पटना: सरकार लाख दावा कर ले कि पटना में जलजमाव (Water Logging in Patna) नहीं होगा, लेकिन हर बार यह दावा फेल होता है. बीती रात दो घंटे की बारिश में पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) के जल निकासी के दावों की पोल खुल गई. पटना के विभिन्न इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन गई. जलजमाव की वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
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दो घंटे की बारिश से पानी-पानी हुआ पटना
12 जून से बिहार में मानसून पूरी तरह से सक्रिय है. रुक-रुक कर हो रही बारिश की वजह से पटना में जलजमाव की स्थिति बन रही है. बीती रात 2 घंटे की मूसलाधार बारिश की वजह से पटना पूरी तरह से पानी-पानी हो गया. कौटिल्य नगर, शास्त्री नगर, पटेल नगर, कंकड़बाग और राजेंद्र नगर समेत कई इलाकों में पानी भर गया.
लोगों को हुई काफी परेशानी
जलजमाव के चलते लोगों को काफी परेशानी हुई. ईटीवी भारत के रिपोर्टर ने शास्त्री नगर का दौरा किया. सड़क पर घुटने भर लगे पानी की वजह से लोग काफी परेशान दिखे. लोगों ने कहा कि हर बरसात में इस इलाके का यही हाल होता है. हर तरफ पानी भर जाता है. घरों में पानी घुस जाता है.
"पूरे पटेल नगर में पानी लगा है. मैं ऑफिस जा रहा हूं. बाइक बंद हो गई है. धक्का देकर जाना पड़ रहा है. इस इलाके में जलजमाव की समस्या आज से नहीं है. सरकार और नगर निगम सब सोये हुए हैं. किसी का इस पर ध्यान नहीं है. 20-25 साल से इस इलाके की यही स्थिति है."- प्रतीक मिश्रा, पटनावासी
नहीं हुई बोहनी
पानी में फल का ठेला लगाकर ग्राहकों का इंतजार कर रहे दुकानदारों ने कहा कि जलजमाव की वजह से लोग घर से नहीं निकल रहे हैं. सुबह से दोपहर हो गया, लेकिन अभी तक बोहनी तक नहीं हुई है. हमलोग पानी में खड़े होकर ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं.
पावर हाउस में भरा पानी
कौटिल्य नगर में बने ऊर्जा विभाग के पावर हाउस में पानी भर गया. यहां बिजली विभाग के कर्मचारी घुटने तक पानी में काम करते दिखे. कर्मचारियों ने कहा कि हर साल बरसात में दो-तीन बार यहां इसी तरह जलजमाव होता है. पानी लगने के बाद भी बिजली की सप्लाई जारी है. हमलोग सुरक्षा के साथ काम कर रहे हैं.
3-4 घंटे में निकल जाएगा पानी
पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा, "बारिश बहुत अधिक हुई है. कुछ इलाके में बहुत अधिक पानी लग गया है. सुबह बहुत अधिक पानी था उसे निकाला गया है. नगर निगम और बुडको की टीम लगी हुई है. सभी ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन चल रहे हैं. तीन से चार घंटे में पानी निकल जाएगा."
"गंगा का जल स्तर अभी इतना अधिक नहीं बढ़ा है कि बाढ़ जैसी स्थिति हो. पीपा पुल टूट जाने के कारण नावों से लोगों का आवागमण हो रहा है. जरूरी आवागमण की अनुमति है. नाव से गंगा में सैर कराने की अनुमति नहीं है. अगर कुछ लोग ऐसा कर रहे हैं तो उसे हमलोग देखेंगे. जरूरी कार्रवाई की जाएगी."- डॉ. चंद्रशेखर सिंह, डीएम, पटना
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