पटना: राजधानी से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर पालीगंज अनुमंडल मुख्यालय में बारिश के कारण वकीलों का झोपड़ीनुमा अशियाना जलभराव में तब्दील होगा है. पिछले एक महीने से उनके झोपड़ीनुमा कार्यालय में रखे फर्निचर अब दूसरे के कार्यालय में समा गई है. भारी बारिश के कारण कई वकीलों के कार्यालय बारिश के पानी में विलीन हो गए. वकीलों के गुहार के बाद भी अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है.
कार्यालय हुआ क्षतिग्रत
वहीं कोर्ट भी अब खुल चुके है मुवक्किलों का आना जाना भी शुरू हो चुका है, यहीं नहीं एसडीएम से लेकर जज तक रोज इसी रास्ते से होकर गुजरते है, लेकिन जलभराव की समस्या का मुक्ति दिलाने वाला कोई नहीं है. वकीलों के कार्यालय बारिश से इतनी क्षति पहुंची है कि वकीलों के पास खुद बैठने की जगह नहीं है.
वकीलों ने लगाई गुहार
वकील सुशील कुमार मिश्रा ने बताया कि विगत कई वर्षों से बरसात में पानी भरजाने के बाद यहां काम कर रहे वकीलों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. स्थिति यह है कि पानी निकालने की कोई व्यवस्था नहीं है. उन्होंने बताया कि समस्या से निजात दिलाने के लिए एसडीएम से लेकर जज तक गुहार लगाई जा चुकी है. लेकिन मामला ढाक के तीन पात ही रहा है.
गंदे पानी से लगने लगा है भय
फिलहाल पानी सूखने या निकालने के कोई आसार नहीं दिख रहे है, ऐसे बारिश का जाम पानी से बदबू निकलने के कारण दूसरी बीमारी का भय लोगों में सताने लगा है. लेकिन अनुमंडल प्रशासन की ओर से किसी भी तरह का सहायता मिलने का आश नहीं लग रहा है.
पालीगंज ए एसडीएम राकेश कुमार ने बताया कि बारिश की पानी जमा है, लेकिन मेरे पास किसी ने पानी निकासी करने का कोई वकील शिकायत नहीं किया है. उन्होंने बताया कि जल्द से जल्द स्थाई पानी की निकासी की व्यवस्था करने का उपाय किया जयगा.