पटना: जल जीवन हरियाली अभियान सीएम नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इस पर 3 सालों में 25 हजार करोड़ की राशि सरकार खर्च करने वाली है. इस अभियान के तहत पेड़ लगाने के साथ ही पानी के संचय पर सबसे ज्यादा जोर दिया जा रहा है, लेकिन नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के कार्यालय के सामने ही पिछले कई महीनों से पेयजल की बर्बादी हो रही है. इस पर किसी भी अधिकारी या मंत्री का बिल्कुल भी ध्यान नहीं है.
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सीएम नीतीश कुमार भी अपने पार्टी कार्यालय आते हैं. लेकिन पेय जल बर्बादी पर किसी की भी नजर नहीं गई. वहीं, सीएम नीतीश कुमार भी इस बात से अनजान बने रहे.
पानी की बर्बादी पर नहीं दे रहा कोई ध्यान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमाह हर जगह जल जीवन हरियाली अभियान की चर्चा करते हैं. वो अपने चुनावी जनसभा में इसका जिक्र करते हैं, साथ ही पानी संचय और पानी की बर्बादी को रोकने की लोगों से अपील भी करते रहे हैं. लेकिन उन्हीं के पार्टी के कार्यालय के सामने हो रहे पानी की बर्बादी पर कोई ध्यान भी नहीं दे रहा.
जल्द करवाया जाएगा ठीक
जेडीयू कार्यालय के सामने दुकान लगाने वाले जितेंद्र का कहना है कि 1 महीने से हम देख रहे हैं, लेकिन कोई ठीक नहीं कर रहा है. वहीं, जेडीयू प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान सीएम नीतीश कुमार का अनूठा अभियान है. इसकी चर्चा हर जगह हो रही है. हालांकि यहां पानी की बर्बादी हो रही है, इसकी जानकारी नहीं थी लेकिन अब जानकारी हो गई है. जल्द ही इसे ठीक करवा दिया जाएगा.
यूएनओ में सीएम ने किया है संबोधन
इसके अलावा अरविंद निषाद ने कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान की चर्चा देश ही नहीं देश के बाहर भी होने लगी है. पिछले दिनों यूएनओ में भी नीतीश कुमार को विशेष संबोधन के लिए आमंत्रित किया गया था. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री ने उस सभा को संबोधित भी किया.