पटना: बिहार पुलिस मुख्यालय (Bihar Police Headquarter) द्वारा बिहार पुलिस परिचारी प्रवर कोटि में पदाधिकारियों की कमी (shortage of officers in bihar police) को देखते हुए जिलों में पुलिस द्वारा जब्त हथियारों एवं कारतूसों की जांच करने के लिए प्रत्येक जिले से दो पुलिस निरीक्षकों को अग्नेशास्त्र एवं कारतूस जांच से संबंधित क्षेत्रों से प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया गया है. यह प्रशिक्षण केंद्रीय आयुर्वेदिक कार्यशाला व प्रशिक्षण केंद्र बिहार, पटना के पदाधिकारियों एवं चयनित पुलिस उप अधीक्षकों के द्वारा दिया जाएग.
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कैंप लगाकर दिया जाएगा प्रशिक्षण: पुलिस मुख्यालय द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत केंद्रीय आयुर्वेदिक कार्यशाला एवं चयनित पुलिस अधीक्षक को पटना, दरभंगा, भागलपुर एवं मुजफ्फरपुर जिले में प्रशिक्षण हेतु चयनित पुलिस निरीक्षकों को कैंप लगाकर प्रशिक्षण दिलाया जाएगा. प्रशिक्षण कार्यक्रम छह दिनों तक चलेगा. पुलिस मुख्यालय के द्वारा सभी वरीय पुलिस अधीक्षक और रेल पुलिस अधीक्षक को आदेश दिया गया है कि इस परीक्षण कार्यक्रम हेतु 7 दिनों के अंदर अपने जिला अंतर्गत पदस्थापित किन्ही दो सेवा विवरणी पुलिस मुख्यालय को उपलब्ध कराया जाए.
अनुसंधान की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रशिक्षण: प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस प्रशिक्षण से अनुसंधान की गुणवत्ता में सुधार होगा तथा प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद पुलिस निरीक्षक को बिहार पुलिस हस्तक 1978 के तहत जिलों में अनुसंधान के क्रम में जब्त अग्नेशास्त्र एवं कारतूस के रूटीन जांच (Routine Checking of Firearms and Cartridges In Bihar) एवं इसी क्रम में न्यायालय में शस्त्र अधिनियम के अधीन गवाही कराई जा सकेगी. जिससे शस्त्र अधिनियम के कांडों में त्वरित विचारण करा कर अभियुक्त को सजा दिलाई जा सकेगी.
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