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स्पूतनिक वैक्सीन और 2-DG दवा के लिए बिहारवासियों को करना होगा इंतजार, फिलहाल ग्लोबल टेंडर नहीं

कोरोना संक्रमण की रफ्तार ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए बिहार में लॉकडाउन है. अस्पतालों पर भी दबाव ज्यादा है. ऐसे में नई दवा 2-डीजी बिहार के लिए वरदान साबित हो सकती है. लेकिन यह दवा कब तक बिहार आएगी इसे लेकर भी स्थिति अस्पष्ट नहीं है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट...

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Published : May 18, 2021, 8:30 PM IST

पटना: बिहार कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रहा है. राज्य के अंदर वैक्सीनेशन तेजी से हो. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पर चौतरफा दबाव है. बिहार में डबल इंजन की सरकार है. ऐसे में बिहारवासियों को स्पूतनिक वैक्सीन और 2-डीजी दवा का इंतजार है.

बिहार के अंदर वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है. फिलहाल कोविशील्ड और कोवैक्सीन ही बिहारवासियों के लिए विकल्प के रूप में उपलब्ध है. बिहार के लोग वैक्सीन के दूसरे विकल्प के इंतजार में हैं. स्पूतनिक वैक्सीन देश में आ चुका है. कई राज्यों ने वैक्सीन देना शुरू भी कर दिया है. लेकिन बिहारवासियों को स्पूतनिक वैक्सीन कब और कैसे मिलेगा. इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है.

वैक्सीन को लेकर ग्लोबल टेंडरिंग को बिहार सरकार ने खारिज कर दिया है. ईटीवी भारत संवाददाता के सवाल के जवाब में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि फिलहाल ग्लोबल टेंडर की योजना नहीं है और केंद्र सरकार से जो वैक्सीन मिलेगा. उसे ही हम बिहारवासियों को उपलब्ध कराएंगे.

देखें वीडियो...

ये भी पढ़ें: बिहार के लोगों को जल्द मिलेगी स्पूतनिक वैक्सीन, ग्लोबल टेंडरिंग को लेकर संशय बरकरार

कोरोना संक्रमण की रफ्तार ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए बिहार में लॉकडाउन है. अस्पतालों पर भी दबाव ज्यादा है. ऐसे में नई दवा 2-डीजी बिहार के लिए वरदान साबित हो सकती है. लेकिन यह दवा कब तक बिहार आएगी इसे लेकर भी स्थिति अस्पष्ट नहीं है.

दवा को लेकर फिलहाल संशय की स्थिति
स्पूतनिक वैक्सीन को लेकर भी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि इस पर विभाग एक्सरसाइज कर रही है. आने वाले कुछ दिनों में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी तभी हम बता पाएंगे कि स्पूतनिक वैक्सीन बिहारवासियों को कब और कैसे मिलेगा.

कोरोना रूपी अदृशय वायरस को मात देने के लिए अब भारत के पास अब तीन वैक्सीन हो गई है. कोविशील्ड और कोवैक्सिन के बाद अब रूस की वैक्सीन स्पूतनिक को भी भारत में मंजूरी दे दी गई है. स्पूतनिक-वी की पहली खेप एक मई को भारत पहुंची थी. रूस ने पिछले साल स्पूतनिक-वी को लॉन्च किया था. इसके बाद सितंबर में डॉ रेड्डीज़ लैबोरेटरीज और RDIF ने स्पूतनिक-वी के क्लीनिकल ट्रायल के लिए एक समझौता किया था. इस वैक्सीन का इस्तेमाल दुनिया के 60 देशों में किया जा रहा है.

खबरों के मुताबिक रूस की स्‍पूतनिक लाइट भारत में सिंगल डोज वाली पहली वैक्‍सीन हो सकती है. बता दें कि हाल ही में स्पूतनिक के लाइट वर्जन को रूस में मंजूरी दी गई है. बता दें कि स्‍पूतनिक वी की आयातित डोज की कीमत भारत में 995.40 रुपये होगी. स्‍पूतनिक वी वैक्सीन कोरोना को रोकने में 91.6% कारगर है.

डॉ. रेड्डीज लैब कर रहा है उत्पादन
2-डीजी का उत्पादन देश की दिग्गज दवा निर्माता कंपनी डॉ. रेड्डीज लैब कर रही है. यह दवा सैशे के रूप में उपलब्‍ध है. जैसे आप ORS या ENO को पानी में घोलकर पीते हैं, वैसे ही इसे भी पानी में मिलाकर ले सकेंगे. कोविड मरीजों को पूरी तरह ठीक होने के लिए इस दवा की दो डोज 5 से 7 दिन तक देनी पड़ सकती है. 2-deoxy-D-glucose यानी 2डीजी नाम के इस ऐंटी-कोविड ड्रग को डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने बनाया है.

पटना: बिहार कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रहा है. राज्य के अंदर वैक्सीनेशन तेजी से हो. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पर चौतरफा दबाव है. बिहार में डबल इंजन की सरकार है. ऐसे में बिहारवासियों को स्पूतनिक वैक्सीन और 2-डीजी दवा का इंतजार है.

बिहार के अंदर वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है. फिलहाल कोविशील्ड और कोवैक्सीन ही बिहारवासियों के लिए विकल्प के रूप में उपलब्ध है. बिहार के लोग वैक्सीन के दूसरे विकल्प के इंतजार में हैं. स्पूतनिक वैक्सीन देश में आ चुका है. कई राज्यों ने वैक्सीन देना शुरू भी कर दिया है. लेकिन बिहारवासियों को स्पूतनिक वैक्सीन कब और कैसे मिलेगा. इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है.

वैक्सीन को लेकर ग्लोबल टेंडरिंग को बिहार सरकार ने खारिज कर दिया है. ईटीवी भारत संवाददाता के सवाल के जवाब में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि फिलहाल ग्लोबल टेंडर की योजना नहीं है और केंद्र सरकार से जो वैक्सीन मिलेगा. उसे ही हम बिहारवासियों को उपलब्ध कराएंगे.

देखें वीडियो...

ये भी पढ़ें: बिहार के लोगों को जल्द मिलेगी स्पूतनिक वैक्सीन, ग्लोबल टेंडरिंग को लेकर संशय बरकरार

कोरोना संक्रमण की रफ्तार ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए बिहार में लॉकडाउन है. अस्पतालों पर भी दबाव ज्यादा है. ऐसे में नई दवा 2-डीजी बिहार के लिए वरदान साबित हो सकती है. लेकिन यह दवा कब तक बिहार आएगी इसे लेकर भी स्थिति अस्पष्ट नहीं है.

दवा को लेकर फिलहाल संशय की स्थिति
स्पूतनिक वैक्सीन को लेकर भी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि इस पर विभाग एक्सरसाइज कर रही है. आने वाले कुछ दिनों में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी तभी हम बता पाएंगे कि स्पूतनिक वैक्सीन बिहारवासियों को कब और कैसे मिलेगा.

कोरोना रूपी अदृशय वायरस को मात देने के लिए अब भारत के पास अब तीन वैक्सीन हो गई है. कोविशील्ड और कोवैक्सिन के बाद अब रूस की वैक्सीन स्पूतनिक को भी भारत में मंजूरी दे दी गई है. स्पूतनिक-वी की पहली खेप एक मई को भारत पहुंची थी. रूस ने पिछले साल स्पूतनिक-वी को लॉन्च किया था. इसके बाद सितंबर में डॉ रेड्डीज़ लैबोरेटरीज और RDIF ने स्पूतनिक-वी के क्लीनिकल ट्रायल के लिए एक समझौता किया था. इस वैक्सीन का इस्तेमाल दुनिया के 60 देशों में किया जा रहा है.

खबरों के मुताबिक रूस की स्‍पूतनिक लाइट भारत में सिंगल डोज वाली पहली वैक्‍सीन हो सकती है. बता दें कि हाल ही में स्पूतनिक के लाइट वर्जन को रूस में मंजूरी दी गई है. बता दें कि स्‍पूतनिक वी की आयातित डोज की कीमत भारत में 995.40 रुपये होगी. स्‍पूतनिक वी वैक्सीन कोरोना को रोकने में 91.6% कारगर है.

डॉ. रेड्डीज लैब कर रहा है उत्पादन
2-डीजी का उत्पादन देश की दिग्गज दवा निर्माता कंपनी डॉ. रेड्डीज लैब कर रही है. यह दवा सैशे के रूप में उपलब्‍ध है. जैसे आप ORS या ENO को पानी में घोलकर पीते हैं, वैसे ही इसे भी पानी में मिलाकर ले सकेंगे. कोविड मरीजों को पूरी तरह ठीक होने के लिए इस दवा की दो डोज 5 से 7 दिन तक देनी पड़ सकती है. 2-deoxy-D-glucose यानी 2डीजी नाम के इस ऐंटी-कोविड ड्रग को डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने बनाया है.

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