha Election) लंबे समय से चुनावी राजनीति से दूर हैं. राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखने को तैयार नीतीश यूपी से भाग्य आजमा सकते हैं. पीएम मोदी के तर्ज पर नीतीश कुमार यूपी से लंबे समय के बाद चुनावी राजनीति में कदम रख सकते हैं. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इस बात के संकेत भी दिए हैं. हालांकि भाजपा नीतीश कुमार को नालंदा में चुनौती देने के लिए तैयार है.
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यूपी में भाग्य आजमाएंगे नीतीश!: नीतीश कुमार राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी एकजुटता को धार देने की कवायद में जुटे हैं. 2024 चुनाव (Lok Sabha Election 2024 ) में नीतीश कुमार पीएम मोदी को चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं. संभव है कि नीतीश कुमार लंबे अरसे के अंतराल के बाद चुनावी राजनीति में कदम रखें. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनने के बाद से लंबे अरसे से चुनाव नहीं लड़े हैं. विधानसभा का चुनाव उन्होंने आखिरी बार 37 साल पहले 1985 में लड़ा था.
यूपी की इस सीट से किस्मत आजमा सकते हैं सीएम नीतीश: नीतीश कुमार फिलहाल विधान परिषद सदस्य हैं. बदली हुई राजनीतिक परिस्थितियों में नीतीश कुमार ने चुनावी राजनीति में कदम रखने का मन बना लिया है. पीएम मोदी से दो-दो हाथ करने के लिए नीतिश लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं. यूपी के किसी लोकसभा क्षेत्र से नीतीश मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं ललन सिंह ने कहा है कि ''लोगों की भावना होगी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फूलपुर से चुनाव (Nitish Kumar contest from Phoolpur) लड़ें. इस बात का हमलोगों को गर्व हो रहा है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि सीएम नीतीश कुमार उत्तर प्रदेश की फूलपुर लोकसभा सीट (Phoolpur Lok sabha Seat) से चुनाव लड़ सकते हैं. उत्तर प्रदेश के फूलपुर, अंबेडकरनगर और मिर्जापुर नीतीश कुमार के लिए बैटलग्राउंड हो सकता है.
''अभी तो लोकसभा चुनाव का ऐलान नहीं हुआ है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव लड़ेंगे कि नहीं लड़ेंगे यह तो समय आने पर पता चलेगा. पर ये बात जरूर है कि कई राज्यों से चुनाव लड़ने का सुझाव आ रहा है. यूपी के फूलपुर के साथ-साथ अंबेडकर नगर, मिर्जापुर से भी चुनाव लड़ने की कार्यकर्ताओं की मांग है. जब चुनाव होगा तब पता चलेगा कि वो चुनाव लड़ेंगे कि नहीं लड़ेंगे, लड़ेंगे तो कहां से लड़ेंगे. ये तो उस समय निर्णय होगा. ये लोगों का स्नेह है और नीतीश कुमार ने अपनी छवि बनायी है और 9 अगस्त के बाद से जिस मुहीम में नीतीश कुमार लगे हुए हैं उसका परिणाम है कि जगह-जगह से लोग मांग कर रहे हैं कि वह चुनाव लड़ें.''- ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेडीयू
"ललन सिंह दिवास्वप्न देख रहे हैं. बिहार में कितनी सीटों पर जदयू लड़ेगी इसका तो ठिकाना नहीं है लेकिन वह बिहार से बाहर का सपना देख रहे हैं. अगर नीतीश कुमार नालंदा से चुनाव जीत जाएंगे तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा."- अरविंद सिंह, भाजपा प्रवक्ता
"नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षा राष्ट्रीय राजनीति में मजबूती से कदम रखने की है. इसी वजह से पार्टी के नेता उनकी मार्केटिंग भी कर रहे हैं. पार्टी नेता नीतीश कुमार के लिए ब्रांडिंग और मार्केिंग कर रहे हैं. संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि पीएम पद के लिए नीतीश कुमार मजबूत दावेदार हैं लेकिन जिस तरीके से नीतीश कुमार नालंदा यात्रा कर रहे हैं, उससे संकेत यह है कि लोकसभा चुनाव नालंदा से लड़ेंगे."- कौशलेंद्र प्रियदर्शी, वरिष्ठ पत्रकार
कब-कब नीतीश ने लड़ा लोकसभा चुनाव: नीतीश कुमार ने 1977 में हरनौट से विधानसभा चुनाव लड़ा और हार गए थे. वहीं 1985 में हरनौट से विधानसभा के लिए चुने गए. 1989 में उन्होंने पहला लोकसभा चुनाव जीता. 1991 में नीतीश कुमार ने दूसरा लोकसभा चुनाव जीता था.