पटना: जिले के बाढ़ नगर परिषद के वार्ड पार्षदों और कार्यपालक पदाधिकारी के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी के मद्देनजर 27 पार्षदों वाले बाढ़ नगर परिषद में गुरुवार को एक आपातकाल बैठक बुलाई गई. जिसमें 22 पार्षदों ने कार्यपालक पदाधिकारी के क्रियाकलाप पर नाराजगी जाहिर करते हुए आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए मोर्चा खोल दिया है.
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मुख्य पार्षद का आरोप
मुख्य पार्षद शकुंतला देवी ने आरोप लगाया कि जब से कार्यपालक पदाधिकारी जया ने यहां की कमान संभाली है, तब से विकास का कोई काम नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि पार्षदों की ओर से विकास के लिए लाए गए हर प्रस्ताव को वो गैरकानूनी करार देते हुए रिजेक्ट कर देती हैं. जिस कारण बाढ़ में कोई काम नहीं हो रहा है. मुख्य पार्षद ने ये भी कहा कि उनकी मनमानी से वार्ड की जनता परेशान हो चुकी है.
'निराधार हैं आरोप'
वहीं, कार्यपालक पदाधिकारी जया कुमारी ने उनके सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि विकास का कार्य चल रहा है और जो पार्षदों की जो बैठक चल रही है, उसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है और मुझे बुलाया भी नहीं गया है. कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि ऐसा कोई भी काम लंबित नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर जो काम नियम के विरुद्ध होगा, उसके खिलाफ मैं नहीं जा सकती.