पटना: बिहार में मौसम (Bihar Weather) की गतिविधियों में बदलाव देखने को मिल रहा है. बीते कई दिनों से सूबे के अधिकांश जिलों में बारिश दर्ज की जा रही है. ऐसे में आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Management Department) ने बिहार के राजधानी पटना समेत भोजपुर, नालंदा, मधुबनी, सुपौल, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, वैशाली और दरभंगा जिले के लिए अलर्ट जारी किया है.
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आपदा विभाग ने इन जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ वज्रपात की संभावना जताई है. अलर्ट किए गए जिलों में आने वाले अगले 2 से 3 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम मेघगर्जन, वज्रपात के साथ बारिश होने की संभावना है. इन जिलों के कुछ भागों में करीब 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की चेतावनी जारी की है. बता दें कि 3 से 5 सितंबर तक के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक राजधानी पटना के दानापुर, फुलवारी-शरीफ, पुनपुन, समपतचक, मनेर, बिहटा, बिक्रम प्रखंड में आनेवाले वाले से 2 से 3 घंटे में बारिश के वज्रपात की संभावना जतायी है. वहीं, भोजपुर के कोइलवर, बरहारा, आरा-सदर, उदवंत नगर, अगियाओं प्रखंड के लिए अलर्ट जारी किया गया. नालंदा के हरनौत, चांदी, नूरसराय, परवलपुर, हिलसा प्रखंड प्रखंड में आनेवाले वाले से 2 से 3 घंटे में बारिश के वज्रपात की संभावना जतायी है.
आपदा प्रबंधन विभाग ने वैशाली जिला के चेराकलाम, भगवानपुर, लालगंज, गरौल एवं पटेढ़ी बेलसर प्रखंड में आनेवाले वाले से 2 से 3 घंटे में बारिश के वज्रपात की संभावना जतायी है. वहीं मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी, सरैया, पारो, मुसहरी, बोचहा, मीनापुर, मोतीपुर एवं कटरा प्रखंड के लिए अलर्ट जारी किया गया. सीतामढ़ी जिला के रून्नीसैदपुर, बेलसंड एवं बोखरा प्रखंड में आनेवाले वाले से 2 से 3 घंटे में बारिश के वज्रपात की संभावना जतायी है.
आपदा विभाग ने पूर्वी चंपारण जिले के टेटीया, मधुबन, मेहसी, चकिया, पकड़ीदयाल एवं फेनहारा प्रखंड और समस्तीपुर जिला के सदर, मोहनपुर, वारिसनगर, कल्याणपुर, रोसरा एवं विभूतीपुर प्रखंड के लिए अलर्ट जारी किया है. वहीं बेगूसराय जिला के खुदाबंदपुर, चौराही, चेरीया-बैरीयापुर एवं वीरपुर प्रखंड में अलर्ट जारी किया है. दरभंगा जिला के जाले, सिंगवारा एवं हनुमाननगर और सारण जिला के मकेर, सोनपुर, दिघवारा, सदर, जलालपुर, मसरक एवं परसा प्रखंड के लिए अलर्ट जारी किया है.
वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र ने बिहार के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. जिनमें बिहार के मधुबनी, सुपौल, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा जिले शामिल हैं. बताते चलें कि इनमें से कई जिलों में छिटपुट बारिश दर्ज भी किए जा रहे हैं. वहीं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से अर्लट जारी किया गया है. भारी वज्रपात को लेकर चेतावनी जारी की गई है.
गौरतलब है कि, बारिश के कारण एक तरफ जहां मौसम सुहाना हो रहा है, वहीं दूसरी ओर बिहार के कइ इलाकों में बाढ़ के संकट भी गहराने लगा है. बिहार में कई जगह गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है. उत्तर बिहार के तराई क्षेत्र में हुई भारी बाारिश के कारण मुजफ्फरपुर की कई नदियों में उफान है. बूढ़ी गंडक खतरे के निशान के बेहद करीब है. मधुबनी में भी कोसी व कमला नदी में उफान के कारण दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. लोगों का जनजीवन प्रभावित हुआ है.
यहां ध्यान दें कि मौसम विज्ञान विभाग ग्रीन, रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी करता है. ग्रीन अलर्ट में कोई खतरा नहीं होने का संदेश होता है. येलो अलर्ट आने वाले खतरे के प्रति सचेत करता है. येलो अलर्ट को मौसम विज्ञान विभाग जैसे-जैसे मौसम खराब होता है, ऑरेंज अलर्ट में परिवर्तित कर देता है. ऑरेंज अलर्ट में बारिश व आंधी की पूरी संभावनाएं होती हैं. इस अलर्ट के बाद लोगों को सावधान होना चाहिए और इधर-उधर जाने पर सावधानी बरतनी चाहिए.
वहीं, रेड अलर्ट का मतलब है कि स्थिति अत्यंत खतरनाक है. मौसम विभाग के अनुसार ऐसे मौसम में इधर-उधर नहीं निकलना चाहिए. इस अलर्ट का अर्थ है, मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है. भारी बारिश होने की अधिक संभावना होती है. मौसम विभाग ने इस दौरान लोगों से सावधानियां बरतने की अपील की है. बारिश के दौरान घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है. वज्रपात के दौरान पक्के मकानों में शरण लेने की सलाह दी गई है.
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