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बिहार में पुनपुन शांत, अन्य नदियां अभी भी खतरे के निशान से ऊपर

पटना के अलावा वैशाली, भोजपुर, लखीसराय, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, खगड़िया, सहरसा, भागलपुर, सारण, बक्सर, बेगूसराय, कटिहार, मुंगेर, समस्तीपुर और पूर्णिया जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. इन जिलों में बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 17 और एसडीआरएफ की 12 टीमों को लगाया गया है. लेकिन इस बीच राहत भरी खबर है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट..

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Published : Aug 21, 2021, 10:44 AM IST

पटना: बिहार में पुनपुन नदी के जलस्तर में भले ही कमी आई हो, लेकिन अभी भी गंगा समेत कई प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों (Flood Affected Areas) में लोग उंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. राज्य में शुक्रवार को गंगा, बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, महानंदा और खिरोई नदी कई स्थानों पर लाल निशान से ऊपर बह रही हैं.

इसे भी पढ़ें: भागलपुर में कोसी नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से जन-जीवन अस्त-व्यस्त

बिहार जल संसाधन विभाग के मुताबिक, वीरपुर बैराज में अपराह्न् दो बजे कोसी नदी का जलस्तर 1.83 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया. कोसी के जलस्तर के बढ़ने की संभावना है. इधर, वाल्मीकिनगर बैराज में गंडक के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है. यहां सुबह छह बजे गंडक का जलस्राव 1.47 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया था जबकि अपराह्न् दो बजे 1.58 लाख क्यूसेक हो गया.

जल संसाधन विभाग के मुताबिक, गंगा, बागमती नदी, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, महानंदा और खिरोई नदी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बागमती नदी मुजफ्फरपुर के बेनीबाद, मुजफ्फरपुर के कटौंझा और दरभंगा के हायाघाट के पास खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि बूढ़ी गंडक मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर, समस्तीपुर के रेल पुल, रोसड़ा रेल पुल तथा खगड़िया के पास लाल निशान को पार कर गई है.

ये भी पढ़ें: पटना में लगातार बढ़ते गंगा के जलस्तर से सहमे लोग, प्रशासन की उड़ी नींद

कमला बलान नदी मधुबनी के झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. गंगा नदी पटना के गांधी घाट, हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर के कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर है. खिरोई नदी दरभंगा के एकमी घाट और कमतौल के पास तथा महानंदा पूर्णिया के ढेंगराघाट तथा घाघरा नदी सीवान के दरौली में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बाढ़ के कारण राज्य के 16 जिले प्रभावित हैं.

बता दें कि बिहार में कई नदियों के जलस्तर में भले ही कमी दर्ज की गई है, लेकिन राज्य के 16 जिलों की 37 लाख से ज्यादा की आबादी अभी भी बाढ से प्रभावित है. इस बीच, अब तक 23 लोगों की मौत हो चुकी है. आपदा प्रबंधन विभाग का दावा है कि बाढ़ प्रभवित इलाकों में राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं. इस बीच बाढ़ प्रभावित परिवारों की मदद के लिए 22 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि बांटी गई है.

ये भी पढ़ें: दानापुर दियारा वासियों को राहत, खतरे के निशान से ढाई फीट नीचे बह रही गंगा

आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा गुरुवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, राज्य के 16 जिलों के 100 प्रखंडों की कुल 719 पंचायतें बाढ़ से आंशिक या पूर्ण रूप से प्रभावित है. वहां की 37 लाख से अधिक की आबादी बाढ़ की चपेट में है. आपदा प्रबंधन विभाग ने इन जिलों में राहत व बचाव का कार्य तेज कर दिया है.

पटना: बिहार में पुनपुन नदी के जलस्तर में भले ही कमी आई हो, लेकिन अभी भी गंगा समेत कई प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों (Flood Affected Areas) में लोग उंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. राज्य में शुक्रवार को गंगा, बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, महानंदा और खिरोई नदी कई स्थानों पर लाल निशान से ऊपर बह रही हैं.

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बिहार जल संसाधन विभाग के मुताबिक, वीरपुर बैराज में अपराह्न् दो बजे कोसी नदी का जलस्तर 1.83 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया. कोसी के जलस्तर के बढ़ने की संभावना है. इधर, वाल्मीकिनगर बैराज में गंडक के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है. यहां सुबह छह बजे गंडक का जलस्राव 1.47 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया था जबकि अपराह्न् दो बजे 1.58 लाख क्यूसेक हो गया.

जल संसाधन विभाग के मुताबिक, गंगा, बागमती नदी, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, महानंदा और खिरोई नदी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बागमती नदी मुजफ्फरपुर के बेनीबाद, मुजफ्फरपुर के कटौंझा और दरभंगा के हायाघाट के पास खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि बूढ़ी गंडक मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर, समस्तीपुर के रेल पुल, रोसड़ा रेल पुल तथा खगड़िया के पास लाल निशान को पार कर गई है.

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कमला बलान नदी मधुबनी के झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. गंगा नदी पटना के गांधी घाट, हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर के कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर है. खिरोई नदी दरभंगा के एकमी घाट और कमतौल के पास तथा महानंदा पूर्णिया के ढेंगराघाट तथा घाघरा नदी सीवान के दरौली में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बाढ़ के कारण राज्य के 16 जिले प्रभावित हैं.

बता दें कि बिहार में कई नदियों के जलस्तर में भले ही कमी दर्ज की गई है, लेकिन राज्य के 16 जिलों की 37 लाख से ज्यादा की आबादी अभी भी बाढ से प्रभावित है. इस बीच, अब तक 23 लोगों की मौत हो चुकी है. आपदा प्रबंधन विभाग का दावा है कि बाढ़ प्रभवित इलाकों में राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं. इस बीच बाढ़ प्रभावित परिवारों की मदद के लिए 22 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि बांटी गई है.

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आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा गुरुवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, राज्य के 16 जिलों के 100 प्रखंडों की कुल 719 पंचायतें बाढ़ से आंशिक या पूर्ण रूप से प्रभावित है. वहां की 37 लाख से अधिक की आबादी बाढ़ की चपेट में है. आपदा प्रबंधन विभाग ने इन जिलों में राहत व बचाव का कार्य तेज कर दिया है.

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