पटना: बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने उत्तर बिहार में आई बाढ़ का हेलीकॉप्टर से मुआयना किया. इसके बाद मीडिया से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की. संजय झा ने कहा कि गंडक बराज में 4,36,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने और बारिश के कारण वाटर लेवल 5,00000 क्यूसेक से अधिक पहुंच गया. जिसके कारण पानी के दबाव के चलते तीन स्थानों पर बांध में टूट हुई है. उन्होंने कहा कि पानी घटते ही रिस्टोर कर लिया जाएगा.
संजय झा ने कहा कि पानी में करंट नहीं है और स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. जान-माल के नुकसान होने से भी इंकार किया. वहीं इस दौरान संजय झा ने मोतिहारी के कार्यपालक इंजीनियर को सस्पेंड करने की जानकारी दी.
2017 से भी अधिक पानी आने के कारण टूटा बांध
जल संसाधन मंत्री संजय झा ने गोपालगंज के पकाहा और पूर्वी चंपारण के संग्रामपुर का हवाई सर्वेक्षण किया. इसके बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बातचीत करते हुए कहा कि 2017 में बिहार में जो बाढ़ आई थी, उस समय भी इतना पानी गंडक में नहीं आया था. उस समय जो लेवल था उसे 1 फीट अधिक इस बार पानी आ गया और इसके कारण गोपालगंज और पूर्वी चंपारण सहित तीन स्थानों पर बांध टूटा है. संजय झा ने कहा कि हम लोग अलर्ट हैं और पानी में बहुत ज्यादा करंट नहीं है. जान माल का नुकसान नहीं हुआ है और स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. लेकिन पानी लबालब भरा हुआ है.
हेलीकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत का वितरण
मंत्री संजय झा ने कहा कि 2 दिनों में पानी घटते ही मरम्मत का कार्य भी शुरू किया जाएगा. जल संसाधन मंत्री ने कहा कि इस बार 50 से 60 स्थानों पर सीपेज और पाइपिंग का काम किया गया. संजय झा ने मोतिहारी के कार्यपालक इंजीनियर के मोबाइल बंद रहने पर सस्पेंड करने की बात भी कही. जल संसाधन मंत्री के साथ विभाग के सचिव संजीव हंस और आपदा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत हवाई सर्वे करने गए थे. संजय झा ने कहा हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री का वितरण भी शुरू होगा. विभाग पूरी तरह अलर्ट है.