पटना: बिहार में मानसून (Monsoon In Bihar) पूरी तरीके से सक्रिय है. बिहार के कई जिले बाढ़ से प्रभावित होने लगे हैं. पटना में भी लगातार बारिश के कारण गंगा के जलस्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही थी, लेकिन राहत की बात है कि बुधवार को बाढ़ नियत्रंण की जारी सूची में पुनपुन और दरधा के जलस्तर में कमी बताई गई है.
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जल स्तर में 3 सेंटीमीटर की कमी
बुधवार को जल स्तर में 3 सेंटीमीटर की कमी देखी गई है. पुनपुन नदी के रेलपुल एवं श्रीपालपुर, गौरीचक, कोल्हाचक, वीर गांव में पुनपुन एवं दरधा नदी में 3 सेंटीमीटर की कमी बताई जा रही है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष से जारी सूची के अनुसार पुनपुन नदी के रेल पुल के पास शुरुआत में जलस्तर 51.20 बताया गया था. उसके बाद वह 54.30 सेंटीमीटर जल स्तर में वृद्धि हो गई थी और बुधवार को 49.40 में कमी पाई गई है.
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लगातार हो रही जलस्तर में कमी
इसी तरह श्रीपालपुर में 50.60 सेंटीमीटर शुरुआत में जलस्तर देखी गई थी. लेकिन 2 दिनों की बारिश में 53.91 सेमी में जल स्तर में वृद्धि हुई थी और बुधवार को 49.56 सेंटीमीटर की कमी पाई गई है. वहीं, गौरीचक में 49.50 से 52.86 सेंटीमीटर जलस्तर वृद्धि हुई थी और अब 48.66 सेंटीमीटर हो गई है. वहीं, दरधा नदी में कोल्हा चक और वीर स्थित में 52.40 और 51.50 सेंटीमीटर में 3 सेमी कमी आ गई है. पुनपुन एवं दरहा के विभिन्न जगहों पर 3 सेंटीमीटर की कमी आई है.
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मौसम विभाग ने किया था अलर्ट
मौसम विभाग ने पहले ही बताया था कि जून महीने में मानसून पूरी तरीके से सक्रिय रहेगा. बारिश भी काफी होगी. जून महीने में 16 तारीख तक सामान्य तौर पर 92.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज होनी थी. लेकिन अब तक पूरे बिहार में 261.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. जो कि सामान्य से 181% अधिक है.
104.7 मिलीमीटर दर्ज की गई बारिश
यदि राजधानी पटना की बात करें तो सामान्य तौर पर अब तक 47.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज होनी चाहिए. जबकि 104.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. मौसम विभाग की मानें तो जून महीने में बारिश काफी अच्छी होनी है. जुलाई महीने से मानसून थोड़ा कमजोर पड़ेगा.
खतरे के निशान से 120 सेंटीमीटर ऊपर
बता दें कि 20 जून को गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 120 सेंटीमीटर ऊपर था. जलस्तर में 23 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना आशंका लगाई गई थी. गंडक नदी का जलस्तर चटिया में खतरे के निशान से 72 सेंटीमीटर नीचे था. इसके जलस्तर में 25 सेंटीमीटर की कमी होने की संभावना जताई गई थी.
खतरे के निशान से नीचे
वहीं 20 जून को बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर लालबेगिया घाट में खतरे के निशान से 106 सेंटीमीटर नीचे था. इसके जलस्तर में 20 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना जताई गई थी. कमला बलान (Kamla Balan River) नदी का जलस्तर जयनगर में खतरे के निशान से 46 सेंटीमीटर नीचे है. इसके जलस्तर में 31 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना जताई गई थी.
खतरे के निशान से नीचे
कोसी नदी (Kosi River) का जलस्तर बसुआ में खतरे के निशान से 52 सेंटीमीटर नीचे था. इसके जलस्तर में 17 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. गंगा नदी का जलस्तर पटना के प्रमुख घाटों सहित सभी स्थानों पर खतरे के निशान से अभी नीचे है.
6 जिलों के लिए अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने बिहार के 6 जिलों के लिए तात्कालिक अलर्ट जारी किया है. मौसम विज्ञान केंद्र पटना में बिहार की राजधानी पटना, भोजपुर, पश्चिम चंपारण, वैशाली, पूर्वी चंपारण और शिवहर के लिए अलर्ट जारी किया है.
जारी अलर्ट में मौसम विभाग ने कहा कि इन जिलों में आने वाले कुछ घंटों में हल्की से मध्यम मेघ गर्जन और वज्रपात (Thunderclap) के साथ मध्यम बारिश हो सकती है. विभाग ने कहा है कि इस दौरान इन इलाकों में हवा की गति 20 से 30 किमी प्रति घंटा की रह सकती है.
साढ़े 11 बजे भी जारी हुआ था अलर्ट
इससे पहले आज मौसम विभाग की ओर से बिहार के 10 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया था. ये अलर्ट सुबह साढ़े 11 बजे के बाद के लिए था. इसमें मौसम विभाग की ओर से बिहार के पटना (मोकामा), लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, नालंदा, भोजपुर, पश्चिम चंपारण और पूर्वी चंपारण में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गयी थी.
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मौसम विभाग की अपील
मौसम विभाग (Weather Department) के पूर्वानुमान के अनुसार पूरे बिहार में मानसून का इफेक्ट जारी है. विभाग ने लोगों से अपील की है कि जब बारिश हो या बिजली कड़के तो लोग पक्के मकान में शरण लें. इस दौरान पूरी सावधानी बरतें. खुले मैदान, नदियां, जलजमाव वाले क्षेत्र, आम और लीची के बागान जैसे जगहों पर बिजली गिरने की संभावनाएं अधिक हैं.
अब तक 130 प्रतिशत वर्षा दर्ज
बताते चलें कि बिहार में मानसून (Monsoon in Bihar) का असर देखने को मिल रहा है. राज्य के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा लगातार हो रही है. सूबे में खासकर दक्षिण और पश्चिम भागों में मध्यम से भारी वर्षा दर्ज की गई. इस साल अभी तक राज्य में 130% अधिक वर्षा दर्ज की गई है.
पिछले कई वर्षो के मुकाबले जून में अब तक सबसे ज्यादा बारिश हुई है. मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो 1 जून से 16 जून तक सामान्य तौर पर 63.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज होती है. लेकिन इस वर्ष मानसून की अति सक्रियता के कारण अब तक बारिश 146.7 मिलीमीटर दर्ज हुई है. जो सामान्य से करीब 130% अधिक है.
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