पटना: पानी का महत्व हर किसी को पता है, लेकिन इसे बचाने के प्रति हर कोई गंभीर नहीं है. ऐसे लोगों की संख्या ज्यादा है जो दिल खोलकर पानी बर्बाद करते हैं. पटना जंक्शन के अधिकारी और कर्मचारी पानी की बर्बादी रोकने के लिए कितने सक्रिय हैं यह बुधवार को प्लेटफॉर्म नं. 2 पर दिखा.
प्लेटफार्म नं. दो के फुट ओवरब्रिज के सीढ़ी से उतरने के साथ पटरी पर पानी तेजी से गिरता दिखा. हजारों लीटर पानी बेकार बह गया होगा, लेकिन किसी ने भी उसे रोकने की कोशिश नहीं की. पटना जंक्शन पर हर विभाग के लिए पर्याप्त स्टाफ रखा गया है. सभी को अपनी-अपनी जिम्मेदारियों के साथ काम करना है. ऐसे में जो कर्मचारी पानी और पाइप लाईन का काम देखते हैं वे निष्क्रिय दिखे.
पाइप फट जाने के चलते सुबह से हजारों लीटर पानी पटरी पर गिरकर बर्बाद हो रहा था. स्टेशन के किसी कर्मचारी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. स्टेशन से इतनी अधिक ट्रेनें गुजरती है कि अन्य स्टेशनों की अपेक्षा यहां पानी की खपत ज्यादा होती है.
स्टेशन डायरेक्टर निलेश कुमार ने पानी की बर्बादी के मामले में स्टेशन प्रबंधन का बचाव किया. उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई भी सूचना मिलने पर तुरंत उसको ठीक करवाया जाता है. पानी की बर्बादी रोकने के लिए हर संभव कदम उठाए जाते हैं.