पटना: ऐसा क्या हुआ कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) कैमरे के सामने पांव छूने लगे. ये सवाल इसलिए क्योंकि मुख्यमंत्री का एक वीडियो सामने आया है. वीडियो में नीतीश कुमार मीडियाकर्मियों के सामने पहुंचते है और अचानक उनके पैर छूने लगते (CM Nitish touching feet in front of the camera) हैं.
यह भी पढ़ेंः भाजपा साथ में थी तो शराबबंदी ठीक था, अब गलता लग रहा हैः पंचायती राज मंत्री
पटना के ज्ञान भवन में मध निषेध कार्यक्रम : दरअसल, बिहार में शनिवार को नशा मुक्ति दिवस मनाया गया. इस मौके पर पटना के ज्ञान भवन में मद्य निषेध कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम के बाद सीएम नीतीश कुमार मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब दे रहे थे. इस दौरान उन्होंने नीचे झुककर मीडिया से भी शराबबंदी को लेकर लोगों को जागरूक करने का अनुरोध किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि, बिहार धीरे-धीरे नशा मुक्त हो रहा है, इसलिए आप लोगों से भी गुजारिश है कि लोगों को जागरुक करें.
CM नीतीश की लोगों से अपील: इससे पहले सीएम नीतीश कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, हमलोग 2011 से मद्य निषेध दिवस मना रहे हैं. महिलाओं के कहने पर हमने बिहार में शराबबंदी लागू की. सरकार ने पहले गांव और फिर शहरों में शराबबंदी लागू की. शराबबंदी को लेकर बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया. इसलिए, हम बिहार के लोगों से भी निवेदन करते हैं कि हमलोग मिलकर यह संकल्प लें कि कभी भी किसी तरह के नशीले पदार्थ का सेवन नहीं करेंगे.
''हर दिन बड़ी संख्या में लोग शराब से मुक्ति पा रहे हैं. लेकिन हर जगह बहुत सारे लोग गड़बड़ी करने वाले होते हैं. उनका काम यही होता है. हमेशा कुछ न कुछ गड़बड़ करना हर किसी को बापू की बात माननी चाहिए.'' - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
'शराब का धंधा छोड़ने वाले को 1 लाख मिलेगा' : इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नशा मुक्ति दिवस पर बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार शराब का धंधा छोड़ने वालों को 1 लाख रुपये जीविकोपार्जन के लिए देगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि केवल शराब ही नहीं बल्कि ताड़ी बेचने वालों पर भी ये स्कीम लागू होगा अगर वो ताड़ी का धंधा छोड़ कर नीरा बनाने का धंधा करते हैं.
''जो लोग शराब बेचना या ताड़ी बेचना बंद कर देंगे, उन्हें राज्य सरकार मदद करेगी. इसी के तहत शराबबंदी से पहले जो लोग शराब का कारोबार करते थे और दारूबंदी के बाद बेरोजगार हो गए, उन्हें राज्य सरकार नया रोजगार करने के लिए 60 हजार रुपये दिया गया. इसी योजना के तहत अब तक 40 हजार से अधिक परिवारों को लाभ दिया गया. राज्य सरकार अब 60 हजार को बढ़ा कर एक लाख करने जा रही है. शराब और ताड़ी बेचने वाले अगर ये धंधा छोड़ते हैं तो सरकार उन्हें ये रकम देगी.'' - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री