पटना: लॉकडाउन (Lockdown) के चलते जो प्रवासी मजदूर (Migrant Worker) मुंबई, दिल्ली, पंजाब या अन्य शहरों से अपने गांव लौट आए थे. अब बिहार अनलॉक (Bihar Unlock) होते ही प्रवासी वापस लौट रहे है. इन्हें कोरोना (Covid-19) के डर के आगे भूख का डर अधिक सता रहा है. लेकिन लंबी दूरी की अधिकांश ट्रेनों में टिकट नहीं मिलने के कारण उन्हें मायूस होना पड़ रहा है.
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ट्रेनों में चल रहा वेटिंग लिस्ट
बिहार से अन्य राज्यों की ओर जाने वाले यात्रियों की संख्या काफी बढ़ गई है. जिसके कारण राजधानी समेत स्पेशल ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट फुल हैं. सबसे ज्यादा मुंबई और दिल्ली के स्पेशल ट्रेनों में वेटिंग टिकट मिल रहा है. बता दें कि, रेलवे स्टेशनों पर दिल्ली (Delhi), मुंबई (Mumbai) और पंजाब (Punjab) की ओर जाने वाली ट्रेनों में मजदूरों की भीड़ सबसे अधिक है. कंफर्म टिकट नहीं होने के कारण मजदूरों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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स्टेशन पर मजदूरों की भीड़
बता दें कि कोरोना काल में फैक्ट्री बंद होने से लोग अपने घर वापस लौट आए थे. लेकिन अनलॉक (Unlock) होने की सूचना के बाद मजदूरों की संख्या स्टेशनों पर उमड़ रही है. बाहर प्रदेशों में जाने वालों की तदाद बढ़ गई है, जिस कारण कई ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट चल रही है. गौरतलब है कि कोरोना काल में जिस यात्री का टिकट कनफर्म होगा वही यात्रा कर सकेगा.
गाड़ी संख्या | गाड़ी का नाम | कोच | दिन (तक) | खबर लिखे जाने तक वेटिंग की संख्या |
02391 | श्रमीजीवी | स्लीपर | 13 जून | 17 वेटिंग |
02391 | श्रमीजीवी | सेकेंड एसी | 13 जून | 20 वेटिंग |
02391 | श्रमीजीवी | स्लीपर | 14 जून | 170 वेटिंग |
08623 | हटिया स्पेशल | सेकेंड एसी | 17 जून | 17 वेटिंग |
03330 | गंगा दामोदर | फर्स्ट एसी | 17 जून | सीट फुल |
03287 | राजेन्द्र नगर टर्मिनल दुर्ग स्पेशल | सेकेंड एसी | 11 जून | 200 वेटिंग |
03287 | राजेन्द्र नगर टर्मिनल दुर्ग स्पेशल | सेकेंड एसी | 12 जून | 178 वेटिंग |
03287 | राजेन्द्र नगर टर्मिनल दुर्ग स्पेशल | सेकेंड एसी | 17 जून | 200 से अधिक वेटिंग |
02393 | सम्पूर्ण क्रान्ति | स्लीपर | 12 जून | 201 वेटिंग |
02393 | सम्पूर्ण क्रान्ति | सेकेंड एसी | 13 जून | 31 वेटिंग |
02393 | सम्पूर्ण क्रान्ति | सेकेंड एसी | 17 जून | 30 वेटिंग |
02393 | सम्पूर्ण क्रान्ति | स्लीपर | 13 जून | 144 वेटिंग |
02309 | राजधानी | सेकेंड एसी | 12 जून | 25 वेटिंग |
02309 | राजधानी | थर्ड एसी | 12 जून | 100 वेटिंग |
02871 | मगध एक्सप्रेस | सेकेंड एसी | 12 जून | 13 वेटिंग |
02871 | मगध एक्सप्रेस | फर्स्ट एसी | 12 जून | 125 वेटिंग |
02871 | मगध एक्सप्रेस | सेकेंड एसी | 13 जून | 11 वेटिंग |
02871 | मगध एक्सप्रेस | फर्स्ट एसी | 13 जून | 100 वेटिंग |
03259 | छत्रपति महाराज शिवाजी टर्मिनस | सेकेंड एसी | 13 जून | 85 वेटिंग |
02142 | पाटलीपुत्र लोकमान्य तिलक स्पेशल | सेकेंड एसी | 12 जून | 205 वेटिंग |
02142 | पाटलीपुत्र लोकमान्य तिलक स्पेशल | सेकेंड एसी | 13 जून | 210 वेटिंग |
सीट के लिए मारामारी
बता दें कि बिहार की ज्यादा से ज्यादा आबादी दूसरे राज्यों में जाकर अपने रोजी-रोजगार के लिए रहते हैं. जिसके कारण लंबी दूरी की ट्रेनों में सीट के लिए मारामारी चल रहा है. अधिकांश मजदूर दिल्ली और मुंबई में जाकर निर्माण कार्यों में या कारखानों में काम करते हैं.
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रोजगार देने में बिहार सरकार असमर्थ
मजदूरों का कहना है कि यदि बिहार में उनलोगों को रोजगार मिल जाता तो दूसरे प्रदेशों में न जाना पड़ता. लेकिन बिहार सरकार वादा तो खूब करती है पर वादा निभा पाने में असमर्थ नजर आती है. चुनाव के समय में भी जो रोजगार देने का सरकार वादा की थी, चुनाव जीतने के बाद रोजगार (Employment) के नाम पर ठगा गया है.